• December 28, 2020

पर्यावरण एवं प्राकृतिक संसाधनों का प्रभावी उपयोग एवं संरक्षण सुनिश्चित किया जाए – मुख्य सचिव

पर्यावरण एवं प्राकृतिक संसाधनों का प्रभावी उपयोग एवं  संरक्षण सुनिश्चित किया जाए – मुख्य सचिव

जयपुर—— मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण द्वारा जारी पर्यावरण एवं प्राकृतिक संसाधनों के प्रभावी उपयोग एवं संरक्षण को सुनिश्चित करने के लिए सभी जिला कलेक्ट्ररों एवं संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं।

मुख्य सचिव सोमवार को यहॉ शासन सचिवालय में वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राष्ट्रीय हरित अधिकरण से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अपशिष्ट प्रबंधन नियम -2016 के अनुसार ठोस, प्लास्टिक एवं बायोमेडिकल कचरे को पृथक करे।

उन्होंने डोर टू डोर कचरा इकट्ठा करने की व्यवस्था के तहत आमजन एवं निगम के सफाई कर्मचारियों को अपशिष्ट को गीला एवं सूखा कचरे के रूप में निष्पादित करने के प्रति ज्यादा जागरूक करने के लिए कलेक्ट्ररों को निर्देशित किया। साथ ही उन्होंने प्लास्टिक कचरे को री-साईकल कर सीमेन्ट एवं अन्य उद्योगों में पुनः उपयोग में लाने पर भी जोर दिया।

श्री आर्य ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण आने वाले समय में मुख्य प्राथमिकता होगी इसलिए सभी जिला कलेक्ट्ररों स्थानीय निकायों की टीमों को सक्रिय करें। उन्होंने जिला कलेक्ट्ररों को भी पर्यावरण के प्रति प्रशासन, नगर निगम, नगर पालिका द्वारा किये जा रहे नवाचार तथा आमजन के लिए प्रशासन की मदद से चलाये जा रहे पर्यावरण जागरूकता अभियान तथा कचरे का वैज्ञानिक पद्धति द्वारा निष्पादन आदि के बारे में विस्तृत रिपोर्ट बनाकर भेजने के निर्देश दिए।

उन्होंने सभी जिला कलेक्ट्ररों को अपने-अपने जिले की पर्यावरण योजना जल्द बनाने एवं वेटलेंड (आद्रभूमि) प्रोग्राम के तहत केन्द्र सरकार द्वारा चयनित क्षेत्र की पहचान कर सत्यापित रिपोर्ट भिजवाने के निर्देश दिए ताकि एन जी टी को भी इसे समय पर पेश किया जा सके।

उन्होंने कहा कि पर्यावरण एवं प्रदूषण के मुद्दे को लेकर राज्य सरकार काफी गंभीर है। उन्होंने समीक्षा बैठक में विभागवार अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय करते हुए रीको, जिला प्रशासन, राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल, जिला उद्योग विभाग सहित अन्य विभागों को अपने संबंधित कार्य को लेकर शीघ्र ही जवाब तैयार करने के भी निर्देश दिए।

बैठक में पर्यावरण विभाग की प्रमुख शासन सचिव, श्रीमती श्रेया गुहा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सचिव श्री सिद्धार्थ महाजन, स्वायत्त शासन विभाग के सचिव श्री भवानी सिंह देथा, पर्यावरण विभाग के सचिव श्री दीप नारायण पांडे सहित सभी जिला कलेक्ट्ररों ने वी.सी के माध्यम से भाग लिया।

Related post

धोखाधड़ी, जालसाजी व जान से मारने की धमकी  : मुख्यमंत्री महोदय का  पत्र सलग्न :

धोखाधड़ी, जालसाजी व जान से मारने की धमकी : मुख्यमंत्री महोदय का पत्र सलग्न :

रमाकांत उपाध्याय (आरा )—– प्रार्थी के जमीन के साथ हुई कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर धोखाधड़ी, जालसाजी…
क्या भारत एक स्वस्थ युवाओं का देश भी है?

क्या भारत एक स्वस्थ युवाओं का देश भी है?

डॉक्टर नीलम महेंद्र : वर्तमान  भारत जिसके विषय में हम गर्व से कहते हैं कि यह…
नेहरू से हमें जो सीखना चाहिए

नेहरू से हमें जो सीखना चाहिए

कल्पना पांडे————-इतने सालों बाद हमे शर्म से ये स्वीकार कर लेना चाहिए कि धार्मिक आडंबरों, पाखंड…

Leave a Reply