- October 17, 2015
भारत सरकार को 46.15 करोड़ रुपए के अंतिम लाभांश का भुगतान
पेसूका (नई दिल्ली)- आईएफसीआई लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक (एमडी) श्री मलय मुखर्जी ने आज केन्द्रीय वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली को 46.15 करोड़ रुपए का अंतिम लाभांश चैक भेंट किया। वित्तीय वर्ष 2015 के लिए यह अंतिम लाभांश रुपए 10 प्रत्येक के इक्विटी शेयर पर रुपए 0.50 है। यह लाभांश वित्तीय वर्ष 2014-15 के लिए फरवरी, 2015 में किए गए 10 रुपए प्रत्येक के इक्विटी शेयर पर रुपए 1 के अंतरिम लाभांश भुगतान के अलावा है। भारत सरकार का आईएफसी की इक्विटी पूंजी में 55.53 प्रतिशत का प्रमुख हिस्सा है।
आईएफसीआई लिमिटेड 1948 में स्थापित देश का पहला विकास वित्त संस्थान (डीएफआई) है। स्वतंत्रता के तुरंत बाद स्थापित यह संस्थान अपनी स्थापना से ही देश के औद्योगिक और ढांचागत विकास में मुख्य भूमिका निभा रहा है। विकासात्मक पहल के एक हिस्से के रूप में इस संस्थान ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड, स्टॉक हॉल्डिंग कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, नार्थ इस्टर्न डेवलपमेंट फाइनेंस कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, मेनेजमेंट डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास निधि (आरजीवीएन) जैसी विभिन्न विशिष्ट संस्थाओं को संवर्धित किया है। आईएफसीआई लिमिटेड चीनी विकास निधि और क्रेडिट इनहांसमेंट गारंटी स्कीम फॉर स्ड्यूल्ड कास्ट्स (सीईजीएसएससी) के लिए भारत सरकार की नोडल एजेंसी भी है।