प्राकृतिक धर्म द्वारा भारत माता मंदिर निर्माण

प्राकृतिक धर्म द्वारा भारत माता मंदिर निर्माण

जमशेदपुर:( सुरेन्द्र चतुर्वेदी) आपसे आग्रह पूर्वक करना है कि प्राकृतिक धर्म द्वारा बारीडीह में आयोजित बैठक में शहर में भारत माता मंदिर निर्माण का निर्णय लिया गया। अवसर पर जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रप्रेम देशभक्ति का प्रतीक भारत धरती माता मंदिर लोगों के लिए सेवा सहयोग सहारा का स्थल एवं सामाजिक समता एकता केंद्र के रूप में काम करेगा। भारतीय सभ्यता संस्कृति परंपरा धरोहर के संरक्षण संवर्धन एवं बौद्धिक नैतिक चारित्रिक उत्थान के लिए कार्य किया जाएगा। मंदिर के प्रति लोगों में जो नकारात्मक सोच मिथक मिथ्या भ्रांति है उसे तोड़ने का प्रयास है। जिस देश और देश की धरती ने हमारे लिए सब कुछ किया,हमें सब कुछ दिया,अपने उस देश एवं मातृभूमि धरती की उन्नति उत्कर्ष अस्मिता अस्तित्व गरिमा के लिए भी काम करने का आह्वान करते हुए धर्म प्रचारक प्रकाश चंद्र ने कहा कि हमारा नैतिक कर्तव्य है कि हम सब अपने देश और कर्मभूमि जन्मभूमि धरती माता के लिए कुछ काम करें।भारत माता मंदिर उन आयामों को स्थापित करेगा जो जनमानस के लिए प्रेरक एवं स्वस्थ्य स्वच्छ सशक्त लोक समाज वातावरण निर्माण के लिए भक्ति और शक्ति का केंद्र,प्रेरणा का स्रोत बनेगा। भारत धरती माता मंदिर हम सभी भारतीयों के लिए भारतीयता राष्ट्रीय एकता समता का संदेश है। उन्होंने कहा कि देश के सभी राज्यों में जिला वार भारत माता मंदिर निर्माण की आवश्यकता है। अवसर पर विमल किशोर, धीरज कुमार, उषा देवी, ज्योति कुमारी समेत अन्य सदस्यगण उपस्थित थे।

उद्देश्य: प्रकृति पूजा साधना उपासना स्थल,भारतीय सभ्यता संस्कृति परंपरा धरोहर का संरक्षण संवर्धन, लोगों में राष्ट्रप्रेम देशभक्ति का संचार, नागरिकों के लिए सामाजिक समता एकता का केंद्र,रोजगार सृजन में सहयोग,जरूरतमंद को सेवा सहयोग सहारा आश्रय का स्थान

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