बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर हम सबके है :- मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे
जयपुर——————- मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर केवल कुछ व्यक्तियाें के नहीं बल्कि हम सबके है। उन्हें किसी सीमा में नहीं बांधा जा सकता। उन्होंने कहा कि बाबा साहब ऎसे व्यक्तित्व हैं, जिनके लिए कुछ भी कहना सूरज को दीपक दिखाने के समान है।
श्रीमती राजे बुधवार को अम्बेडकर सर्किल पर डॉ. अम्बेडकर जयन्ती समारोह संयुक्त समिति की ओर से बाबा साहब की जयन्ती की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने बाबा साहब को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद समारोह में कहा कि हम सभी बाबा साहब के बारे में लोगों को बताने की चेष्टा करते हैं। लेकिन उनकी लोकप्रियता इतनी है कि आज बच्चा-बच्चा उनके बारे में जानता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहब ऎसे व्यक्तित्व हैं, जिनकी लोकप्रियता पिछले 125 सालों में लगातार बढ़ी है। उन्होंने कहा कि चाहे अर्थशास्त्र हो, कानून हो या धर्मशास्त्र कोई भी ऎसा क्षेत्र नहीं था जिसमें बाबा साहब की पकड़ नहीं थी। उन्होंने कहा कि डॉ. अम्बेडकर ने शिक्षा को सबसे बड़ा शस्त्र माना है। उन्होंने कहा था कि शिक्षा एक ऎसा शस्त्र है जो जीवन की सभी कठिनाइयों का निवारण करता है। हमें उनके इस संदेश को जन-जन तक पहुंचाना है क्योंकि जब तक समाज शिक्षित नहीं होगा, तब तक देश विकसित नहीं होगा।
श्रीमती राजे ने इस अवसर पर सभी वर्गों का आह्वान करते हुए कहा कि वे आज संकल्प लेकर जाएं कि देश की तरक्की के लिए समाज में समरसता कायम करते हुए समाज में व्याप्त भेद-भाव और छुआ-छूत को जड़ से खत्म करेंगे। यही बाबा साहब को सच्ची श्रद्धान्जलि होगी। उन्होंने कहा कि हम सभी बाबा साहब के बताए मार्ग पर चलकर देश के विकास में भागीदार बनें।
इससे पहले डॉ. अम्बेडकर मेमोरियल वेलफेयर सोसायटी के प्रदेश अध्यक्ष श्री भजन लाल रोलन ने स्वागत उद्बोधन देते हुए कहा कि ग्राम सभाओं और किसान संगोष्ठियों के माध्यम से बाबा साहब के व्यक्तित्व एवं कृतित्व को जन-जन तक पहुंचाने का राज्य सरकार का प्रयास सराहनीय है।
कार्यक्रम के संयोजक श्री बीएल बैरवा ने समाज के लोगों का आह्वान किया कि वे अपने बच्चों को उद्यमिता की ओर आगे बढ़ा कर आत्मनिर्भर बनाएं। स्वयं सहित 19 का बाल विवाह रूकवाया, सीएम ने किया सम्मानित इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने टोंक की रोशनी बैरवा को सम्मानित किया।
उल्लेखनीय है कि रोशनी ने स्वयं का तो बाल विवाह रूकवाया ही था। इसके बाद उसने 19 और बालिकाओं का बाल-विवाह रूकवाकर मिसाल कायम की। रोशनी वनस्थली विद्यापीठ की मेधावी छात्रा है। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में पदम्श्री पुरस्कार से सम्मानित कालबेलिया नृत्यांगना श्रीमती गुलाबो को भी सम्मानित किया।
कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री श्री कालीचरण सराफ, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री अरूण चतुर्वेदी, महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती अनिता भदेल, परिवहन राज्यमंत्री श्री बाबूलाल वर्मा, संसदीय सचिव श्री जितेन्द्र गोठवाल, सांसद श्री रामचरण बोहरा, विधायक श्री हीरा लाल रैगर, श्रीमती द्रोपदी मेघवाल, महापौर श्री निर्मल नाहटा, जयपुर जिला प्रमुख श्री मूल चन्द मीणा, सीकर जिला प्रमुख अपर्णा रोलन सहित दलित संगठनों के पदाधिकारी एवं अन्य जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।