- November 18, 2015
प्रत्येक किसान का मृदा स्वास्थ्य कार्ड
प्रत्येक किसान का मृदा स्वास्थ्य कार्ड बनाने और हर खेत की मिट्टी का परीक्षण करने के लिये अभियान चलाया जायेगा। विश्व मृदा स्वास्थ्य दिवस 5 से शुरू होकर 12 दिसम्बर तक मिट्टी बचाओ-किसान बचाओ अभियान चलेगा। इस दौरान राज्य और जिला-स्तर पर कार्यक्रम कर किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड बाँटे जायेंगे।
कृषि उत्पादन आयुक्त और अपर मुख्य सचिव श्री पी.सी. मीणा एवं प्रमुख सचिव किसान-कल्याण एवं कृषि विकास डॉ. राजेश राजौरा ने आज मिट्टी परीक्षण अभियान की रणनीति और 5 दिसम्बर को शुरू होने वाले मिट्टी बचाओ अभियान की तैयारियों की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में 20 अक्टूबर को हुई कृषि केबिनेट की बैठक में भूमि की उपजाऊ शक्ति बढ़ाने और खेती की जमीन को पोषक तत्वों से भरपूर बनाने के लिये मिट्टी बचाओ-किसान बचाओ अभियान चलाने का निर्णय लिया गया था। निर्णय के परिप्रेक्ष्य में आज की बैठक में तय किया गया कि लगभग 8 लाख मिट्टी के नमूने लेने का लक्ष्य है।
अभी तक 1 लाख 45 हजार मिट्टी के नमूनों का विश्लेषण कर किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किये गये हैं। इसके लिये हर विकासखण्ड में एक मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला स्थापित की जायेगी। बैठक में निर्देश दिये गये कि अभियान के दौरान होने वाली गतिविधियों के प्रभावी क्रियान्वयन और लक्ष्य प्राप्ति के लिये सभी अधिकारी अपने स्तर पर पूरी तैयारी करें।
उल्लेखनीय है कि पौधों की बढ़वार के लिये जमीन में 16 प्रकार के पोषक तत्व की आवश्यकता होती है। इनमें कार्बन डाई आक्साइड, ऑक्सीजन एवं हाइड्रोजन हवा और पानी से जमीन को प्राप्त होती है। शेष पोषक तत्व, जिनमें आर्गेनिक कार्बन, नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश, पीएच, इलेक्ट्रिकल कण्डक्टिविटी, सल्फर, जिंक, ऑयरन, मैंग्नीज, बोरान और कॉपर का परीक्षण मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला में किया जाता है। इनमें से किसी भी एक तत्व की कमी होने पर किसानों को उसकी पूर्ति के लिये कितनी खाद का इस्तेमाल करना है, यह सलाह दी जाती है।