• April 5, 2022

बिहार :: हवलदार विशाल कुमार के पार्थिव शरीर मुंगेर रवाना ,बुधवार को अंतिम संस्कार

बिहार  :: हवलदार विशाल कुमार के पार्थिव शरीर मुंगेर  रवाना ,बुधवार को  अंतिम संस्कार

पटना. कश्मीर में आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ हवलदार विशाल कुमार का पार्थिव शरीर मंगलवार को पटना लाया गया.

पटना एयरपोर्ट पर जब शहीद का पार्थिव शरीर उतारा गया तो वहां बिहार में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद, डीजीपी एस.के सिंघल, पटना के जिलाधिकारी और एसएसपी मौजूद थे. इस दौरान एलजेपी के सांसद चिराग पासवान को छोड़ कर वहां कोई अन्य राजनीति दल का प्रतिनिधि या बिहार सरकार का कोई मंत्री श्रद्धांजलि देने नहीं पहुंचा था. हालांकि पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी पटना एयरपोर्ट पर पहुंचे जरूर लेकिन उनके आने तक श्रद्धांजलि कार्यक्रम खत्म हो गया था.

जवानों और अधिकारियों के सलामी और श्रद्धांजलि देने के बाद शहीद सीआरपीएफ हवलदार के पार्थिव शरीर को उनके गृह जिले मुंगेर जाने के लिए वाहन में रख दिया था. चिराग पासवान ने सरकार के किसी भी मंत्री या कोई अन्य जनप्रतिनिधि के नहीं पहुंचने पर गहरी नाराजगी जताई.

उन्होंने कहा कि मंत्री सम्राट चौधरी का श्रद्धांजलि कार्यक्रम खत्म होने के बाद यहां पहुंचना सरकार की संवेदनशीलता को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि यह कोई राजनीति करने का विषय नहीं है. लेकिन जब हमारे राज्य का कोई वीर सपूत देश की खातिर अपने प्राणों की आहुति देता है तो हम सब का कर्तव्य होता है कि उसके सर्वोच्च बलिदान का सम्मान करें.

श्रद्धांजलि कार्यक्रम खत्म होने के बाद हवलदार विशाल कुमार के पार्थिव शरीर को पूरे सम्मान के साथ मुंगेर के लिए रवाना किया गया. बुधवार को यहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.

सोमवार को श्रीनगर के मेसूमा इलाके में आतंकियों के द्वारा किए गए हमले में एक जवान शहीद हो गया था जबकि सीआरपीएफ के कॉन्स्टेबल विशाल कुमार बुरी तरह जख्मी हो गए थे. घायल विशाल कुमार को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. शहीद जवान विशाल कुमार मुंगेर जिला के शामपुर थाना क्षेत्र के लोहची के रहने वाले थे

Related post

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…
जलवायु परिवर्तन: IPBES का ‘नेक्सस असेसमेंट’: भारत के लिए एक सबक

जलवायु परिवर्तन: IPBES का ‘नेक्सस असेसमेंट’: भारत के लिए एक सबक

लखनउ (निशांत सक्सेना) : वर्तमान में दुनिया जिन संकटों का सामना कर रही है—जैसे जैव विविधता का…
मायोट में तीन-चौथाई से अधिक लोग फ्रांसीसी गरीबी रेखा से नीचे

मायोट में तीन-चौथाई से अधिक लोग फ्रांसीसी गरीबी रेखा से नीचे

पेरिस/मोरोनी, (रायटर) – एक वरिष्ठ स्थानीय फ्रांसीसी अधिकारी ने  कहा फ्रांसीसी हिंद महासागर के द्वीपसमूह मायोट…

Leave a Reply