- February 14, 2015
पीने को पानी नहीं, अंधियारे में गांव :: 45 वर्ष से बसा गांव अब भी अविकसित
मुरैना (प्रमोद कुमार शर्मा ) – स्वर्णिम राज्य की घोषणा करने वाले मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री अपने हर भाषण में एक ही बात कहते नजर आते हैं कि हर गांव के विकास की जिम्मेदारी और किसानों के हित की रक्षा करना मेरा परम कर्तव्य है, क्योंकि मैं किसान का बेटा हूं। मुख्यमंत्री की गद्दी पर बैठने वाले प्रदेश के मुखिया को जिले के ऐसे गांव नजर नहीं आते जहां न तो पीने को पानी है, न आने जाने के लिए उचित मार्ग, बल्कि प्रदेश को रोशन करने की बात कहने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के क्षेत्र में ये गांव अंधियारे में अपना जीवन बिता रहा है।
उल्लेखनीय है कि मुरैना जिले की सुमावली विधानसभा क्षेत्र की पंचायत गुढा चम्बल में आने वाला गोठिया का पुरा साबदा अपनी दुर्दशा पर पिछले कई वर्षों से रो रहा है। इस गांव में रहने वाले सभी गुर्जर समाज के वाशिंदे हैं। दु:ख की बात यह है कि आज तक इस गांव में कोई भी अधिकारी इसकी दशा को देखने नहीं पहुंचा है। यूं तो नाम के लिए यहां पर आंगनबाड़ी संचालित है। 300 की आबादी के इस गांव में पहुंच मार्ग उपलब्ध नहीं है। बीहड़ में बसा होने की बजह से बीहड़ के रास्तों से ग्राम वासी इस गांव में पहुंचने का मार्ग बनाए हुए हैं।
नहर स्थित बरहाना गांव से इस पुरा तक पहुंचने के लिए 4 किमी का कच्चा रास्ता है, जो बीहड़ से होकर गुजरता है। पानी पीने के लिए वर्तमान समय तक गांव में कोई भी हैडपम्प नजर नहीं आया। लाइट कैसे जलती है, इस गांव में रहने वालों ने कभी अपने गांव में नहीं देखी। कुल मिलाकर यह गांव आज भी आजादी के पहले की स्थित में मौजूद है। आज भी गांव में एक आकार में छोटा, किंतु काफी गहरा कुँआ मौजूद है, जिससे गांव की महिलाएं एक साथ मिलकर पानी खींचती हैं।
सुमावली विधानसभा क्षेत्र में ही रामनाथ का पुरा रिठौरा खुर्द पंचायत का एक गांव है, जो 45 वर्ष पूर्व बसा था। इस गांव में घरों की आबादी विकास न होने की बजह से जस की तस बनी हुई है। गांव के कुछ लोग गांव से पलायन कर गए हैं। यह गांव भी ग्राम विकास की योजनाओं से वर्तमान समय तक वंचित है। इस गांव में पुराने समय से ही कच्चे घर आज तक बने हुए हैं। किसी भी ग्राम वासी को इंदिरा आवास जैसी योजना का लाभ प्राप्त नहीं हो सका है।
इस गांव में रहने वाले सभी लोग मल्लाह समाज के हैं। इस गांव के बच्चे गांव से दूर बलवंत पुरा पर पढऩे के लिए जाते हैं। ग्राम वासियों में से एकाध परिवार पर नाम मात्र के लिए जमीन है। अपना जीवन यापन करने के लिए इस गांव के निवासी मय बच्चों के खेतिहर मजदूर हैं।
इनका कहना है….
मध्यप्रदेश शासन की कौन-कौन सी योजनाएं चल रही हैं, हमें इसकी जानकारी नहीं है, हम वर्षों से ऐसा ही जीवन व्यतीत कर रहे हैं। सरपंच तो कई बने पर गांव का विकास किसी सरपंच द्वारा नहीं कराया गया।
भरत सिंह गुर्जर, ग्रामीण साबदा गोठिया का पुरा
इनका कहना है…
45 वर्षों से अपने गांव को ऐसा ही देखती आ रही हूं, पास में ही एक कम्पनी अपने आने जाने के लिए सड़क बनवाई है। इंदिरा आवास योजना का लाभ हमें आज तक नहीं मिला।
रूमादेवी, ग्रामीण रामनाथ का पुरा, रिठौरा खुर्द
इनका कहना है….
आपके द्वारा मुझे दोनों ही गांव की जानकारी प्राप्त हुई है, शीघ्र ही दोनों ही गांव का निरीक्षण कर संबंधितों पर उचित कार्रवाई की जाएगी और गांवों को ग्राम विकास योजनाओं से जोड़ा जाएगा।
आशीष गुप्ता, सीईओ जिला पंचायत मुरैना
भाजपा की सदस्यता अभियान
मुरैना। भारतीय जनता पार्टी सदस्यता अभियान के अजा मोर्चा के संभागीय सदस्यता प्रभारी एवं नगर निगम ग्वालियर के सभापति राकेश माहौर ने ग्राम छौंदा में घुमक्कड जाति के लोगों को भाजपा की सदस्यता दिलायी।
भाजपा अजा मोर्चा के जिला महामंत्री संदीप सेंगर ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में जानकारी देते हुये बताया कि भाजपा अजा मोर्चा से सदस्तता संभागीय प्रभारी राकेश माहौर ने छौंदा गांव में घुमक्कड जाति के लोगों को भाजपा की सदस्यता दिलाई तथा शहर की दलित बस्तियों में सदस्यता अभियान को लेकर बैठके आयोजित कर अनुसूचित जाति के लोगों को भाजपा की सदस्यता दिलायी। इस अवसर पर उने साथ अशोक कुशवाह, कप्तान सिंह कुशवाह, रमन सिंह माहौर, भाजपा अजा मोर्चा जिलाध्यक्ष मुकेश जाटव, जिला महामंत्री संदीप सेंगर, राकेश ठगेले, रामनाथ पिप्पल, डा. हरी सेंगर, प्रमोद छारी, रामऔतार विशेष रूप से उनके साथ थे।