- November 1, 2022
मध्यप्रदेश स्थापना दिवस : सोलर रूफटॉप की जनजागृति के लिए कैम्प
मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर एक नवंबर से 6 नवंबर 2022 तक मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी भोपाल द्वारा भारत सरकार के नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्रालय एवं मध्यप्रदेश ऊर्जा विभाग के समन्वय एवं सोलर रूफटॉप नोडल एजेंसियों के माध्यम से कंपनी कार्यक्षेत्र में सोलर रूफटॉप की जनजागृति के लिए कैम्प लगाये जाएंगे। इन सोलर रूफटॉप जगजागृति कैम्पों में सोलर के बारे में विस्तार से जानकारी देने के साथ ही सोलर लगाने के लाभ एवं सोलर रूफटॉप लगाने की प्रक्रिया के बारे में बताया जाएगा।
कंपनी कार्यक्षेत्र के भोपाल शहर में एक नवंबर को मिनाल रेसीडेंसी, अयोध्या जोन, प्रीमियम आर्चर्ड, शाहपुरा, डी.के.देवस्थली, डी.के.कॉटेज, रोहित नगर, ई-7 एवं ई-8 अरेरा कॉलोनी, होशंगाबाद में सतरस्ता एवं सागर पर्ल, 2 नवंबर को भोपाल शहर में अवधपुरी, संपदा हिल्स, मिनाल रेसीडेंसी, निखिल बंगलो, रूचि लाइफस्केप नर्मदापुरम रोड, गेलेक्सी सिटी अवधपुरी, 3 नवंबर को भोपाल शहर में शक्तिनगर, एलेक्जर गार्डन द्वारका धाम, अरेरा कॉलोनी, कंफर्ट गार्डन, चूनाभट्टी, जानकी नगर, चाणक्यपुरी, अभिनव होम्स अयोध्या बायपास रोड, 4 नवंबर को रोहित नगर, बाबड़िया कलां,साकेत नगर, सागर स्टेट, सिद्धार्थ लेकसिटी, वैशाली नगर, अरविंद विहार, बागमुमालिया, कोरल कासा अयोध्या बायपास रोड, 5 नवंबर को भोपाल शहर में रोहित नगर बाबड़िया कलां, पंचवटी बैरागढ़, कोहेफिजा ईदगाह कॉलोनी, मयूरी परिसर, अयोध्या बायपास, रजत नगर, प्रीमियर ऑर्चर्ड नियर पीपुल्स मॉल एवं 6 नवंबर को दानिश कुंज, अल्कापुरी, शक्तिनगर, मिनाल रेसीडेंसी, बागसेवनियां, कटारा हिल्स एवं छत्रसाल नगर फेस-2 में सोलर जनजागृति कैम्प का आयोजन किया जाएगा। गौरतलब है कि इन शिविरों में सोलर रूफटॉफ के मध्यप्रदेश में सभी पंजीकृत वेन्डरों द्वारा सोलर रूफटॉफ को बढ़ावा देने के लिए उपभोक्ताओं को अपने परिसरों में सोलर रूफटाप लगवाने की सभी जानकारी देते हुए सोलर रूफटाप के लाभ के बारे में विस्तार से बताते हुए ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
सोलर रूफटाप: लाभ एक नजर में
अपने घर/ग्रुप हाउसिंग सोसायटी की छत/लगी हुई खुली जगह पर सोलर पैनल लगायें और बिजली पर होने वाले खर्च को बचायें।
सोलर पैनल से बिजली 25 साल तक मिलेगी और इसके लगाने के खर्च का भुगतान 4-5 वर्षों में बराबर हो जाएगा। इसके बाद अगले 20 वर्षों तक सोलर से बिजली का लाभ सतत् मिलता रहेगा।
इससे कार्बन फुटप्रिंट कम होगा और पर्यावरण को लाभ मिलेगा।
1 कि.वा. क्षमता के सौर ऊर्जा पैनल के लिए लगभग 100 स्क्वायर फुट जगह की जरूरत होगी।
3 कि.वा. तक के सोलर प्लांट पर 40 प्रतिशत की सब्सिडी और 3 कि.वा. के बाद 10 कि.वा. तक 20 प्रतिशत की सब्सिडी भारत सरकार द्वारा मिलेगी।
ग्रुप हाउसिंग सोसायटी को कॉमन सुविधा वाले संयोजन पर 500 कि.वा. तक (10 कि.वा. प्रति घर) 20 प्रतिशत की सब्सिडी मिलेगी।
कंपनी द्वारा अधिकृत एजेंसी, तकनीकी विवरण, सब्सिडी व भुगतान की जाने वाली राशि की जानकारी हेतु मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के निकटतम कार्यालय, कंपनी की वेबसाईट portal.mpcz.in के मुख्य पृष्ठ पर देखें या टोल फ्री नंबर 1912 पर संपर्क करें।