- March 30, 2015
-‘बेटी बचाओ’ अभियान: महिला-पुरूष संतुलन जरूरी:- कलक्टर लाहोटी
प्रतापगढ़, 30 मार्च। जिला कलक्टर रतन लाहोटी ने लड़कियों की संख्या बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा कि सामाजिक व्यवस्था के सुचारू संचालन के लिए महिला-पुरूष संतुलन जरूरी है। वह सोमवार को मिनी सचिवालय के सभागार में ‘बेटी बचाओ’ अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए आयोजित जिला स्तरीय आमुखीकरण कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।
जिला कलक्टर लाहोटी ने लिंगानुपात की तुलना पर्यावरण से करते हुए कहा कि जिस प्रकार पर्यावरण का संतुलन बिगड़ने से कई प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ता है उसी प्रकार समाज में महिला-पुरूष संतुलन गड़बड़ाने से पारिवारिक संकट गहरा सकता है। बिगड़े लिंगानुपात का सीधा असर सामाजिक संरचना पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण की कुरीति आरंभ में नहीं थी।
विज्ञान की प्रगति के साथ मानव की भलाई के लिए विकसित तकनीक का गलत इस्तेमाल करने से यह कुरीति पनपी। माता के गर्भ में ही भू्रण की पहचान कर ली जाती है और कुछ लोग कन्या का भू्रण होने पर गर्भ में ही उसको नष्ट करवा देते हैं। सरकार कानून बनाकर इसे रोकने का प्रयास कर रही है, लेकिन केवल कानून से ही इस समस्या से नहीं निपटा जा सकता। इसके लिए व्यापक जनजागरुकता के मार्फत लोगों की सोच बदलने की आवश्यकता है।
लाहोटी ने कहा कि घर-घर तक पहुंच रखने वाले जनप्रतिनिधियों, गैर सरकारी संगठन व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सहयोग से इस सामाजिक कुरीति को जड़ से मिटाकर बेटे-बेटी को समाज में समान अधिकार दिलाया जा सकता है। जिला कलक्टर ने आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में संतुलित लिंगानुपात को रेखांकित करते हुए इनसे प्रेरणा लेने का आह्वान किया।
जिला प्रमुख सारिका मीणा ने कविता के माध्यम से बेटी बचाने का संदेश दिया। नगर परिषद सभापति कमलेश डोसी ने लोगों से बेटी बचाओ अभियान में सहभागिता निभाने का आह्वान किया। प्रतापगढ़ प्रधान कारीबाई व धरियावद प्रधान रूपलाल ने समाज की सोच में बदलाव लाकर बेटी बचाने पर जोर दिया। उप जिला प्रमुख आशीष जैन ने परिवार में बेटी के महत्व को रेखांकित करते हुए माताओं के गर्भ में पल रही बेटियों की जिन्दगी बचाने की आवश्यकता प्रतिपादित की। छात्रा सलोनी राठौड़ ने मां की कोख में मार दी जाने वाली बेटियों की भावना मार्मिक ढंग से अभिव्यक्त कर बेटी बचाने का संदेश दिया।
जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओपी बैरवा ने पावर पॉइन्ट प्रजंटेशन के माध्यम से गर्भधारण पूर्व एवं प्रसव पूर्व निदान तकनीक (लिंग निर्धारण का प्रतिषेध) अधिनियम की विस्तार से जानकारी दी। कार्यशाला में जिला परिषद सीईओ रामावतार मीणा, एसीईओ रामेश्वर मीणा, अनुजा निगम के परियोजना प्रबंधक विजय सिंह नाहटा, नगर परिषद उप सभापति रमेश मीणा के अलावा जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।
प्रतापगढ़ शहर की पेयजल व्यवस्था प्रभावित रहेगी
प्रतापगढ़, 30 मार्च। जाखम बांध हैड वर्क्स स्थित इंटैंक वेल पर बिजली व्यवधान रहने से प्रतापगढ़ शहर की पेयजल व्यवस्था प्रभावित रहेगी। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के सहायक अभियंता कैलाश चन्द खटीक ने बताया कि शहरी जल योजना प्रतापगढ़ की पेयजल आपूर्ति प्रतापगढ़ शहर से लगभग 28 किलोमीटर दूर स्थित जाखम बांध से एकान्तर की जा रही है।
जाखम बांध हैड वर्क्स स्थित इंटैंक वेल पर 27 मार्च को दोपहर साढ़े 11 बजे से सायं छह बजे तक, 28 मार्च को दोपहर 2 बजे से 29 मार्च को दोपहर 1 बजे तक लगातार 23 घंटे तक बिजली आपूर्ति बाधित रही। इसी प्रकार 30 मार्च को प्रातः 9 बजे तक 2-3 बार एवं दोपहर 1 बजे से सायं 5 बजे तक विद्युत व्यवधान रहा। इससे समुचित जल भंडार नहीं हो पाया जिससे शहर की पेयजल वितरण व्यवस्था प्रभावित रहेगी। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने जल उपभोक्ताओं को होने वाली परेशानी के लिए खेद प्रकट किया है।