भारत और मोजाम्बिक के बीच तेल एवं गैस क्षेत्र में सहयोग के लिए समझौता

भारत और मोजाम्बिक के बीच तेल एवं गैस क्षेत्र में सहयोग के लिए  समझौता
भारत और मोजाम्बिक के बीच तेल एवं गैस क्षेत्र में सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने आज पांच वर्ष की लंबी अवधि के लिए भारत और मोजाम्बिक के बीच तेल एवं गैस क्षेत्र में सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने को मंजूरी दे दी।

वर्ष 2010 में समुद्र में आसपास सटे दो ब्लॉकों में गैस के भंडार की खोज के बाद मोजाम्बिक हाइड्रोकार्बन से भरपूर राष्ट्र के रूप में उभर कर सामने आया है। मोजाम्बिक सामरिक दृष्टि से भारत के नजदीक है। यही नहीं, बाजार निर्धारित मूल्य पर भारत में प्राकृतिक गैस लाने की दृष्टि से भी मोजाम्बिक को काफी उपयुक्त माना जा रहा है। इस परियोजना में भारतीय ऊर्जा कंपनियों की भागीदारी से उभरते भारतीय गैस बाजार की एलएनजी तक पहुंच सुविधाजनक हो जाएगी।

उपर्युक्त एमओयू में तेल और गैस की खोज एवं उत्पादन के साथ-साथ कच्चे तेल के परिशोधन तथा बिक्री के क्षेत्र में भी सहयोग करने की बात कही गयी है। संबंधित पक्षों के बीच या उनकी संबद्ध कंपनियों के जरिए व्यापार एवं निवेश को बढ़ावा देने और अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्रों के बीच सहयोग करने समेत क्षमता सृजन को बढ़ावा देने का भी उल्लेख इस एमओयू में किया गया है।

Related post

यशपाल का आजादी की लड़ाई और साहित्य में योगदान

यशपाल का आजादी की लड़ाई और साहित्य में योगदान

  कल्पना पाण्डे———प्रसिद्ध हिन्दी कथाकार एवं निबंधकार यशपाल का जन्म 3 दिसम्बर 1903 को फिरोजपुर (पंजाब) में हुआ था। उनके…
साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

21 दिसंबर विश्व साड़ी दिवस सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”- आज से करीब  पांच वर्ष पूर्व महाभारत काल में हस्तिनापुर…
पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

उमेश कुमार सिंह——— गुरु गोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं। गुरु…

Leave a Reply