- August 7, 2015
बढते तनाव का शिकार : राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (सीपीयू) की बैठक का बहिष्कार
दिल्ली (पंकज दास) – कश्मीर विधानसभा के अध्यक्ष को अगले महीने इस्लामाबाद में राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (सीपीयू) की बैठक में आमंत्रित नहीं किए जाने पर भारत पाकिस्तान के खिलाफ विरोध जताते हुए बैठक का बहिष्कार करेगा। यह फैसला पंजाब और जम्मू कश्मीर में आतंकवादी हमलों को लेकर दोनों देशों में बढ़े तनाव के बीच आया है।
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि सभी राज्यों के विधानसभा अध्यक्षों की आज यहां हुई बैठक में फैसला किया गया कि अगर जम्मू कश्मीर विधानसभा के अध्यक्ष को आमंत्रित नहीं किया जाता तो भारत सीपीयू की बैठक का बहिष्कार करेगा।
इससे पहले पाकिस्तान ने जम्मू कश्मीर के विधानसभा अध्यक्ष को इस्लामाबाद में 30 सितंबर से आठ अक्तूबर तक होने वाली अंतर संसदीय संघ की बैठक का बुलावा नहीं भेजा था जबकि भारत में अन्य सभी विधानसभा अध्यक्षों को निमंत्रण भेजे गए।
सुमित्रा महाजन ने कहा कि यह सीपीयू के उस नियम के खिलाफ है जिसके तहत राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (सीपीए) के सभी सदस्य स्पीकरों को सीपीयू बैठक में आमंत्रित किया जाता है।
उन्होंने कहा कि यह (पाकिस्तान की ओर से) गलत हुआ है। उन्होंने जम्मू कश्मीर के विधानसभा अध्यक्ष को आमंत्रित नहीं करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मुद्दा उठाने के संबंध में 1951-57 के एक पुराने नियम का उल्लेख किया है।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि पाकिस्तान ने उस समय यह जवाब दिया जिस समय भारत ने जम्मू कश्मीर के विधानसभा अध्यक्ष को आमंत्रित नहीं करने के खिलाफ सीपीए के अध्यक्ष और महासचिव के समक्ष मामले को पुरजोर तरीके से उठाया।