- February 2, 2021
मतदान केंद्र पर ले जाने की इजाजत नहीं–इलेक्ट्रॉनिक इपिक
पटना —बिहार पंचायत चुनाव से पहले वोटर लिस्ट के संक्षिप्त पुनरीक्षण के दौरान कुल 14 लाख 76 हजार नये मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में शामिल किया गया है. इसमें से दो लाख 39 हजार मतदाताओं को इलेक्ट्रॉनिक इपिक (E-EPIC))दिया गया है. मतदाताओं को अब पर्स में इपिक कार्ड लेकर चलने की आवश्यकता नहीं होगी.
चाहे वह होटल, रेलवे या एयरपोर्ट हो. कहीं भी पहचान पत्र दिखाने की आवश्यकता हो तो अपने मोबाइल में डाउनलोड किये गये इ-इपिक को ही वैध कर दिया गया है. पैन कार्ड और आधार कार्ड की भांति भारत निर्वाचन आयोग ने नये मतदाताओं के लिए इ-इपिक कार्ड जारी किया है.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में बताया कि राज्य में इ-इपिक उन मतदाताओं को जारी किया गया है जिन लोगों ने मतदाता सूची में नाम शामिल कराने के साथ अपना मोबाइल नंबर दिया था. इसके साथ ही पहली बार चार लाख 15 हजार 18-19 आयु वर्ग के नये मतदाताओं का नाम सूची में शामिल किया गया है.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि जिन नये मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में शामिल किया गया है वे भी अपना इ-इपिक अपने मोबाइल या लैपटॉप में डाउनलोड कर सकते हैं. इसके लिए शर्त है कि उनको पहले वोटर हेल्पलाइन एप के माध्यम से अपना केवाइसी को अपडेट करना होगा जिसमें अनिवार्य रूप से मोबाइल नंबर दर्ज कराना होगा. मोबाइल नंबर रजिस्टर होते ही आपको ओटीपी मिल जायेगा.
इसके आधार पर शेष 12 लाख 37 हजार मतदाताओं को भी अपना इ-इपिक डाउनलोड हो जायेगा. उन्होंने बताया कि नये मतदाताओं को पहले चरण में फरवरी के अंत तक इ-इपिक जारी करने का आयोग ने निर्णय लिया है.
सामान्य मतदाताओं को इसके बाद ही इ-इपिक डाउनलोड करने की सुविधा मिलेगी. श्रीनिवास ने बताया कि एक मोबाइल नंबर से सिर्फ एक इ-इपिक को ही जोड़ा जा सकता है.
E-EPIC: मतदान केंद्र पर ले जाने की इजाजत नहीं
इसके अलावा मतदाताओं को इ-इपिक के अलावा भी पीवीसी कार्डवाला इपिक मिलेगा. इसे बंद नहीं किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि अभी तक बूथ के 100 मीटर अंदर मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध है. ऐसे में फिलहाल इ-इपिक के लिए मोबाइल को बूथ के अंदर ले जाने की अनुमति नहीं दी गयी है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि इ-इपिक को लेकर मान्यताप्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को भी जानकारी दी गयी है. बैठक में जदयू, भाजपा, राजद, कांग्रेस सहित अन्य दलों के प्रतिनिधि शामिल हुए.