- July 21, 2016
बिजली छीजत व चोरी समीक्षा
जयपुर———–डिस्कॉम कोरडिनेशन फोरम की बुधवार को हुई मैराथन बैठक में बिजली छीजत व चोरी रोकने के लिए उठाये जा रहे उपायों की प्रगति की समीक्षा की गई और कहा गया कि इस कार्य के लिए जो भी परेशानियां आ रही हैं उन्हें दूर किया जाए। बैठक में सुझाव दिया गया कि फीडर इंचार्ज की नियुक्ति में दिक्कत आने पर आईटीआई पास टेक्नीकल हेल्परों को नियुक्ति करने का काम अति शीघ्र पूरा किया जाए।
राजस्व वसूली बढ़ाने के लिए मुख्यालय पर तैनात लेखा कर्मचारियों को उपखण्ड स्तर पर प्राथमिकता से लगाया जाए। बैठक में यह भी कहा गया ज्यादा छीजत वाले शहरी और औद्योगिक क्षेत्रों में हानि कम करने का दायित्व अधिशाषी अभियन्ताओं को सौपा जाए।
तीनों विद्युत वितरण निगमों के अध्यक्ष श्रीमत पाण्डेय ने कहा कि उदय योजना के तहत छीजत कम करने के निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कर्मचारियों का आवश्यकता अनुसार समानीकरण किया जाना चाहिए। जिससे प्रथम फेज में चयनित फीडरों पर फीडर इंचार्ज की नियुक्ति में तेजी लाकर उन फीडरों पर सर्वें का काम शीघ्र पूरा किया जा सके।
डिस्कॉम कोरडिनेशन फोरम की बैठक में हानि कम करने की योजना सहित विभिन्न योजनाओं की प्रगृति की समीक्षा की गयी इसमें प्रमुख रूप से शहरी एवं औद्योगिक क्षेत्रों मे लक्ष्य के अनुसार छीजत कम करना, फीडर मेनेजर के प्रशासनिक नियन्त्रण को बदलने, अधिशाषी अभियन्ताओं के कर्र्तव्य एवं उत्तरदायित्व, कम्यूनिकेशन स्ट्रटेजी, डेलीगेशन आफ पावर में संशोधन व सूचना प्रौद्योगिकी नीति के बारे में विस्तार से चर्चा की गई।
डिस्कॉम चैयरमैन ने कहा कि हानि कम करने की कार्य योजना को विशेष रखरखाव कार्यक्रम मानते हुए चोरी व छीजत को रोकने के लिए चोरी बाहुल क्षेत्रों को चिन्हित कर सर्तकता जांच में तेजी लावें व फीडर में तकनीकी सुधार के लिए आवश्यक सामान की उपलब्धता सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि डिस्कॉम प्रशासन का यह मत है कि फील्ड में काम करने वाले अधिकारियोें को ज्यादा अधिकार दिये जाए ताकि योजनाओं की क्रियान्विती गति पकड़ सके।
श्री पाण्डेय ने सुझाव दिया कि अधीक्षण अभियन्ता से लेकर डिस्कॉम के उच्च अधिकारियों को समय समय पर उपखण्ड से लेकर वृत्त का दौरा करने व वहां चल रहे कार्याे की समीक्षा करने की कार्य योजना तैयार करने चाहिए और समीक्षा के उपरान्त उसका निरीक्षण प्रतिवेदन जारी होना चाहिए।
ऊर्जा विभाग के सलाहकार आर.जी गुप्ता ने बैठक में बताया कि दो प्रमुख कार्य करके छीजत में कमी लाई जा सकती है इसके लिए सिंगल फेज के लाइनों को थ्री फेज लाइनों से अलग करना और ट्रांसफार्मर की रिकंडिशनिंग के कार्य को जल्दी पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि उदय योजना के तहत छीजत कम करने के लक्ष्य को हासिल नही करने वालें अधिकारियों के खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्यवाही की जाएगी।
उन्होंने बैठक में उपस्थित संभागीय मुख्य अभियन्ताओं से सुझाव देने के लिए कहा कि जिस क्षेत्र में बिजली चोरी नही हो और कनेक्शन देने पर डिस्कॉम पर अतिरिक्त वित्तीय भार भी नही आये ऎसे क्षेत्रों मे कनेक्शन देना चाहिए या नहींं। इसकी कार्य योजना बनाने के लिए मुख्य अभियन्ता झुंझुनू को अधिकृत किया गया है।