- September 26, 2016
पॉलीथीन मुक्ति अभियान
जयपुर—प्रदेश में 25 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक चलाये जा रहे स्वच्छता अभियान के तहत पशुपालन विभाग के मंत्री श्री प्रभुलाल सैनी ने अपने राजकीय आवास से पॉलीथीन मुक्ति अभियान का विधिवत शुभारम्भ करते हुए कहा कि मनुष्य के लिए प्लास्टिक की थैलियां भले ही उपयोगी साबित हो रही हो, परन्तु पालतु पशुओ के लिए मौत का कारण है। जिसका ज्वलन्त उदाहरण हाल ही गौ पुनर्वास केन्द्र हिंगोनिया में देखने को मिला जहां अनेक गोवंशीय पशुओं की अकाल मृत्यु हो रही है।
श्री प्रभुलाल सैनी ने राजस्थान पशु चिकित्सक संघ, जयपुर इकाई द्वारा शुरू किये जा रहे इस अभियान भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि संघ का यह प्रयास प्रदेश की स्वस्थ पशुधन सम्पदा की दिशा में बढ़ाया गया, यह कदम मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने प्रदेश के आम नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि उन्हें पॉलीथीन के इस्तेमाल को नकारना होगा, साथ ही अन्य लोगो को भी प्रेरित करना होगा, ताकि इन मूक पशुओं के जीवन की रक्षा हो सके।
इस अवसर पर पशुपालन विभाग के निदेशक डा. अजय कुमार गुप्ता, पशु चिकित्सक संघ, जयपुर इकाई के अध्यक्ष डा. रजनीश गुप्ता सहित पशुपालन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। पशुपालन विभाग के निदेशक डा. अजय कुमार गुप्ता ने पशुपालन विभाग के मंत्री श्री प्रभुलाल सैनी को उनके 63 जन्म दिवस पर बधाई दी।
डा. गुप्ता ने पॉलीथीन मुक्ति अभियान के शुभारम्भ अवसर पर कहा कि पशु सन्तुलित आहार एवं खनिज लवण के अभाव में पाईका रोग से ग्रसित हो जाते है ऎसी स्थिति में पशु अखाद्य सामग्री खाने लगते है। पोॅलीथीन में खाद्य सामग्री फेंकने पर पशु खाद्य सामग्री के साथ-साथ थैलियों को भी खा लेते है, पशु इन थैलियों का पचा नहीं पाते हैं, और अकाल मृत्यु के शिकार हो जाते हैं।
इस अवसर पर राजस्थान पशु चिकित्सक संघ, जयपुर इकाई के अध्यक्ष डा. रजनीश गुप्ता ने बताया कि पॉलीथीन मुक्ति अभियान के तहत आमजन को इसके दुष्प्रभावों की जानकारी देते हुए उनसे शपथ पत्र भी भरवाया जायेगा, जिसके तहत वे पॉलीथीन के स्थान पर जूट अथवा कपड़े के थैले का उपयोग करेंगे, साथ ही अन्य व्यक्तियों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे।
उन्होंने बताया कि अभियान के तहत शहर की विभिन्न सब्जी व फल मण्डियों में कपड़े के थैले वितरित किये जायेंगे। डा. गुप्ता ने बताया कि प्रारम्भिक चरण में इसकी शुरूआत जयपुर मुख्यालय से कर आगामी चरणों में इसे प्रदेशव्यापी अभियान का स्वरूप दिया जायेगा। —