• August 31, 2021

बाढ़ प्रभावित इलाकों में विभिन्न पुलों एवं तटबंधों का किया हवाई सर्वेक्षण

बाढ़ प्रभावित  इलाकों  में  विभिन्न  पुलों  एवं  तटबंधों  का किया  हवाई  सर्वेक्षण

(सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग पटना )

पटना——- :- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने मधुबनी एवं दरभंगा जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया एवं दरभंगा जिले के कुशेश्वर स्थान पूर्वी प्रखंड स्थित ग्राम अदलपुर एवं सहोरवा में बाढ़ की स्थिति का निरीक्षण किया। हरौली पंचायत स्थित असमा हेलीपैड से एन0डी0आर0एफ0 की बोट से मुख्यमंत्री ने ग्राम अदलपुर, सहोरवा सहित बाढ़ के पानी से पूरी तरह जलमग्न हो चुके आस-पास के इलाकों का जायजा लिया।

मुख्यमंत्री ने सड़क किनारे शरण लिए हुये बाढ़ प्रभावित लोगों को दी जा रही सुविधाओं के संबंध में भी अधिकारियों से पूरी जानकारी ली।

बाढ़ की स्थिति का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री ने प्रखंड कुशेश्वर स्थान पूर्वी स्थित उच्च माध्यमिक विद्यालय मसानखोर में बनाये गए बाढ़ राहत शिविर का जायजा लिया। बाढ़ राहत शिविर के निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित गर्भवती महिलाओं का आश्रय स्थल, समुदायिक रसोई, आवासन, विद्यालय में चल रहे स्मार्ट क्लास सहित बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत शिविर में दी जा रही सुविधाओं का भी जायजा लिया।

मुख्यमंत्री ने बाढ़ राहत शिविर में रह रहे लोगों से सामुदायिक रसोई में मिलने वाले भोजन एवं उपलब्ध कराई गई सुविधाओं के संबंध में पूरी जानकारी ली।

शंकरा मॉडर्न पब्लिक स्कूल ग्यासपुरा में जिला स्वास्थ्य समिति दरभंगा द्वारा बनाये गए कोविड-19 टीकाकरण केंद्र सह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का मुख्यमंत्री ने निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने जेनरल ओ0पी0डी0, नेत्र ओ0पी0डी0, संचारी एवं गैर संचारी रोगों से संबंधित जांच, दवा वितरण केंद्र, पैथोलॉजिकल जांच, मातृत्व स्वास्थ्य हेतु अभिनव प्रयास सहित उपलब्ध अन्य सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मोहम्मद रब्बानी को मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक ऋण योजना के तहत 2 लाख रुपये का चेक, नजमा आफरीन को मुस्लिम परित्यक्ता/तलाकशुदा महिला सहायता योजना के तहत 25 हजार रूपये का चेक और बाढ़ प्रभावित श्रीमती ममता देवी को राहत शिविर में पुत्री पैदा होने पर 15 हजार रुपये का चेक प्रदान किया।
इस अवसर पर शंकरा मॉडर्न पब्लिक स्कूल प्रबंधन द्वारा मुख्यमंत्री को पारम्परिक पाग पहनाकर एवं अंगवस्त्र भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। स्कूल प्रांगण में मुख्यमंत्री ने पौधारोपण भी किया।

निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ राहत शिविर में रह रहे लोगों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इस पर विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण केंद्र सह सामुदायिक स्वास्थ्य शिविर को लोगों के बीच प्रचारित करायें और प्रतिदिन अधिक से अधिक लोगों की कोरोना जांच करायें।

इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री श्री संजय कुमार झा, बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष श्री महेष्वर हजारी, विधायक श्री संजय सरावगी, विधायक श्री मिश्रीलाल यादव, विधायक श्री विनय कुमार, विधान पार्षद श्री अर्जुन सहनी, सचिव जल संसाधन श्री संजीव हंस, विशेष कार्य पदाधिकारी आपदा प्रबंधन श्री संजय कुमार अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, आयुक्त दरभंगा प्रमंडल डॉ0 मनीष कुमार, आई0जी0 दरभंगा रेंज श्री अजिताभ कुमार, जिलाधिकारी दरभंगा डॉ0 त्यागराजन एस0एम0, वरीय पुलिस अधीक्षक दरभंगा श्री बाबू राम सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

निरीक्षण के पश्चात पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ को लेकर बिहार सरकार पूरी तरह से गंभीर है।

हमलोग बाढ़ की स्थिति का प्रतिदिन आकलन करते हैं और विभिन्न जिलों में जाकर राहत के लिए किये जा रहे कार्यों की समीक्षा भी करते हैं। वर्ष 2007 से ही हमलोग बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत देने का काम कर रहे हैं। कई बार इन इलाकों का हवाई सर्वेक्षण कर चुके हैं।

आज हमने दरभंगा और मधुबनी के बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया है। यह इलाका वर्ष में 6 महीने बाढ से प्रभावित रहता है। इसको लेकर सरकार ने योजना बनाई है। इंबैंकमेंट का काम किया जा रहा है ताकि बाढ़ का पानी यहां नहीं रहे और लोगों को राहत मिले। लोगों ने बताया है कि यहां बाढ़ राहत का काम अच्छी तरह से चल रहा है।

संपर्क :
सहायक सूचना निदेशक
बिहार सूचना केंद्र नई दिल्ली

Related post

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…
जलवायु परिवर्तन: IPBES का ‘नेक्सस असेसमेंट’: भारत के लिए एक सबक

जलवायु परिवर्तन: IPBES का ‘नेक्सस असेसमेंट’: भारत के लिए एक सबक

लखनउ (निशांत सक्सेना) : वर्तमान में दुनिया जिन संकटों का सामना कर रही है—जैसे जैव विविधता का…
मायोट में तीन-चौथाई से अधिक लोग फ्रांसीसी गरीबी रेखा से नीचे

मायोट में तीन-चौथाई से अधिक लोग फ्रांसीसी गरीबी रेखा से नीचे

पेरिस/मोरोनी, (रायटर) – एक वरिष्ठ स्थानीय फ्रांसीसी अधिकारी ने  कहा फ्रांसीसी हिंद महासागर के द्वीपसमूह मायोट…

Leave a Reply