- November 16, 2019
ब्रिक्स के सदस्य देशों के बीच 500 अरब डॉलर के आपसी व्यापार का लक्ष्य
पीआईबी (नई दिल्ली) —– प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि इस बार इस शिखर सम्मेलन का मुख्य विषय नवाचार युक्त भविष्य के लिए आर्थिक विकास बहुत ही प्रासंगिक है क्योंकि नवाचार अब हमारे विकास का आधार बन चुका है। उन्होंने नवाचार को बढ़ावा देने के लिए ब्रिक्स के सदस्य देशों के बीच सहयोग मजबूत करने पर भी जोर दिया।
श्री मोदी ने कहा ‘अब हमें ब्रिक्स की दिशा पर विचार करना है, और अगले दस वर्षों में आपसी सहयोग और अधिक प्रभावी होना चाहिए।’ उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कई क्षेत्रों में सफलता के बावजूद कुछ क्षेत्रों में और प्रयास करने की काफी गुंजाइश है।
प्रधानमंत्री ने आपसी व्यापार और निवेश पर विशेष ध्यान देने का आह्वान करते हुए कहा कि यह इसलिए भी जरूरी है क्योंकि ब्रिक्स देशों के बीच आपासी व्यापार दुनिया के कुल व्यापार का महज 15 प्रतिशत है जबकि ब्रिक्स देशों में दुनिया की कुल आबादी का 40 फीसदी से ज्यादा हिस्सा बसता है।
श्री मोदी ने हाल ही में भारत में शुरु किए गए फिट इंडिया मूवमेंट का जिक्र करते हुए कहा कि वह फिटनेस और स्वास्थ्य के क्षेत्र में ब्रिक्स के सदस्य देशों के बीच संपर्क और साझेदारी बढ़ाने के इच्छुक हैं।
उन्होंने कहा कि टिकाऊ जल प्रबंधन और साफ सफाई आज भी शहरी क्षेत्रों में एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने इसके साथ ही ब्रिक्स देशों के जल मंत्रियों की पहली बैठक भारत में आयोजित करने का प्रस्ताव भी रखा।
प्रधानमंत्री ने आतंकवाद से निपटने के लिए ब्रिक्स की रणनीति पर पहली बार संगोष्ठि के आयोजन पर खुशी जाहिर करते हुए उम्मीद जताई कि पांच कार्य समूह के प्रयास और गतिविधियां आतंकवाद और अन्य संगठित अपराधों के खिलाफ ब्रिक्स देशों के सुरक्षा सहयोग को और मजबूत बनाएंगी।
श्री मोदी ने कहा कि वीजा, सामाजिक सुरक्षा समझौतों और योग्यताओं की पारस्परिक मान्यता पांच सदस्य देशों के बीच व्यापार और पर्यटन के लिए अनुकूल माहौल बनाएगी।
प्रधानमत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ब्रिक्स व्यापार परिषद् और नव विकास बैंक-एनडीबी के साथ ब्रिक्स नेताओं की बैठक में हिस्सा लिया।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि ब्रिक्स व्यापार परिषद् ने अगले शिखर सम्मेलन तक ब्रिक्स के सदस्य देशों के बीच 500 अरब डॉलर के आपसी व्यापार का लक्ष्य हासिल करने की रूपरेखा तय की है। उन्होंने कहा कि सदस्य देशों के बीच आर्थिक पूरकताओं की पहचान इस प्रयास में महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने कहा कि नव विकास बैंक और ब्रिक्स व्यापार परिषद् के बीच साझेदारी समझौता दोनों ही संगठनों के लिए लाभदायक रहेगा।
श्री मोदी ने ब्रिक्स देशों और नव विकास बैंक से प्राकृतिक आपदाओं को झेलने में सक्षम अवसंरचनाओं के निर्माण की वैश्विक पहल में साथ आने की अपील की। इसके साथ ही उन्होंने भारत में नव विकास बैंक की क्षेत्रीय शाखा खोले जाने का काम जल्दी पूरा करने का भी अनुरोध किया ताकि प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में परियोजनाओं को बढ़ावा मिल सके।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मैं यह कहते हुए अपनी बात समाप्त करता हूं कि ब्रिक्स आर्थिक सहयोग को मजबूत करने का हमारा सपना परिषद् और नव विकास बैंक के पूरे सहयोग से ही साकार हो सकता है।’