• March 12, 2021

प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के तहत देश में ‘‘राजस्थान’’ का दूसरा स्थान

प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के तहत देश में ‘‘राजस्थान’’ का दूसरा स्थान

जयपुर —— प्रदेश में चल रही प्रधानमंत्री आवास योजना – ग्रामीण के अन्तर्गत वर्ष 2020-21 मे ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा अर्जित प्रगति के अनुसार में देश में ‘‘राजस्थान’’ द्वितीय स्थान पहुंच गया है।

ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, श्री रोहित कुमार सिंह ने योजना क्रियान्वयन में उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु राज्य एवं जिलों के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई देते हुये अवगत कराया कि राज्य में प्रथम फेज में स्वीकृत 6.87 लाख आवासों में से 6.70 लाख जो 98.31 प्रतिशत एवं द्वितीय फेज में स्वीकृत 6.48 आवासों में से 4.00 लाख आवास पूर्ण कराये जा चुके है।

उन्होने बताया कि योजना प्रारम्भ से अब तक स्वीकृत 13.34 लाख आवासों में से 10.69 लाख जो 80.11 प्रतिशत आवास पूर्ण हो चुके है। उन्होने अधिकारियों को शेष प्रगतिरत आवासों को 31 मार्च तक पूर्ण कराने के निर्देश दिये, ताकि वंचित परिवारों को भी आवास उपलब्ध हो सके।

अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सिंह ने बताया कि वर्ष 2022 तक सभी को आवास उपलब्ध करवाने के लक्ष्य के साथ प्रधानमंत्री आवास योजना – ग्रामीण देश के 669 जिलों में क्रियान्वित की जा रही है। राज्य की प्रधानमंत्री आवास योजना – ग्रामीण के क्रियान्वयन की प्रगति शुरू से ही श्रेष्ठ रही है।

उन्होने बताया कि योजनान्तर्गत SECC.2011 के आधार पर तैयार स्थाई वरीयता सूची में सभी पात्र परिवारों को आवास स्वीकृति जारी कर दी गई है, साथ ही भारत सरकार को अतिरिक्त चिन्हित पात्र परिवारोंं की सूची तैयार कर अनुमति हेतु प्रेषित की गई है, जिसकी अनुमति उपरान्त वंचित रहे चिन्हित पात्र परिवारों को भी आवास योजनान्तर्गत लाभान्वित किया जायेगा।

Related post

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…
जलवायु परिवर्तन: IPBES का ‘नेक्सस असेसमेंट’: भारत के लिए एक सबक

जलवायु परिवर्तन: IPBES का ‘नेक्सस असेसमेंट’: भारत के लिए एक सबक

लखनउ (निशांत सक्सेना) : वर्तमान में दुनिया जिन संकटों का सामना कर रही है—जैसे जैव विविधता का…
मायोट में तीन-चौथाई से अधिक लोग फ्रांसीसी गरीबी रेखा से नीचे

मायोट में तीन-चौथाई से अधिक लोग फ्रांसीसी गरीबी रेखा से नीचे

पेरिस/मोरोनी, (रायटर) – एक वरिष्ठ स्थानीय फ्रांसीसी अधिकारी ने  कहा फ्रांसीसी हिंद महासागर के द्वीपसमूह मायोट…

Leave a Reply