‘भारतीय हस्तशिल्प’ : फेस्टिव इवेंट ‘क्राफ्टेड बाय भारत’ — फ्लिपकार्ट

‘भारतीय हस्तशिल्प’ :  फेस्टिव इवेंट ‘क्राफ्टेड बाय भारत’ — फ्लिपकार्ट

दिल्ली (अभिषेक वर्मा )—-: भारत के स्‍वदेशी ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट ने आज फ्लिपकार्ट समर्थित फेस्टिव सेल इवेंट- ‘क्राफ्टेड बाय भारत’ का तीसरा एडिशन लाने की घोषणा की जिसका आयोजन 26-27 सितंबर को होगा और इस बार यह फ्लिपकार्ट के साल के सबसे बड़े इवेंट- द बिग बिलियन डेज़ (TBBD) 2022 के साथ मनाया जाएगा। यह दो दिवसीय इवेंट भारत की समृद्ध संस्कृति व धरोहर को दर्शाएगा और यह त्योहारी मौसम के दौरान देशभर के कलाकारों, बुनकरों द्वारा बनाए गए विभिन्न हैंडलूम उत्पादों व हस्तशिल्प कलाकृतियों पर केंद्रित होगा।

क्राफ्टेड बाय भारत इवेंट के तीसरे एडिशन के लिए फ्लिपकार्ट समर्थ ने बीबीडी स्पेशल्स कैटेगरी के तहत उत्पादों के लिए कई सारे ब्रांड्स और कलाकारों के साथ हाथ मिलाया है। सफारी लगेज ने नवरंग हैंडीक्राफ्ट्स के कलाकारों के साथ हाथ मिलाकर नवरंग हैंडीक्राफ्ट्स के कलाकारों के आर्टवर्क वाले सफारी सूटकेस पेश किए हैं। इसी तरह फेवीक्रिल ने एटिपिकल एडवांटेज के साथ हाथ मिलाकर दिव्यांग कलाकारों को सपोर्ट किया है। इसके तहत्, फेवीक्रिल ने दिव्यांग कलाकारों को उनकी पेंटिंग्स बनाने के लिए आवश्यक मैटेरियल उपलब्ध कराए हैं और ये पेंटिंग्स प्लेटफार्म पर बिक्री के लिए उपलब्ध होंगी। इनकी बिक्री से प्राप्त हुई रकम इन कलाकारों और एटिपिकल एडवांटेज को जाएगी।

क्राफ्टेड बाय भारत के लॉन्‍च की घोषणा करते हुए फ्लिपकार्ट ग्रुप के चीफ कॉर्पोरेट अफेयर्स ऑफिसर रजनीश कुमार ने कहा, ”हम एक इंक्लूसिव डिजिटल इकोसिस्टम बनाने और भारत के विकास एवं समृद्धि में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम द बिग बिलियन डेज़ इवेंट के तहत ’क्राफ्टेड बाई भारत’ सेल के तीसरे एडिशन के ज़रिए देशभर के कलाकारों के विभिन्न उत्पादों व कौशल को बढ़ावा देना और अपने ग्राहकों को भारत की समृद्ध संस्कृति से मिलवाना चाहते हैं। अभी प्लेटफार्म पर चल रहे टीबीबीडी के दौरान लाखों भारतीय ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे हैं और ऐसे में छोटे कारोबारों व हस्तशिल्पियों के पास हमारे प्लेटफार्म पर अपनी विज़िबिलिटी बढ़ाने, अपने कौशल व ’मेक इन इंडिया’ उत्पाद दिखाने का एक शानदार अवसर है। इसका फायदा उठाकर वे अपने उत्पादों की व्यापक रेंज दिखा सकते हैं और अपने कारोबारी लक्ष्य भी हासिल कर सकते हैं। हमारे कलाकारों, बुनकरों और भारतीय हस्तशिल्प का समर्थन करने को लेकर हम बहुत उत्साहित और गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।’’
पिछले एक साल के दौरान फ्लिपकार्ट समर्थ ने अपनी सेलर्स फर्म का बेस 300% बढ़ाया है और इन फर्म को भी अपना कारोबार 300% बढ़ाने में मदद की है। देशभर के राज्य एवं केंद्रीय मंत्रालयों, विभागों और संस्थाओं जैसे ग्रामीण विकास मंत्रालय, यूपी के एमएसएमई विभाग, उत्तराखंड व झारखंड के औद्योगिक विभाग, असम के वाणिज्य एवं उद्योग विभाग, तमिलनाडु एमएसएमई विभाग और जम्मू-कश्मीर व्यापार संवर्धन संगठन के साथ कई रणनीतिक साझेदारियां करने से यह संभव हो सका है।

इस विकास और कारोबारों के समावेश के साथ फ्लिपकार्ट समर्थ देशभर में 1.5 मिलियन लोगों की आजीविका को सकारात्मक ढंग से प्रभावित कर रहा है। पिछले तीन साल के दौरान फ्लिपकार्ट समर्थ पहल के तहत सरकारी संस्थाओं के साथ 26 एमओयू पर हस्ताक्षर हुए हैं जिनमें भारत सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय के साथ उनकी डे-एनयूएलएम (DAY-NULM) पहल और ग्रामीण विकास मंत्रालय के साथ दीनदयाल अंत्योदय योजना-नैशनल रूरल लाइवलीहुड मिशन (DAY-NULM) प्रोग्राम के लिए हाथ मिलाना शामिल है। फ्लिपकार्ट के वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ओडीओपी) प्रोजेक्ट में स्थानीय सेलर्स, कलाकारों, बुनकरों व शिल्पकारों द्वारा बनाए गए उत्पाद प्रदर्शित किए जाते हैं जिनमें उस राज्य में ही निर्मित एवं विशेषीकृत उत्पाद व कलाकृतियां भी शामिल होती हैं। इससे पहले, इस साल प्लेटफार्म पर उत्तर प्रदेश सरकार के 1600 करोड़ रुपये के मूल्य के ओडीओपी उत्पादों की बिक्री हुई थी।

फ्लिपकार्ट समर्थ को 2019 में लॉन्च किया गया था और जिसका उद्देश्य सुविधाओं से वंचित घरेलू समुदायों के लिए एक वहनीय एवं समावेशी प्लेटफार्म बनाना था जिसमें महिलाओं एवं दिव्यांगों के नेतृत्व वाले उद्यमों पर विशेष ध्यान दिया गया था। इस प्रोग्राम के तहत फ्लिपकार्ट कई सरकारी संस्थाओं, लाइवलीहुड मिशंस और एनजीओ पार्टनरों के साथ मिलकर देशभर के ग्रामीण उद्यमियों को इस प्लेटफार्म पर लाने के लिए काम कर रही है।

अभिषेक वर्मा
Senior Account Executive
| +91 7355759359
Edelman Vatika Triangle, 6th Floor,
Sushant Lok – 1
Block A, Gurugram,
Haryana 122 002, India

Related post

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

21 दिसंबर विश्व साड़ी दिवस सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”- आज से करीब  पांच वर्ष पूर्व महाभारत काल में हस्तिनापुर…
पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

उमेश कुमार सिंह——— गुरु गोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं। गुरु…
पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…

Leave a Reply