बारिश से सरसों को नुकसान :: मतगणना संपन्न

बारिश से  सरसों  को  नुकसान :: मतगणना संपन्न

 बारिश के चलते नहीं खुले प्रतिष्ठान, ठण्ड से सड़कों पर रहा सन्नाटा
मुरैना (प्रमोद कुमार शर्मा ) – बुधवार की देर रात अचानक मौसम ने करवट ली और रात 11 बजे से बारिश होने लगी जो गुरूवार की दोपहर 2 बजे तक जारी रही। मौसम का मिजाज बदला देख लोग हैरान रह गये, एक पल तो ऐसा लगा कि आज कुछ अलग होने वाला है, लेकिन फिर भी गनीमत रही और दिन में रूक रूक कर बारिश होती रही। भारी बारिश के चलते सिंचित क्षेत्रों में सरसों की फसल को जबरदस्त नुकसान हो सकता है तथा असिंचित क्षेत्र में पानी फायदेमंद है।

बुधवार की रात से मुख्यालय ही नहीं जिले की सभी तहसीलों व गांवों में भारी बारिश के चलते जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है और ठण्ड बढ गई है। गुरूवार की सुबह से ही बारिश के चलते शहर के अधिकांश प्रतिष्ठान खराब मौसम के चलते खुले ही नहीं और कुछ बाजार खुले भी तो पूरे दिन सन्नाटा पसरा रहा और लोग घरों में ही दुबके रहे। अचानक बारिश एवं तेज हवाओं से मौसम पुन: बदल गया और लोग ठंड के कारण सुकडे नजर आये।

शाम को मौसम और अधिक ठंडा हो जाने से सडकों पर चहल पहल कम हो गई तथा लोग ठंड से राहत पाने चाय व कॉफी सेन्टरों तथा अलाव के सहारे बैठे दिखाई दिये। सुबह से लेकर शाम तक आसमान में बादल लदे रहे और अंधेरा छाया रहा। मौसम विभाग की मानें तो बारिश अभी थमी नहीं है तथा शुक्रवार, शनिवार को भी बारिश होगी, ऐसा अनुमान जताया गया है।

इधर बुधवार की रात से जारी बारिश से सिंचित क्षेत्रों में हो रही सरसों की फसल को जबरदस्त नुकसान होने की संभावना है, जबकि असिंचित क्षेत्रों में सरसों फसल के लिए यह पानी फायदेमंद है, लेकिन अगर यह बारिश आगामी 2-3 दिन तक जारी रही तो असिंचित क्षेत्र की भी फसलें बेकार हो सकती है, वहीं जिन क्षेत्रों में आलू की खेती हो रही है, वहां इस पानी से आलू की फसल में लेट-विलेट आने की संभावना है, इसके लिए किसान बिलोटैक्स 50 स्प्रे का छिड़काव कर कंट्रोल कर सकते हैं।
जगह-जगह भरा बारिश का पानी
बुधवार की रात से हो रही बारिश के चलते शहर की अनेक बस्तियां जलमग्र हो गई हैं, तो वहीं बाजारों में भी पानी भर गया है और भारी कीचखच्चड़ होने से लोग परेशान हैं। बारिश के कारण शहर की सड़कों पर गुरूवार को चहल पहल काफी कम रही और लोग बारिश के पानी व ठण्ड से बचते रहे।
रविवार छोड़ सोमवार तक बारिश
मौसम विभाग के अनुसार फॉरकास्ट से जो जानकारी प्राप्त हुई है, उसके मुताविक शनिवार तक लगातार बारिश होने की संभावना है, रविवार को मौसम खुल सकता, सोमवार को फिर बारिश होगी। गुरूवार की सुबह तक 9 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है। जिले का अधिकतम तापमान 19.6 व न्यूनतम 6 डिग्री दर्ज किया गया।
इनका कहना है…
असिंचित क्षेत्र में निश्चित फायदा होगा, परंतु 3-4 दिन तक स्थिति यही रहने पर नुकसान होगा। सरसों के पत्ते पर सफेद दाग (बभूतिया) पड़ सकते हैं, इसके लिए फंजीसाइट स्प्रे का छिड़काव करने से कंट्रोल किया जा सकता है। सिंचित व असिंचित क्षेत्रों में किसानों ने पानी दे दिया है, वह फसलें अधिक नुकसानदेह रहेंगी।
आर पी गोयल, उपसंचालक कृषि विभाग

जिला पंचायत व जनपद सदस्यों की मतगणना संपन्न
मुरैना/पोरसा। जिला पंचायत व जनपद सदस्यों के लिए 13 जनवरी को अम्बाह, पोरसा में हुए प्रथम चरण के मतदान की मतगणना गुरूवार को संपन्न हो गई, लेकिन इनके परिणाम घोषित नहीं किए गए हैं। परिणाम आगामी 27 व 28 फरवरी को घोषित किए जाएंगे।

अम्बाह व पोरसा में जिला पंचायत व जनपद सदस्य का चुनाव लडे प्रत्याशियों के लिए मतगणना गुरूवार को पुलिस व प्रशासनिक सुरक्षा के बीच संपन्न हुई। इस दौरान दोनों जनपदों में मतगणना के दौरान भीड़ लगी रही, परंतु परिणाम घोषित नहीं किए गए।

उल्लेखनीय है कि राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्देश के मुताविक जनपद सदस्य के मतों का सारिणीकरण व परिणाम की घोषणा 27 फरवरी को की जाएगी, वहीं जिला पंचायत सदस्यों का सारिणीकरण व परिणाम की घोषण 28 फरवरी को की जाएगी। यह दोनों ही घोषणाएं जिला मुख्यालय पर होंगी। जबकि अभ्यर्थियों को यह पता चल चुका है कि कौन जीता व कौन हारा, परंतु विधिवत घोषणा अगते माह की जाएगी।

Related post

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

21 दिसंबर विश्व साड़ी दिवस सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”- आज से करीब  पांच वर्ष पूर्व महाभारत काल में हस्तिनापुर…
पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

उमेश कुमार सिंह——— गुरु गोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं। गुरु…
पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…

Leave a Reply