• December 14, 2016

भारत और इंडोनेशिया अतिवाद और असहिष्‍णुता के खि‍लाफ बचाव उपलब्‍ध करायेंगे : राष्‍ट्रपति

भारत और इंडोनेशिया अतिवाद और असहिष्‍णुता के खि‍लाफ बचाव उपलब्‍ध करायेंगे : राष्‍ट्रपति

राष्ट्रपति सचिवालय (पेसूका)— राष्‍ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने कल (12 दिसम्‍बर, 2016) राष्‍ट्रपति भवन में इंडोनेशिया के राष्‍ट्रपति महामहिम श्री जोको विडोडो तथा मैडम इरियाना विडोडो का स्‍वागत किया। उन्‍होंने उनके सम्‍मान में प्र‍ीतिभोज का आयोजन भी किया।

महामहिम राष्‍ट्रपति ने भारत में इंडोनेशिया के राष्‍ट्रपति का स्‍वागत करते हुए कहा कि भारत और इंडोनेशिया के बीच सदियों पुराने द्विपक्षीय संबंध हैं। दोनों देश औपनिवेशिक शासन से आजादी की लड़ाई में समान अनुभव साझा करते हैं।

राष्‍ट्रपति महोदय ने कहा कि भारत एक गतिशील लोकतंत्र के रूप में इंडोनेशिया के उद्भव का स्‍वागत करता है। भारत समन्‍वयवाद, सहिष्‍णुता एवं विविधता के लिए साझा मूल्‍यों पर आधारित एक खुले समाज के साथ एक बहुलवादी लोकतंत्र के रूप में इंडोनेशिया की सफलता को काफी महत्‍व देता है।

राष्‍ट्रपति महोदय ने कहा कि हम भारत एवं इंडोनेशिया को अतिवाद एवं असहिष्‍णुता के खि‍लाफ बचाव उपलब्‍ध कराने वाले दो देशों के रूप में देखते है। भारत समान सुरक्षा चिंताओं एवं अंत: राष्‍ट्रीय खतरों से निपटने के लिए इंडोनेशिया के साथ अपने सहयोग को महत्‍व देता है।

एक घनिष्‍ठ सामुद्रिक पड़ोसी के रूप में हमारी निकटता इस बात का संकेत है कि यह एक प्रमुख क्षेत्र है जहां हमें अनिवार्य रूप से भारत-प्रशांत क्षेत्र में रणनीतिक स्थिरता एवं सुरक्षा तथा समुद्री क्षेत्र में सुरक्षा अर्जित करने के लिए साझेदारों के रूप में एकजुट होकर काम करना चाहिए।

राष्‍ट्रपति महोदय ने कहा कि इंडोनेशिया आसियान में सबसे बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था है और इस क्षेत्र में भारत का सबसे बड़ा व्‍यापारिक साझेदार है। पिछले वर्ष हमारा द्विपक्षीय व्‍यापार लगभग 16 अरब डॉलर का था।

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