• May 28, 2022

बिहार —- 28 मई माहवारी स्वच्छता दिवस

बिहार —- 28 मई माहवारी स्वच्छता दिवस

बिहार ————— महिला एवं बाल विकास निगम की पहल पर महावारी स्वच्छता प्रबंधन के तहत कैंपेन की शुरुआत की गई. इसका मुख्य उद्देश्य इस राज्य में सुरक्षित माहवारी स्वचछता प्रबंधन को बढ़ावा देने और सही उपायों को अपनाने पर है. निगम द्वारा बिहार राज्य का माहवारी स्वचछता प्रबंधन रोड मैप तैयार किया गया है. इस रोड मैप में विभिन्न विभागों के कार्यक्रम का समन्वय किया गया है. जिसमें शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, समाज कल्याण विभाग, ग्रामीण विकास विभाग और जीविका की प्रमुख भूमिका होगी.

इस रोड मैप के अनुसार विकास आयुक्त की अध्यक्षता में एक राज्य टास्क फोर्स एवं जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया जायेगा. साथ ही, जो सभी सम्बंधित विभागों को दिए गए कार्यो की समय समय पर समीक्षा कर बिहार की किशोरियों और महिलाओं में सुरक्षित माहवारी प्रबंधन को बढ़ावा देगी.

इस पहल में स्कूल शिक्षक, आंगनवाडी सेविकाएं, आशा दीदी, विकास मित्रों, किशोरी समूहों और जीविका दीदियों के अलावा अन्य विभागों के कर्मी भी सक्रिय रूप से हिस्सा लेंगे. महिला एवं बाल विकास निगम, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग और शिक्षा विभाग के साथ मिलकर माहवारी स्वचछता प्रबंधन के लिए एक कैंपेन की शुरुआत कर रही है.

इस विषय पर जन जागरूकता के लिए हर वर्ष 28 मई को माहवारी स्वच्छता दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस दिन का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और किशोरियों को सुरक्षित और स्वच्छ मासिक प्रबंधन के उपायों का अनुपालन करने के लिए सही उत्पादों, सूचना और सुविधाओं का उपयोग करने के लिए अवगत कराना है.

महिला एवं बाल विकास निगम की अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक हरजोत कौर ने इस पहल के बारे में बताते हुए कहा कि बिहार राज्य बेहतर माहवारी स्वचछता प्रबंधन के लिए प्रतिबद्ध है. अगले कुछ वर्षों में इसके अच्छे परिणाम सामने आयेंगे.

Related post

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

21 दिसंबर विश्व साड़ी दिवस सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”- आज से करीब  पांच वर्ष पूर्व महाभारत काल में हस्तिनापुर…
पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

उमेश कुमार सिंह——— गुरु गोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं। गुरु…
पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…

Leave a Reply