- July 27, 2018
फोटो प्रदर्शनी – गौरवमयी अतीत को फोटोग्राफ्स में समेटने का प्रयास
सोनीपत (जनसंपर्क विभाग)——देशा म्हैं देश हरियाणा, जित दूध-दही का खाणा। ऐसे हरियाणा प्रदेश की समृद्धशाली एवं गौरवमयी सांस्कृतिक विरासत को कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग और सूचना, जन संपर्क एवं भाषा विभाग के प्रेस कंट्रोल रूम ने फोटो प्रदर्शनी के रूप में संरक्षित किया है।
ऐसी अनूठी ट्रैवल फोटो प्रदर्शनी का आयोजन जीवीएम गर्ल्स कालेज में किया गया, जिसके माध्यम से छात्राएं हरियाणवी संस्कृति के विभिन्न रूपों से रू-ब-रू हुई।
फोटो प्रदर्शनी का शुभारंभ संस्था के चेयरमैन डा. ओपी परूथी व प्राचार्या डा. ज्योति जुनेजा ने दीप प्रज्वलित करके किया। उन्होंने प्रदर्शनी के सफल आयोजन पर बधाई दी। उन्होंने हेरिटेज के पोस्टर का भी लोकार्पण किया, जिसे गांव-गांव में चस्पाकर प्राचीन धरोहरों को संरक्षित करने का संदेश दिया जाएगा।
इस दौरान कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग की ओर कालेज की एनसीसी इकाई की सर्वश्रेष्ठ छात्राओं को भी सम्मानित किया गया।
प्रदर्शनी में विभिन्न प्रकार के 500 एक्सकलूसिव फोटो प्रदर्शित किये गये हैं। जबकि विभाग के पास दो लाख फोटोग्राफ्स उपलब्ध हैं।
कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव धीरा खंडेलवाल की पहल पर समस्त हरियाणा प्रदेश में फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा, जिसके पहले चरण में 11 जिलों को शामिल किया गया है। इनमें पंचकुला, अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत, सोनीपत, फरीदाबाद, गुरुग्राम, जींद, यमुनानगर और भिवानी को शामिल किया गया है।
फोटो प्रदर्शनी में हरियाणा को कल आज और कल विषय के तहत दर्शाया जा रहा है। हरियाणा के गौरवमयी अतीत को फोटोग्राफ्स में समेटने को अनूठा प्रयास किया गया है। प्रदर्शनी में हरियाणा की ऐतिहासिक धरोहरों को प्रदर्शित किया गया है, जिनके विषय में शायद ही आज की युवा पीढ़ी को कोई जानकारी हो।
प्रदेश के सभी जिलों में व्याप्त ऐतिहासिक धरोहरों की फोटो क्लिक करके एक संग्रह तैयार किया गया है, जिसे प्रदर्शनी में दर्शाया जा रहा है। इनमें जींद की एक ऐसी प्राचीन धरोहर है, जिसमें निराले भिति चित्र हैं। इन भिति चित्रों को देखने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती हैं।
प्रेस कंट्रोल रूम के सीईओ विनय मलिक बताते हैं कि भिति चित्रों को देखने के लिए दिवारों पर लगातार कई घंटों तक पानी फेंकना पड़ता है। इसके बाद ही दिवारों पर चित्रित किये गये भिति चित्र नजर आते हैं। ऐसे भिति चित्रों को कैमरे की नजर से दिखाने के लिए प्रदर्शनी में प्रमुखता से दर्शाया गया है।
सीईओ विनय मलिक के अनुसार जल्द ही विभाग एक कॉफी टेबल फोटो बुकलेट तैयार करेगा, जिसे मुख्यमंत्री मनोहर लाल को भेंट किया जाएगा। इसकी तैयारियों जोरों पर है, जिसमें प्रदर्शनी के फोटो भी प्रमुखता से शामिल किये जायेंगे। इस दौरान प्रदर्शनी को निहार रही बीएससी द्वितीय वर्ष की गरिमा वसुंधरा तथा संजना व बीए द्वितीय वर्ष की प्रियंका ने कहा कि प्रदर्शनी निश्चित तौर पर अद्भुत है।
बीसीए प्रथम वर्ष की पल्लवी, पारूल व प्रिया का कहना था कि उन्हें हरियाणा के अतीत की कोई जानकारी नहीं थी। प्रदर्शनी के माध्यम से उन्हें अतीत को जानने का अवसर मिला है। इन छात्राओं ने प्रदर्शनी में सेल्फी लेने का मौका नहीं चूका। उन्होंने कहा कि ऐसा अवसर बार-बार नहीं मिलता। कालेज की सैंकड़ों छात्राओं ने प्रदर्शनी में सेल्फी ली।
प्रदर्शनी में हरियाणा के बीते हुए स्वर्णिम काल को दर्शाया गया है। प्राचीन आभूषणों को देखकर छात्राएं रोमांचित हो उठी। कंठी, कड़े, तागड़ी, कड़ीछलकड़े, तातीपाती,बुजनी आदि को प्रदर्शित किया गया।
बदलते परिवेश के साथ आधुनिक रूप में बदल रहे हरियाणा की तस्वीर को मैट्रो और केजीपी आदि विकास की बुलंद तस्वीरों के साथ प्रदर्शित किया गया। प्रदर्शनी को तैयार करने में प्रमुख भूमिका अदा करने वाली ग्राफिक्स डिजायनर मोनिका के अनुसार प्रदर्शनी को जीवंत रूप देने का भरसक प्रयास किया गया है।
प्रदर्शनी के माध्यम से बदलते पहनावे तथा संसाधनों को भी प्रदर्शित किया गया है। खेत-खलिहानों, वाद्य यंत्रों तथा बैठकों आदि को भी खूबसूरती के साथ प्रदर्शित किया गया है। टूटी सडक़ों को बेहतरीन सडक़ों के रूप के परिवर्तन की कहानी, फ्लाईओवर, औद्योगिक इकाइयों आदि को प्रदर्शित किया गया है।
हरियाणा के विकास की कहानी को फोटो प्रदर्शनी के माध्यम से प्रभावी रूप में दर्शाया गया।