भारतीय किसानों के उत्थान के लिए सामाजिक स्टार्टअप की शुरूआत

भारतीय किसानों के उत्थान के लिए सामाजिक स्टार्टअप की शुरूआत

हम (IITians और Ex-Bankers) ने भारतीय किसानों के उत्थान के लिए एक मिशन के साथ एक सामाजिक स्टार्टअप मोबाइल ऐप “किसनमीत” (www.kisanmeet.com) लॉन्च किया है।

“Kisanmeet” का मुख्य कार्य किसानों को सीधे उनके ग्राहकों से जोड़ना है, ताकि किसान अपनी फसल, सब्जियां, फल, दूध और अन्य सामान सीधे अपने खरीदारों और उपभोक्ताओं को बेच सकें, ताकि किसानों को उचित मूल्य मिल सके।

दूसरी ओर, खरीदारों को पहले की तुलना में किफायती मूल्य पर किसानों से सीधे ताजा, शुद्ध और बिना मिलावट का माल मिलेगा।

हमें हर महीने करीब 45000 अतिरिक्त किसान चाहिए होंगे, ताकि किसानमीट के साथ जुड़ रहे ग्राहकों को माल की पूर्ती करके इन किसानो को उनके माल का उचित मूल्य मिल सके।

हमारे पास एक स्पष्ट दृष्टिकोण है कि हमें भारतीय किसानों को लाभ देना है और अगर हम आपका साथ पाने में सफल होते हैं, तो हमारा मिशन निश्चित ही बहुत सफल होगा।

यदि आप इसे उचित मानते हैं, तो कृपया अपने सभी प्रकाशन कार्यालयों से प्रिंट मीडिया के माध्यम से इस समाचार को प्रकाशित करने की व्यवस्था करें।

IITians और Ex-Bankers ने एक सामाजिक स्टार्टअप मोबाइल ऐप “Kisanmeet” (www.kisanmeet.com) शुरू किया है, जो कृषि क्षेत्र में एक क्रांति लाएगा। किसानमीत का मुख्य उद्देश्य किसानों को खरीदार और ग्राहक उपलब्ध कराना और उचित मूल्य प्रदान करके समृद्ध बनाना है।

यह ऐप विशेष रूप से किसानों के लिए बनाया गया अनोखा, सरल और उपयोग करने में आसान है। इस सामाजिक स्टार्टअप से न केवल किसानों को बल्कि उनके सभी प्रकार के ग्राहकों को भी लाभ होगा, जिनमें रेस्तरां, ढाबा, होटल, कैटरिंग, मैरिज पैलेस, बेकरी, मिठाई की दुकानें, सब्जी और फल विक्रेता, किराना दुकानें या सामान्य घरेलू ग्राहक, सभी रहेंगे ।

किसानमीट किसानों को सीधे उनके खरीदारों से जोड़ता है और स्वयं किसानों द्वारा आपूर्ति की व्यवस्था से ताजा, शुद्ध और बिना मिलावट वाले उत्पादों की आपूर्ति सुनिश्चित होती है।

चूंकि इस में किसानों और खरीदारों के बीच बिचौलियों और व्यापारियों की कोई भूमिका नहीं है, इसलिए मंडी और परिवहन लागतों के साथ साथ ऐसी सभी लागतों में कटौती करके अधिक बचत होगी।

मोबाइल ऐप “किसानमीट” किसानों को फसल उत्पादन पर किए गए सभी खर्चों का विवरण रखने के लिए ‘फसल लागत कैलकुलेटर’ की असाधारण सुविधा प्रदान करता है। इससे उन्हें अपने उत्पाद की कीमत की गणना करने में मदद मिलेगी और वह स्वयं कीमत निर्धारित कर सकते हैं।

दूसरी ओर यह लागत कैलकुलेटर ग्राहकों को भी दिखाई देगा जिस से वह उत्पाद पर इस्तेमाल किए गए कीटनाशकों और रसायनों के विवरण के साथ साथ सभी खर्चों को भी देख सकेंगे।

आपूर्ति की यह प्रणाली फसलों के उत्पादन में पारदर्शिता प्रदान करेगी, जो भारत के बेहतर स्वास्थ्य के लिए जैविक खेती को प्रोत्साहित करेगी । किसानमीत जैविक किसानों और उनके ग्राहकों के बीच भी पुल का काम करेगा।

ग्राहकों की मांग पैदा करने के लिए किसानमीट की टीमों ने पहले से ही अपना काम शुरू कर दिया है और बड़े ग्राहकों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए हर महीने 45000 से अधिक अतिरिक्त किसानों की आवश्यकता रहेगी।

अधिक विवरण वेबसाइट www.kisanmeet.com पर उपलब्ध है।

Related post

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

21 दिसंबर विश्व साड़ी दिवस सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”- आज से करीब  पांच वर्ष पूर्व महाभारत काल में हस्तिनापुर…
पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

उमेश कुमार सिंह——— गुरु गोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं। गुरु…
पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…

Leave a Reply