पेयजल की समस्या — पानी की खोज में मंत्री जी

पेयजल की समस्या — पानी की खोज में मंत्री जी

शिमला ———- शहर में लोगों को समुचित पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए सरकार गंभीर प्रयास कर रही है।

गत दिवस मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर ने शहरवासियों को पानी उपलब्ध करवाने के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक ली तथा नियमित निगरानी के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया। इन्हीं प्रयासों को अमलीजामा पहनाने के लिए आज सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य, नगर निगम तथा संबद्ध विभागों के वरिष्ठ अभियंता तथा अधिकारी प्रातःकाल से ही शहर के विभिन्न भागों में पानी का जायजा लिया।

सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री श्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में विभाग के अभियंताओं को साथ लेकर पैदल पहुंचकर लोगों से पानी उपलब्ध होने की पुष्टि की।

वह सबसे पहले कसुम्पटी क्षेत्र पहुंचे जहां सभी सरकारी व निजी आवासों में लोगों को पानी की आपूर्ति सुनिश्चित बनाई।

मंत्री न्यू शिमला के सैक्टर-4 पहुंचे तथा डी.ए.वी. स्कूल से लेकर बीसीएस तक पैदल सभी रिहायशों में लोगों से पानी उपलब्ध होने की पुष्टि की।

सेक्टर चार में उन्होंने रोहाल परिवार, कांता चौहान तथा मोनिका से बात की। इसी प्रकार सेक्टर-2 के महावीर सिंह ने मंत्री को अवगत करवाया कि आज पर्याप्त पानी मिला है।

कसुम्पटी टैंक में रिसाव

मंत्री ने कहा कि कसुम्पटी में जल भण्डारण टैंक से लोक निर्माण विभाग के टैंक को पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है, उसमें काफी अधिक रिसाव और इसका पानी आईपीएच कार्यालय की नाली से लगातार बह रहा है तथा 24 घण्टों में 50 हजार से लेकर एक लाख लीटर तक पानी बर्बाद हो जाता है, इसको लेकर मंत्री ने नाराजगी जाहिर की तथा मौके पर लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को इसे दुरूस्त करने के निर्देश दिए तथा प्रमुख अभियंता को आदेश दिए कि संबंधित कनिष्ठ अभियंता को शीघ्र चार्जशीट किया जाए।

निर्माण कार्यों के लिए पानी के दुरूपयोग पर कनेक्शन काटने के निर्देश

सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री ने सेक्टर-दो में प्रातःकाल से लगातार ओवर हो रही टंकी का मौके पर कनेक्शन कटवा दिया। इसी सेक्टर में भवन निर्माण के लिए किए जा रहे पानी के दुरूपयोग को लेकर उन्होंने अभियंताओं से कड़ी कार्रवाई करने तथा ऐसे लोगों के कनेक्शन तुरंत काटने के निर्देश दिए।

उन्होंने आम जनमानस से अपील की है कि नदियों व नालों में वर्षा न होने से पानी के स्तर में काफी कमी आ चुकी है, इसलिए पानी की बर्बादी न की जाए ताकि सभी लोगों को पर्याप्त पानी उपलब्ध हो। उन्होंने अभियंताओं को लगातार फील्ड में रहने को कहा है ताकि पानी की सही निगरानी हो सके तथा लोगों को सुविधा मिले।

पानी की कमी वाले क्षेत्रों में हैंडपंप स्थापित करने के निर्देश

श्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने हाईड्रोलॉजिस्ट को कहा है कि जहां जहां हैंडपम्प स्थापित करने के लिए स्थल चिन्हित किए गए हैं, वहां तुरंत से हैंडपम्पों की स्थापना की जानी चाहिए। इसके अलावा अनेक स्थानों पर टैंकर्ज से भी पानी की आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार लोगों को पीने का पानी उपलब्ध करवाने के लिए टैंकर्ज की तैनाती की जा रही है।

उन्होंने कहा कि राज्य में अधिकांश नदी-नालों का पानी सूख चुका है जिससे पेयजल की समस्या उत्पन्न हो रही है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि योजनाओं को आने वाला पानी, कूहलों में न डाला जाए, क्योंकि सभी को पीने के लिए पानी मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि मौसम बदलने से स्थिति में जल्द सुधार होगा।

मंत्री के साथ इस दौरान सचिव आईपीएच देवेश कुमार, मुख्य अभियंता सुमन विक्रांत, अधीक्षण अभियंता धर्मेन्द्र गिल, अधिशाषी अभियंता राजेश कश्यप, जिला प्रशासन, नगर निगम व पुलिस के अधिकारी व कर्मचारी भी मौजूद रहे।

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