• April 5, 2022

भारत में 5% बढ़े पेट्रोल के दाम — पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी

भारत में 5%  बढ़े पेट्रोल के दाम — पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी

नई दिल्ली: देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें पिछले 15 दिन में 13 बार बढ़ चुकी हैं. पेट्रोल 9.20 रुपये महंगा हो चुका है. लेकिन इस बढ़ती महंगाई पर पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी का अजीबोगरीब बयान सामने आया है. पुरी ने मंगलवार को लोकसभा में कहा, रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद पेट्रोल की कीमतें भारत में 5 फीसदी ही बढ़ी हैं, जबकि विकसित देशों में इसका दाम 50 फीसदी तक बढ़ चुका है.

राज्यसभा में यूक्रेन के हालात पर चर्चा के दौरान हस्तक्षेप करते हुए पुरी ने ये बात कही.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत में तो कुल कीमत के महज 5 फीसदी इजाफा हुआ है, जबकि अमेरिका में 51 प्रतिशत कीमत बढ़ी है. पुरी ने बताया कि कनाडा में 52 प्रतिशत, जर्मनी और ब्रिटेन में 55 प्रतिशत, फ्रांस में 50 प्रतिशत, स्पेन में 58 प्रतिशत दाम ईंधन के बढ़े हैं.

अन्य विकासशील और विकसित देशों के मुकाबले भारत में पेट्रोल डीजल की महंगाई काफी कम है. पुरी ने विपक्ष के इन आरोपों को भी बेबुनियाद बताया कि यूक्रेन से भारतीयों की वापसी का ऑपरेशन मिशन गंगा महज मिशन ट्रांसपोर्ट था. पुरी यूक्रेन से भारतीयों की वापसी के अभियान से जुड़े विशेष दूतों में से एक थे, जो युद्धग्रस्त से भारतीयों के लाने के लिए नियुक्त किए गए थे. उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने यूक्रेन में भी बसें लगाई थीं, ताकि वहां फंसे भारतीयों को पड़ोसी मुल्कों तक लाया जा सके. इसे महज ऑपरेशन ट्रांसपोर्ट नहीं कहा जा सकता.

पेट्रोल की कीमतों पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत ही सिर्फ ऐसा देश नहीं है, जो यूक्रेन-रूस युद्ध से प्रभावित हुआ हो, पूरी दुनिया इसका दंश झेल रही है. पुरी ने यह भी कहा कि युद्ध शुरू होने के बाद प्राकृतिक गैस का दाम भी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कई गुना बढ़ गया है.

मंत्री ने इन आरोपों को भी खारिज किया कि यूक्रेन पर रूस की सैन्य कार्रवाई शुरू होने के पहले भारत द्वारा छात्रों के लिए जारी एडवाइजरी स्पष्ट नहीं थी. उन्होंने कहा कि एडवाइजरी एकदम स्पष्ट थी और भारतीय छात्रों से यूक्रेन छोड़ने को कहा गया था. यही वजह है कि करीब चार हजार भारतीय छात्र वहां से बाहर निकल भी गए थे.

पुरी का दावा- इन देशों में इतने बढ़े दाम
अमेरिका ********** 51%
कनाडा ********** 52%
जर्मनी ********** 55%
ब्रिटेन********** 55%
फ्रांस ********** 50%
स्पेन ********** 58%
भारत ********** 05%

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