• December 16, 2015

बहुआयामी विकास के सुनहरे सफर पर है बांसवाड़ा – कल्पना डिण्डोर

बहुआयामी विकास के सुनहरे सफर पर है बांसवाड़ा – कल्पना डिण्डोर

बाँसवाड़ा (जि०सू०ज०अ० )- प्रदेश के चहुँमुखी  विकास और जन-जन के उत्थान के संकल्पों को लेकर पूरा हुआ राज्य सरकार का दूसरा वर्ष जनजाति बहुत बांसवाड़ा जिले में बहुआयामी विकास की दृष्टि  से महत्वपूर्ण सिद्ध हुआ है। सरकार ने बांसवाड़ा जिले में आँचलिक विकास की जरूरतों और लोक कल्याण के लिए आवश्यक कारकों को सामने रखकर दीर्घकालीन एवं दूरदर्शी सोच के साथ बहुद्देश्यीय विकास को मूर्त रूप दिया है। Banswara File Photo (2)

जन प्रतिनिधियों की पहल, विकास में आत्मीय भागीदारी एवं जिला प्रशासन के अनथक प्रयासों का ही परिणाम है कि बांसवाड़ा जिला आने वाले समय की जरूरतों को दृष्टिगत रखते हुए तरक्की की डगर पर तेजी से बढ़ता जा रहा है।

जिले में आधारभूत विकास की गतिविधियोें को पिछले दो वर्ष में न केवल संबल प्राप्त हुआ है बल्कि तीव्र विकास पाने के मद्देनज़र योजनाओं और कार्यक्रमों का क्रियान्वयन किया जा रहा है।

वर्तमान राज्य सरकार के दो वर्ष का कार्यकाल दक्षिणांचल के जनजाति बहुल बाँसवाड़ा जिले के लिए उल्लेखनीय उपलब्धियों से भरा रहा है।  बांसवाड़ा को बहुआयामी विकास के मामले में बेमिसाल बनाने का क्रम जारी रखते हुए हर स्तर पर ठोस एवं सार्थक प्रयास किए गए। निरन्तर प्रगति की ओर बढ़ते राजस्थान प्रदेश में विकास के बहुआयामी और ऎतिहासिक सफर में जनजाति बहुल बाँसवाड़ा जिला भी अपनी पूरी भागीदारी निभा रहा है।

इस पर्वतीय दक्षिणांचल में दूरदर्शी विकास के लिए प्रभावी योजनाओं, कार्यक्रमों और बहुविध गतिविधियों का बेहतर सूत्रपात हो रहा है। वर्तमान राज्य सरकार का दो वर्ष का कार्यकाल बांसवाड़ा जिले के लिए भावी विकास की सशक्त बुनियाद स्थापित करने वाला रहा जबकि जिले में विकास की जरूरतों, आम लोगों की प्राथमिकताओं तथा दीर्घकालीन विकास को मजबूत आधार देने वाली गतिविधियों का सूत्रपात प्राथमिकताओं में सर्वोपरि रहा।

जिस महत्त्वाकांक्षी उद्देश्य से सुनियोजित क्षेत्रीय विकास की प्रवृत्तियों को आकार दिया जा रहा है वह भविष्य के लिए शुभ और सुकून देने वाला संकेत है। जनजाति क्षेत्रों के तीव्र एवं ठोस विकास को लेकर मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे की दिली इच्छा और पहल पर जनजाति क्षेत्रों को विकास की मुख्य धाराओं से जोड़ने की दिशा में प्रशासन तथा जन प्रतिनिधियों की समन्वित व उत्साहपूर्ण भागीदारी  और व्यापक लोक सहभागिता के बेहतर परिणाम सामने आ रहे हैं।

जिले में नैसर्गिक सौन्दर्य, पुरा वैभव, अनुपम लोक संस्कृति, पर्यटन विकास की अपार संभावनाओं, सामाजिक, सांस्कृतिक और मनोहारी परिवेशीय परंपराओं, लोक जीवन की माधुर्यपूर्ण लोक लहरियों, आधुनिक विकास के वैविध्य भरे नूतन आयामों, आँचलिक विकास धाराओं, और सामाजिक सरोकारों के बखूबी निर्वहन से लेकर क्षेत्रीय विकास से जुड़े सभी फलकों पर बांसवाड़ा आज तेजी से अपनी अग्रणी पहचान बना रहा है।

पर्यटन विकास की दृष्टि से बांसवाड़ा को पर्यटन सर्किट से जोड़कर देशी-विदेशी सैलानियों का रूख पहाड़ों और नदियों, जलप्रपातों, घाटियों और रमणीय नैसर्गिक सौंदर्य से भरी माही धरा की ओर करने की दिशा में अनथक प्रयास और गतिविधियां निरन्तर जारी हैं। लोकतीर्थों के विकास ने परंपरागत पर्यटन को और अधिक पुष्ट किया है।

आधारभूत लोक सुविधाओं एवं जनसेवाओं की उपलब्धता से लेकर विकास के आधुनिक सरोकारों के प्रति रूझान ने क्षेत्रवासियों को तरक्की की नई डगर प्रदान की है। जिले के विकास को नई दिशा-दृष्टि प्रदान करने और विकास मानचित्र पर बाँसवाड़ा जिले की अग्रणी पहचान स्थापित करने के लिए हो रहे चौतरफा प्रयासों और संकल्पों को मूर्त रूप दिया जा रहा है।

वर्तमान सरकार के दो वर्षीय शासन में बांसवाड़ा जिले को विकसित एवं बहुआयामी समृद्धिशाली क्षेत्र बनाने की दिशा में प्रभावी योजनाओं और कार्यक्रमों का सूत्रपात किया गया तथा नए संकल्पों को साकार करने का अनवरत सिलसिला शुरू हुआ है जिसे देख यह कहा जा सकता है कि वर्तमान सरकार ने समूचे राजस्थान को तरक्की के जिस मुकाम पर स्थापित करने और देश में अग्रणी पहचान दिलाने का जो संकल्प लिया है उसी के अनुरूप बांसवाड़ा भी पीछे नहीं है जहाँ जन प्रतिनिधियों व सरकारी मशीनरी की अथक भागीदारी, संस्थाओं, विभागों और रचनात्मक संगठनों की समन्वयपरक भूमिका और लोक सहभागिता मिलकर सुनहरे विकास का नया इतिहास रचने में सभी लोग समर्पित भागीदारी से जुटे हुए हैं।

वर्तमान सरकार के अथक प्रयासों से इस जनजाति बहुल बांसवाड़ा जिले में ढेरों योजनाओं और परियोजनाओं के कार्य को गति प्राप्त हुई है। खेती-बाड़ी और पशुपालन प्रधान बांसवाड़ा जिले में माही की नहरों से सिंचाई, रेल लाईन के कार्यों, बिजली उत्पादन, जनजाति क्षेत्रीय विकास, ग्रामीण विकास आदि गतिविधियों को संबल प्राप्त हुआ है।

जिले में सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के सार्थक क्रियान्वयन, पानी-बिजली, सड़क सुविधाओं, ग्रामीण विकास, महात्मा गांधी नरेगा योजना से रोजगार सृजन, सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान, जनजाति क्षेत्रीय विकास, सिंचाई सुविधाओं के विस्तार, युवाआें में हुनर निखार व आत्मनिर्भरतापरक गतिविधियों के विस्तार, खाद्य सुरक्षा,  सड़क विकास एवं विस्तार, अल्पसंख्यक कल्याण, लोक स्वास्थ्य रक्षा, खेती-बाड़ी में नवाचारों सहित तमाम योजनाओं और कार्यक्रमों में बांसवाड़ा निरन्तर उपलब्धियों की ओर अग्रसर है।

लोक समस्याओं के समाधान के लिए विभिन्न स्तरों पर ठोस कार्यवाही हो रही है। मुख्यमंत्री एवं मंत्रीगण तथा अधिकारियों द्वारा समय-समय पर की गई जन सुनवाई के साथ ही सम्पर्क समाधान, रात्रि  चौपालों और सतर्कता समितियों के माध्यम से जन समस्याओं के निराकरण को सम्बल प्राप्त हुआ तथा प्रभावितों को राहत का सुकून प्राप्त हुआ है। इस दृष्टि से न्याय आपके द्वार राजस्व अदालतों ने लोक राहत का इतिहास कायम किया है।

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