बालिका को हीन दृष्टि से न देखें पालक: गुप्ता

बालिका को हीन दृष्टि से न देखें पालक: गुप्ता

मुरैना/पोरसा (प्रमोद कुमार शर्मा) –  बालिका भी समाज का अंग है, बालिका को हीन दृष्टि से देखना गलत है, बालिका बड़ी होकर दो परिवारों का नाम रोशन करती है। इसका लालन-पालन बच्चों की तरह किया जावे।

जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर के आदेश पर राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई नागाजी स्कूल पोरसा द्वारा शाप्रावि गोकुलपुरा में सात दिवसीय शिविर चल रहा है। जिसमें आज मुख्य अतिथि डॉ मनोज गुप्ता ने बालिका को समान अधिकार देने पर बल देते हुए कहा कि एक पिता को अपनी संतानों में भेदभाव नहीं करना चाहिए। इससे हीन भावना जन्म लेती है।

बच्ची को बचपन से ही हीन भावना से देखने पर बच्ची का शारीरिक विकास रूक जाता है और वह सही ढंग से अपना जीवन नहीं जी पाती। बच्ची बड़ी होकर दो परिवारों का नाम रोशन करती है। एक बच्ची किसी की बहू बनती मां बनती है, जिससे श्रृष्टि का चक्र आगे बढ़ता है। आज जिन घरों में बालक बालिका में भेद नहीं किया जाता उस घर की बालिका देश में नाम कमा रही है।

आज कईयों वरिष्ठ पदों पर बैठी लेडिज के पीछे उनके परिवारियों का भरपूर सहयोग रहा है। कार्यक्रम का संचालन बीएस चौहान व शिवराज सिंह चौहान ने किया। शाम को मनोरंजन के तहत बच्चों ने रंगारंग प्रस्तुतियां दी। जिनमें भजन, गीत, लांगुरिया की प्रस्तुति राजेश श्रीवास, नेहा, आरती तोमर, सोनू शर्मा, निधि तोमर, सोनम वैस, नीतू कुशवाह, मोहित सिंह, शिवम सिंह, बृम्हजीत सिंह, सुग्रीव सिंह, गोविंद सिंह, सूरज तिवारी, श्विजीत सिंह, देवेन्द्र सिंह, विवेक तिवारी आदि शामिल थे।

चम्बल देश की अदभुद धरोहर: श्री माली
मुरैना। यूं तो चम्बल अंचल में कई फिल्मों का निर्माण हो चुका है और क्षेत्र में बनी फिल्मों ने देश की जनता को काफी प्रभावित भी किया है। विगत दिवस मुम्बई से आए फिल्म निर्देशक विजय माली ने चम्बल अंचल को देखकर कहा कि चम्बल देश की अदभुद धरोहर है, यहां सदियों पुरानी प्राचीन सम्पदायें इस क्षेत्र की महिमा का बखान करती हैं तथा चम्बल नदी से लगा बीहड़ इस क्षेत्र को और भी सुन्दर बनाता है। लोकेशन लगभग सभी पूर्ण की जा चुकी हैं, शीघ्र ही फिल्म का निर्माण आरंभ होगा।

उल्लेखनीय है कि विगत दिवस चम्बल के अंचल में फिल्म निर्देशक विजय माली चम्बल पर आधारित फिल्म के निर्माण हेतु लोकेशन देख रहे थे। चम्बल अंचल को देखकर इस क्षेत्र से जहां श्री माली काफी प्रभावित हुए हैं, वहीं उन्होंने चम्बल की पुरा, सम्पदा एवं प्राचीन धरोहरों का भी निरीक्षण किया और गत शनिवार को त्रेतायुग कालीन शनिदेव मंदिर पर जाकर शनिमहाराज के दर्शन भी किए।

प्राचीन धरोहरों को देखकर निर्देशक श्री माली काफी उत्साहित नजर आए। श्री माली जिस फिल्म के निर्देशन के लिए क्षेत्र में लोकेशन का निरीक्षण कर रहे हैं, उस पर चर्चा करते हुए श्री माली ने कहा कि चम्बल क्षेत्र की एक कहानी पर आधारित फिल्म के लिए अभी हम लोकेशन कर रहे हैं। शीघ्र ही इस फिल्म के निर्माण हेतु समस्त टीम के साथ चम्बल अंचल में हम आएंगे।

उन्होंने कहा कि हमारी फिल्म की कहानी दस्यु समस्या, लोकल क्राइम एवं देहव्यापार पर आधारित है। प्राइमरी तैयारियां लगभग पूर्ण की जा चुकी हैं। आर्टिस्ट की डेट मिलने के बाद हम अपनी फिल्म का निर्माण इस अंचल में आरंभ करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी फिल्म लगभग मुरैना जिले में ही शूट होगी। फिल्म के कुछ सीन राजस्थान व मुम्बई में शूट किए जाएंगे।

क्षेत्र में लोकेशन के लिए भ्रमण के दौरान श्री माली ने कहा कि यहां की जनता काफी उत्साहित व सहयोगी है। फिल्म के लिए लगभग सभी लोकेशन पूर्ण कर लिए गए हैं। स्थानीय लोगों के सहयोग से हम इस फिल्म का निर्माण शीघ्र आरंभ करेंगे।

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