• July 14, 2015

फैसला सही था !1975 में आपातकाल लगाने के लिए माफी मांगने की जरूरत नहीं है -नेता सलमान खुर्शीद

फैसला सही था !1975 में आपातकाल लगाने के लिए माफी मांगने की जरूरत नहीं है -नेता सलमान खुर्शीद

नई दिल्ली (पंकज दास)   कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने कहा है कि कांग्रेस को 1975 में आपातकाल लगाने के लिए माफी मांगने की जरूरत नहीं है क्योंकि लोगों को अहसास हुआ कि फैसला सही था और सत्ता में वापस इंदिरा गांधी को लाने के लिए वोट दिया। पूर्व विदेश मंत्री ने कहा कि हमें क्यों माफी मांगनी चाहिए। हम क्यों आपातकाल पर चर्चा करें कुछ चीजें हुईं। उसके बाद भारत के लोगों ने इंदिरा गांधी को वोट देकर प्रधानमंत्री बनाया। 2

पूर्व विदेश मंत्री ने कहा कि हमें क्यों माफी मांगनी चाहिए? हम क्यों आपातकाल पर चर्चा करें? कुछ चीजें हुईं। उसके बाद भारत के लोगों ने इंदिरा गांधी को वोट देकर प्रधानमंत्री बनाया। इसलिए, अगर हम माफी मांगते हैं तो भारत के लोगों को भी माफी मांगनी होगी क्योंकि उन्होंने इंदिरा गांधी को क्यों चुना। खुर्शीद ने कहा कि इतिहास में जाने की जरूरत नहीं है क्योंकि उस समय सरकार ने वह किया जो उसे जरूरी लगा।

खुर्शीद ने इंटरव्यू में कहा कि जब लोगों को लगा कि यह गलत था तो उन्होंने हमें सत्ता से बाहर करने के लिए वोट दिया। जब लोगों को लगा कि फैसला सही था तो उन्होंने सत्ता में लाने के लिए वोट दिया। क्या कांग्रेस को आपातकाल के लिए माफी मांगनी चाहिए यह पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मुझे लगता है यह इतिहास की बात है..यह इतिहास में दर्ज है। किसी को भी माफी मांगने की जरूरत नहीं और ऐसा कर क्या बदल जाएगा?

खुर्शीद ने कहा कि मुझे लगता है कि कई मुददे हैं जिनकी बस इतनी अहमियत है कि उस समय क्या हुआ। मैं विपक्ष से भी इसलिए माफी के लिए कह सकता हूं क्योंकि उन्होंने ऐसी स्थिति बना दी जिससे आपातकाल लगाना जरूरी हो गया।

कांग्रेस नेता ने कहा कि बार बार इतिहास में जाने की बजाए सभी को देश के समक्ष मौजूदा समस्याओं पर गौर करना चाहिए। बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकष्ण आडवाणी की टिप्पणी से तब विवाद पैदा हो गया था जब उन्होंने एक अखबार से कहा कि मौजूदा समय में संवैधानिक और कानूनी सुरक्षा उपायों के बावजूद लोकतंत्र को कुचल सकने वाली ताकतें मजबूत हुई है।

बीजेपी के मार्गदर्शक मंडल के एक सदस्य आडवाणी ने कहा था, आज, मैं यह नहीं कहता कि राजनीतिक नेतृत्व परिपक्व नहीं है। इसकी कमजोरियों के कारण मुझे विश्वास नही है। मुझे भरोसा नहीं है कि यह (आपातकाल) फिर से नहीं हो सकता।

आडवाणी की टिप्पणी पर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने दावा किया कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ध्यान में रखकर की गयी थी। भगवा पार्टी के वरिष्ठ नेता ने हालांकि बाद में स्पष्टीकरण दिया कि उन्होंने किसी खास व्यक्ति के बारे में नहीं कहा और वह परोक्ष रूप से कांग्रेस का हवाला दे रहे थे।

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