• July 1, 2021

बिहार से पंजाब में अमृतसर :: कर्म भूमि एक्सप्रेस से ह्यूमन ट्रैफिकिंग :चाइल्ड प्रोटेक्शन –18 साल से कम उम्र के 38 बच्चे

बिहार से पंजाब में अमृतसर ::  कर्म भूमि एक्सप्रेस से ह्यूमन ट्रैफिकिंग :चाइल्ड प्रोटेक्शन   –18 साल से कम उम्र के 38 बच्चे

जीआरपी ने बिहार से पंजाब जा रही कर्म भूमि एक्सप्रेस से ह्यूमन ट्रैफिकिंग के शक में 38 बच्चों समेत कुल 83 लोगों को उतारा है। मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पर यह कार्रवाई यूपी चाइल्ड प्रोटेक्शन के स्टेट कोर्डिनेटर सूर्य प्रताप मिश्रा की ओर से एसपी रेल को भेजे गए मेल के बाद की गई है।

बच्चों को पंजाब में अमृतसर समेत अलग-अलग शहरों में काम करने के लिए ले जाया जा रहा था। चाइल्ड प्रोटेक्शन की टीम की तरफ से तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। जिसमें 1 युवक चंदीगढ़ का बाताया जा रहा है और 2 बिहार के रहने वाले हैं।

20 संदिग्ध तस्कर भी उतारे गए

एसपी रेल को सूचना दी गई थी कि बिहार से पंचाब जा रही कर्मभूमि एक्सप्रेस में बिहार के कटिहार स्टेशन से करीब 63 बच्चे बैठे हैं। जिनकी उम्र 18 वर्ष से कम है। इन बच्चों को तस्करी कर दूसरे राज्यों में मजदूरी कराने के लिए ले जाने की आशंका जताई गई थी। ट्रेन में बच्चों की बोगी और बर्थ संख्या बताने के साथ ही मेल में उनके कुछ फोटो भी साझा किए गए थे। जानकारी दी गई थी कि 63 बच्चों के साथ ही ट्रेन में 20 संदिग्ध तस्कर भी हैं जो बच्चों के साथ सफर कर रहे हैं।

18 साल से कम उम्र के हैं 38 बच्चे

सूचना मिलते ही एसपी रेल अपर्णा गुप्ता ने सीओ देवी दयाल की अगुवाई में चार टीमों का गठन किया। इसमें चाइल्ड प्रोटेक्शन की टीम को भी साथ में रखा गया। सुबह करीब आठ बजे ट्रेन जैसे ही मुरादाबाद स्टेशन पहुंची। चारों टीमों ने उसकी तलाशी शुरू कर दी। इंस्पेक्टर जीआरपी ने बताया कि ट्रेन में 38 बच्चों समेत उनके साथ सफर कर रहे कुल 83 लोगों को नीचे उतारा गया है। इनमें से 38 की उम्र 18 से कम है।

कुछ बच्चे 12 साल तक उम्र के भी

इंस्पेक्टर जीआरपी सुधीर कुमार का कहना है कि ट्रेन से उतारे गए बच्चों में से कुछ की उम्र 12 साल तक भी है। इन बच्चों में से ज्यादातर को पंजाब में अमृतसर ले जाया जा रहा था। कुछ बच्चे बाकी शहरों में पहुंचाए जाने थे। बच्चो के बारे में ठीक से जानकारी करने के लिए चाइल्ड प्रोटेक्शन टीम की मौजूदगी में जीआरपी सभी से पूछताछ कर रही है। इंस्पेक्टर ने बताया कि अभी तक की पूछताछ में पता चला है कि बच्चों को घरों पर काम कराने के लिए ले जाया जा रहा था।

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