- August 4, 2016
पूर्वोत्तर में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए सड़क नेटवर्क की अड़चन :- डॉ. जितेन्द्र सिंह
उत्तर –पूर्व उदयोग एवं वाणिज्य फेडरेशन द्वारा आयोजित उत्तर पूर्व से आने वाले संसद सदस्यों के साथ कल बैठक में बोलते हुए डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि वर्तमान सरकार के सत्ता में आने के बाद पूर्वोत्तर के दो राज्य मेघलय और अरुणाचल प्रदेश पहली बार भारत के रेलवे मानचित्र पर लाए गए। साथ ही उन्होंने कहा बांग्लादेश के लिए अगरतल्ला से अखूरा तक रेलवे ट्रैक को बनाने के लिए पूर्वोत्तर विकास मंत्रालय भारत की ओर से धन उपलब्ध कराएगा।
डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि सड़क नेटवर्क के विस्तार के लिए अलग से उत्तर-पूर्व सड़क विकास योजना बनाई गई है। वस्तुओं और माल की कम कीमत में आवाजाही के लिए इस योजना को बनाया गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि ब्रह्मपुत्र से बंगाल की खाड़ी तक समुद्री परिवहन को बढावा दिया जा रहा है।
प्रधानमंत्री की स्टार्टअप इंडिया पहल को रेखांकित करते हुए डॉ.जितेन्द्र सिंह ने पूर्वोत्तर में उद्योग की अपार संभावनाओं का पता लगाने के लिए उद्योगपतियों और व्यापरिक समुदायों को आगे आने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि बिना किसी देरी के इस क्षेत्र में जैविक खेती और खाद्यान उद्योग स्थापित किया जा सकता है।
डॉ. जितेन्द्र सिंह ने क्षेत्र में पर्यटन और स्वास्थ्य क्षेत्र को बढावा देने के लिए एफआईएनईआर सहित अन्य व्यापारिक संगठनों से जन-निजी भागीदारी से जुड़ने का आह्वान किया। पूर्वोत्तर क्षेत्र में फिल्म शूटिंग को गति देने के लिए केंद्र सरकार ने फिल्म और टेलीविजन इंस्टीट्यूट को स्थापित करने को अपनी मंजूरी पहले ही दे दी है।
उन्होंने बताया कि यह संस्थान अरुणाचल प्रदेश में स्थापित की जाएगी। विभिन्न राजनीतिक दलों के पूर्वोत्तर के संसद सदस्यों ने इस बैठक में भाग लिया। भाग लेने वाले प्रमुख सदस्यों में श्री भुवनेश्वर कलिता, श्री पी.डी. राय, श्री गौरव गगोई, सुश्री सुष्मिता देब, श्री आर.पी. शर्मा, डॉ. टी.मेनिया और श्री टी.बेटई शामिल थे