- October 21, 2016
बादली को जल्द एसडीएम, तहसील व ब्लाक कार्यालय की सौगात :- उपायुक्त
बहादुरगढ़, 21 अक्टूबर——-प्रदेश सरकार की ओर से बादली को उपमंडल, तहसील व खंड स्तर का दर्जा मिलने के साथ ही प्रशासनिक स्तर पर उपमंडल मुख्यालय की स्थापना की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ाण व अतिरिक्त उपायुक्त डा.नरहरि सिंह बांगड़ ने संबंधित अधिकारियों के साथ बादली का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
उपायुक्त श्री बिढ़ाण ने बादली के राजकीय महाविद्यालय के पुराने भवन का निरीक्षण करते हुए उपमंडल स्तर पर स्थापित होने वाले कार्यालयों की स्थापना के लिए स्थान निर्धारित किया। उन्होंने बताया कि कालेज के पुराने भवन में उपमंडल मुख्यालय शुरू करने के लिए पर्याप्त स्थान उपलब्ध है और यहां एसडीएम, बीडीपीओ, तहसीलदार व डीएसपी कार्यालय विधिवत रूप से शुरू हो सकेंगे।
उन्होंने कहा कि बादली में उपमंडल, तहसील व ब्लाक कार्यालय विधिवत रूप से शुरू होने के साथ ही क्षेत्र के लोगों को सरकारी कामकाज के लिए सीधा लाभ पहुंचेगा। उन्होंने कालेज के पुराने भवन के सुधारीकरण के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोगों को उपमंडलस्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रशासनिक स्तर पर पूर्ण प्रबंध किए जा रहे हैं।
इस मौके पर बीडीपीओ रामफल सिंह, सरपंच प्रतिनिधि अमित कुमार, राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्य डा.श्रीनिवास शर्मा सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।
खुले में शौच से मुक्ति — महिलाओं से रूबरू कलस्टर इंचार्ज — झिलमिल झज्जर अभियान के तहत खुले में शौच मुक्त जिला बनाने की मुहिम में बहादुरगढ़ उपमंडल के कलस्टर इंचार्ज गांवों में लोगों से सीधा संवाद करते हुए उन्हें स्वच्छता बरतने के लिए जागरूक कर रहे हैं। नोडल अधिकारी एवं एसडीएम मनीषा शर्मा की देखरेख में कलस्टर इंचार्ज, प्रेरक व ग्राम सचिव गांवों का दौरा करते हुए अभियान को सफलता की ओर ले जा रहे हैं।
गांव बामनौली, कानौंदा सहित साथ लगते गांवों की कलस्टर इंचार्ज एवं सीडीपीओ बीरमति ने गांव में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ महिलाओं से संपर्क साधते हुए उन्हें खुले में शौच मुक्त अभियान में भागीदार बनने की अपील की।
उन्होंने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि स्वच्छता के प्रति गांवों में जागृति लाने के लिए महिलाओं की सक्रिय भूमिका होती है, ऐसे में वे स्वयं तथा परिजनों को स्वच्छता का संदेश देते हुए घरों में शौचालय बनाने के लिए प्रेरित करें।
उन्होंने महिलाओं को बताया कि खुले में शौच जाने से जहां उनकी सुरक्षा को लेकर खतरा बना रहता है वहीं वातावरण भी दूषित होता है। गांव को स्वच्छता की सार्थक मुहिम में शामिल करने के लिए जन अभियान के रूप में लोगों को सचेत करें।
वहीं खंड के अन्य कलस्टर इंचार्ज भी अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन करते हुए लोगों को खुले में शौच न जाने के लिए जागरूक कर रहे हैं और घरों में शौचालय की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।