पेटलावद दुर्घटना के पीड़ितों की सहायता और उनके पुनर्वास कार्यों की समीक्षा

पेटलावद दुर्घटना के पीड़ितों की सहायता और उनके पुनर्वास कार्यों की समीक्षा

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने पेटलावद दुर्घटना के पीड़ितों की सहायता और उनके पुनर्वास कार्यों की समीक्षा की। श्री चौहान को बताया गया कि समस्त पीड़ितों को सहायता राशि उपलब्ध करवा दी गई है। घायल 73 व्यक्ति में से 10 व्यक्ति ही चिकित्सालयों में उपचाराधीन हैं। घायलों का दाहोद, बड़ोदा और इंदौर के चिकित्सालयों में नि:शुल्क उपचार किया जा रहा है। चिकित्सालयों को चिकित्सा व्यय राशि उपलब्ध करा दी गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा की गई सभी घोषणाओं का भी तीव्र गति से क्रियान्वयन हो रहा है। समीक्षा के दौरान रतलाम जिला प्रभारी और श्रम मंत्री श्री अंतर सिंह आर्य, मुख्य सचिव श्री अन्‍टोनी डिसा भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पेटलावद प्रवास के दौरान की गई हर घोषणा की बिन्दुवार समीक्षा की। उन्होंने कहा कि ये कार्य दुर्घटना के घावों पर मलहम के समान है। जो क्षति हुई है, वह अपूरणीय है। सहानुभूति और संवेदनशीलता के साथ पुनर्वास प्रयासों से इस दु:ख और दर्द को कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि घटना के आरोपी के संबंध में जानकारी जनसंचार के विभिन्न माध्यमों से पूरे देश में प्रसारित करवाये। उन्होंने बामनिया जल-प्रदाय योजना के लिए अलग से कार्रवाई कर, कार्य शीघ्र पूर्ण करवाने के निर्देश दिये।

मुख्यमंत्री को बताया गया कि 6 सड़क निर्माण के कार्य लोक निर्माण विभाग द्वारा किये जा रहे हैं। झोंझर, करड़ावद, हमीरगढ़ की माध्यमिक शालाओं और बरवेट का हाईस्कूल में उन्नयन आदिवासी विभाग द्वारा किया गया है। करवड़ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के भवन निर्माण का कार्य भी आदिवासी विकास विभाग द्वारा करवाया जा रहा है। लाड़की नदी पर पुल निर्माण कार्य ग्रामीण सड़क विकास निगम द्वारा किया जा रहा है। मृतक परिजनों में तीन को स्व-रोजगार उपलब्ध करवाया गया है। कुल 12 को स्थानीय स्तर पर विभिन्‍न पदों पर नियुक्ति दी गई है। तीन प्रकरण में शिक्षा विभाग द्वारा नियम शिथिल कर नियुक्ति की कार्रवाई की जा रही है।

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