- April 23, 2018
पं.लख्मीचंद विश्वविद्यालय — लोक संस्कृति का संस्थान :– शर्मा
बादली/बहादुरगढ़—हरियाणा के शिक्षा एवं पर्यटन मंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि सूर्य कवि पं.लख्मीचंद की याद में सोनीपत जिले के गांव अटेरना धाम में बनने वाला पं.लख्मीचंद विश्वविद्यालय युवा पीढ़ी को लोक संस्कृति का ज्ञान कराने का बेहतर संस्थान बनेगा।
पं.लख्मीचंद विश्वविद्यालय में सूर्य कवि से जुड़े काव्य संग्रह के साथ ही युवाओं को हरियाणवी संस्कृति का ज्ञान दिया जाएगा। शिक्षा मंत्री श्री शर्मा सोमवार को गांव पाहसौर में म्हारी संस्कृति-म्हारा स्वाभिमान संस्था की ओर से आयोजित हरियाणवी सांस्कृतिक कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे।
कार्यक्रम में बाढड़ा से विधायक सुखविंद्र मांढी व बहादुरगढ़ से विधायक नरेश कौशिक बतौर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। विधायक नरेश कौशिक ने हैलीपेड पर मुख्यातिथि शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा तथा विधायक सुखविंद्र मांढी का जिले में पहुंचने पर स्वागत किया।
गांव के राजकीय विद्यालय प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यातिथि शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि पं.लख्मीचंद की कविताएं इतिहास का बोध कराने के साथ-साथ एक विश्वास भी हैं। ऐसे महान कवि को हरियाणा ही नहीं साथ लगते राज्यों राजस्थान व उत्तर प्रदेश की जनता कभी भुला नहीं सकती। काव्य स्वरूप के साथ जो कविताई पं.लख्मीचंद ने की वह समाज को सार्थक संदेश देने वाली रही हैं।
उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार की ओर से ऐसी महान विभुति की स्मृति में उनकी संस्कृति को जीवंत रखने के साथ ही समाज को हरियाणवी संस्कृति का ज्ञान कराने के उद्देश्य से पं.लख्मीचंद के नाम से ही विश्वविद्यालय अटेरना धाम में करीब 50 एकड़ में खोलने का निर्णय लिया है। उन्होंने खुशी जताई कि सरकार की ओर से यह उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि भी है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि पूर्व की सरकारों में सत्ता पक्ष की ओर से अपने पूर्वजों के नाम से शिक्षण संस्थानों का नामकरण किया जाता था जबकि हमारी सरकार में देश की महान विभुतियों के नाम से और समाज को नई परिभाषा देने वाले महान शख्सियत के नाम से संस्थानों का नामकरण किया जा रहा है। क्षेत्रवाद, जातिवाद, परिवारवाद से दूर हटकर वास्तविक पुरोधाओं को ही सरकार की ओर से मान-सम्मान दिया जा रहा है।
शिक्षामंत्री ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में मौजूद लोगों को तथा लोक कलाकारों को भिवानी में 17 जून को आयोजित पं.लख्मीचंद भवन की आधारशिला कार्यक्रम में पहुंचने का निमंत्रण भी दिया। साथ ही म्हारी संस्कृति-म्हारा स्वाभिमान संस्था को इस प्रकार के लोक कार्यक्रम के आयोजन पर बधाई देते हुए उन्हें विश्वास दिलाया कि सरकार की ओर से उन्हें पूरा सहयोग दिया जाएगा।
बाढड़ा से विधायक सुखविंद्र मांढी ने भी लोक कला को हरियाणा की अमूल्य धरोहर बताते हुए युवाओं को अपनी संस्कृति का ज्ञान रखते हुए इसे आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है और युवाओं के लिए नई दिशा सरकार की ओर से तय की जा रही है जिसका लाभ हर वर्ग के लोगों को मिल रहा है।
बहादुरगढ़ से विधायक नरेश कौशिक ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के कुशल नेतृत्व में शिक्षा मंत्री श्री शर्मा द्वारा जो लोक संस्कृति को जींवत बनाए रखने की कार्यशैली अपनाई जा रही है वह पूरे प्रदेश की संस्कृति को संजोकर रखने के साथ ही सहेजने का काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में लोक विधा को नया स्वरूप प्रदान किया जा रहा है और हरियाणा की संस्कृति को जन-जन तक पहुंचाने के लिए तथा युवा पीढ़ी को संस्कारवान बनाने की दिशा में सरकार सकारात्मक कदम बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से अपनी अतुलनीय संस्कृति के बलबूते सुखद माहौल प्रदेश में कायम किया जा रहा है। शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा, विधायक सुखविंद्र मांढी व नरेश कौशिक ने लोक कलाकार विकास पाहसौर के गृह प्रवेश कार्यक्रम में भी शिरकत की और परिजनों को शुभकामनाएं दी।
इस मौके पर एडीसी सुशील सारवान, एसडीएम बादली त्रिलोकचंद, दिव्यांग आयोग के आयुक्त दिनेश शास्त्री, भाजपा नेता वीर कुमार यादव, मार्केट कमेटी बेरी चेयरमैन मनीष शर्मा, राजेंद्र शर्मा, अनिल मातनहेल, आनंद सागर, सुनीता चौहान, संत सुरहेती, के.डी.शर्मा, मनीष बंसल, कृष्ण कोट, सुनील वत्स, टोनी सरपंच कसार, नरेश गौड व ललित सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।