• September 20, 2018

पीएनडीटी एक्ट– आईओ सब इंस्पेक्टर सस्पेंड–अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. राकेश गुप्ता

पीएनडीटी एक्ट–  आईओ सब इंस्पेक्टर सस्पेंड–अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. राकेश गुप्ता

हिसार—–मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. राकेश गुप्ता ने पीएनडीटी एक्ट (प्रसव पूर्व लिंग जांच निषेध अधिनियम) के तहत रेड मारकर पकड़े गए आरोपियों की जमानत रद्द करवाने के लिए उचित कार्रवाई न करने पर बास थाना के आईओ (जांच आधिकारी) सब इंस्पेक्टर देवेंद्र को सस्पेंड करने के आदेश दिए हैं।

एपीएस डॉ. राकेश गुप्ता ने यह आदेश वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश सरकार की विभिन्न महत्वपूर्ण योजनाओं की समीक्षा करते हुए दिए।

वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान पीएनडीटी एक्ट के मामलों की समीक्षा करते हुए उन्होंने जून 2018 में बास पुलिस द्वारा गांव मैहंदा में मोबाइल अल्ट्रासाउंड मशीन के साथ भ्रूण लिंग जांच करने वालों के खिलाफ रेड के बाद पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ की गई कार्रवाई की जानकारी मांगी तो उन्हें बताया गया कि इस मामले में एक व्यक्ति को जमानत मिल गई।

डॉ. गुप्ता ने आरोपी को जमानत मिलने पर कड़ा संज्ञान लेते हुए इसका कारण पूछा तो उन्हें बताया गया कि इस मामले में एसआई देवेंद्र को आईओ नियुक्त किया गया था और उनके द्वारा जांच रिपोर्ट समय पर जमा न करवाने के कारण आरोपी को जमानत मिल गई।

इस पर डॉ. गुप्ता ने सख्त रुख अपनाते हुए एसआई देवेंद्र को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान प्रदेश व केंद्र सरकार की अति महत्वपूर्ण योजना है और मुख्यमंत्री मनोहर लाल इस संबंध में बहुत गंभीर हैं। इस संबंध में किसी की प्रकार की लापरवाही व कोताही को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

सीएम विंडो पर हिसार की कलावंती पत्नी हेमराज द्वारा 22 मई को शिकायत दर्ज करवाई गई थी कि उसने लाजपतराय मार्केट में स्कीम नंबर 11 ई स्थित अपनी दुकान नंबर 1 के साथ लगती नगर सुधार मंडल की 7 गज जगह लगभग 5 लाख रुपये में खरीदी थी और इसके लिए पैसे भी जमा करवा दिए थे लेकिन उसे अभी तक जगह नहीं मिली है।

इस शिकायत पर की गई कार्रवाई की जानकारी मांगने पर नगर निगम के संयुक्त आयुक्त जयबीर यादव ने बताया कि वर्तमान में इस जगह के सामने निगम ने रेहड़ी वालों के लिए शैड बना रखा है और तत्कालीन आयुक्त द्वारा जगह देने के आवेदन को फाइल करने के बावजूद तत्कालीन क्लर्क धर्ममोहन ने अंदरखाते यह 7 गज जगह कलावंती के नाम कर दी।

मामला जानकारी में आने के बाद (अब सेवानिवृत हो चुके) क्लर्क धर्ममोहन से स्पष्टीकरण मांगा गया है। उसका जवाब आने या न आने की स्थिति में उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

एपीएस डॉ. गुप्ता ने स्पष्ट निर्देश दिए कि आवेदक को या तो जमीन दी जाए अथवा उसके पैसे वापस लौटाए जाएं और गड़बड़ी करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने सीएम विंडो पर आने वाली शिकायतों का अविलंब समाधान करने के निर्देश भी सभी जिलों के अधिकारियों को दिए।

वीडियो कॉन्फ्रेंस में हरियाणा विजन जीरो योजना की समीक्षा के दौरान डॉ. गुप्ता ने सडक़ दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों में कमी लाने के लिए हिसार प्रशासन की सराहना की। इसके लिए प्रशासन द्वारा अपनाई गई रणनीति के संबंध में पूछने पर अतिरिक्त उपायुक्त अमरजीत सिंह मान ने बताया कि सडक़ दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए हिसार प्रशासन व पुलिस विभाग ने मिलकर कई पहलुओं पर काम किया है।

सबसे पहले जिला की सभी सडक़ों का ऑडिट करवाया गया और ब्लैक स्पॉट्स को चिह्नित किया गया। टूटी सडक़ों को ठीक करवाया गया, दुर्घटना आशंकित स्थानों से पेड़ों को कटवाया गया, रेड लाइट लगवाई गईं और पुलिस द्वारा नियमित रूप से नाइट डोमिनेशन चलाया गया जिनके कारण दुर्घटनाओं में कमी आई है।

उन्होंने बताया कि जिला में उपायुक्त अशोक कुमार मीणा द्वारा नियमित रूप से सडक़ सुरक्षा की समीक्षा भी की जा रही है जिसके चलते अभियान के सार्थक परिणाम मिले हैं।

डॉ. राकेश गुप्ता ने सभी जिलों को निर्देश दिए कि वे नियमों की उल्लंघना करने वाले वाहन चालकों के चालान सीसीटीवी फुटेज के आधार पर करने की व्यवस्था करें। इसके लिए उन्होंने सभी जिलों को अक्तूबर तक कंट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश दिए। इनके अलावा उन्होंने सक्षम हरियाणा, एमटीपी एक्ट, आईटीआई उत्तीण युवाओं की निजी कंपनियों में अप्रेंटिसशिप, बेसहारा पशुओं के प्रबंधन, शिवधाम नवीकरण योजना, हरपथ योजना, स्वच्छ सर्वेक्षण, अंत्योदय सरल प्रोजेक्ट सहित विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को व्यापक दिशा-निर्देश दिए।

इस अवसर पर हिसार पुलिस अधीक्षक शिवचरण, हांसी पुलिस अधीक्षक विरेंद्र विज, अतिरिक्त उपायुक्त अमरजीत सिंह मान, सीटीएम शालिनी चेतल, बरवाला एसडीएम पृथ्वी सिंह, हांसी एसडीएम राजीव अहलावत, नगर निगम के संयुक्त आयुक्त जयबीर यादव, सिविल सर्जन डॉ. दयानंद, डीएसडब्ल्यूओ डॉ. डीएस सैनी, सीएमजीजीए राधिका सिंघल, कृषि उपनिदेशक डॉ. विनोद फोगाट, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी भूपेंद्र सिंह, महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. पूनम रमन सहित अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।

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