• January 12, 2015

बिजली उपभोक्ताओं को कम लागत में बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराएं

बिजली उपभोक्ताओं को कम लागत में बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराएं

जयपुर -प्रदेश में २४3७ बिजली आपूर्ति के मिशन को सफल बनाने एवं विद्युत उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए ओटीएस के भगवान सिंह मेहता सभागार में रविवार को एक कार्यशाला का आयेजन किया गया। कार्यशाला में तीनों विद्युत वितरण निगमों के अधीक्षण अभियन्ताओं सहित उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।

भरत सरकार के पूर्व ऊर्जा सचिव श्री आर.वी.शाही ने कहा कि राजस्थान में २४3७ पावर सप्लाई मिशन को सफल एवं सम्भव करने के लिए भारत सरकार के एडवायजरी ग्रुप ने सबसे पहले राजस्थान को चुना है। यह कार्य असंभव तो नहीं है परन्तु चुनौती भरा जरूर है। उन्होंने कहा कि विद्युत वितरण निगमों द्वारा उपभोक्ता सेवाओं पर विशेष ध्यान देना होगा। बेहतर उपभोक्ता सेवाएं प्रदान करके ही घाटा कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में ऊर्जा क्षेत्र का अच्छा इतिहास रहा है। एवीडीआरपी एवं आरजीजीवाई योजनाओं को लागू करने में राजस्थान की गिनती ऊंचे राज्यों में रही है।

श्री आर.वी.शाही ने कहा कि प्रदेश के वितरण निगमों का घाटा लगभग 77 हजार करोड़ रुपये तक पहुंच गया है एवं एटी एण्ड सी लॉसेज भी 26.71 प्रतिशत है जो कि बहुत अधिक है। इन लॉसेज को कम करने के लिए योजना बनाकर कार्य किया जाये। सभी अधीक्षण अभियन्ताओं ने भी कहा कि गत वर्ष की तुलना में इस वित्तीय वर्ष में बिजली छीजत में 3-4 प्रतिशत की कमी लाने के प्रयास किये जायेंगे।

राजस्थान के ऊर्जा सचिव श्री संजय मल्होत्रा ने अधिकारियों को कहा कि कम लागत में उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं देना सुनिश्चित करें। उपभोक्ता सेवाओं में नये कनेक्शन सही समय पर जारी करना, जले ट्रांसफार्मरों को 72 घन्टे की निर्धारित अवधि में बदलना एवं इस अवधि को कम करना, राजस्व वसूली क्षमता को बढ़ाना, सही एवं त्रुटि रहित बिल जारी करना एवं बिजली आपूर्ति संबंधित अन्य समस्याओं एवं शिकायतों का शीघ्र समाधान करना आदि कार्यों पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

श्री मल्होत्रा ने कहा कि सभी अधीक्षण अभियन्ता अपने क्षेत्रों में यह सुनिश्चित करें कि किसानों को निर्धारित ब्लॉक के अनुसार कृषि कार्य के लिए बिजली की आपूर्ति हो। उन्होंने यह भी कहा कि बेहतर मॉनिटरिंग द्वारा बिलिंग व्यवस्था को सुधारा जा सकता है।

कार्यशाला में तीनों डिस्कॉम के अधीक्षण अभियन्ताओं द्वारा अपने अपने सर्किलों में कार्य के दौरान आने वाली समस्याओं की जानकारी दी गई एवं इन्हें दूर करने के उपायों पर भी विस्तार से चर्चा की गई।

कार्यशाला में सलाहकार ऊर्जा विभाग राजस्थान श्री आर.जी.गुप्ता, जयपुर डिस्कॉम के प्रबन्ध निदेशक श्री बी.के.दोसी, नवनियुक्त प्रबन्ध निदेशक श्री अनुराग भारद्वाज सहित विद्युत निगमों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

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