नोबेल पुरस्कार से विभूषित श्री कैलाश सत्यार्थी मानव और दरिद्र नारायण की सेवक

नोबेल पुरस्कार से विभूषित श्री कैलाश सत्यार्थी  मानव और दरिद्र नारायण की सेवक

राज्यपाल श्री राम नरेश यादव ने आज राजभवन में नोबेल पुरस्कार से विभूषित श्री कैलाश सत्यार्थी को सम्मानित किया। समारोह में श्री यादव ने कहा कि मानव और दरिद्र नारायण की सेवा बड़ा पुण्य कार्य है। इससे भी बड़ी सेवा और पुण्य का काम बेटियों और बच्चों के जीवन को सुखमय और उज्जवल बनाना है। श्री कैलाश सत्यार्थी ने महात्मा गाँधी और सम्राट अशोक के आदर्शों, सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलकर बचपन को बचाने का जो कार्य किया, वह अनुकरणीय है। राज्यपाल श्री यादव ने श्री सत्यार्थी को प्रशस्ति-पत्र भेंट कर सम्मानित किया।

 राज्यपाल श्री यादव ने कहा कि बचपन बचाने की जिम्मेदारी उठाने का साहस दिखाने वाले श्री सत्यार्थी के कारण मध्यप्रदेश ने एक बार फिर विश्व मंच पर अपनी सामाजिक प्रतिबद्धता के लिये पहचान स्थापित की है। इससे पूर्व मध्यप्रदेश सरकार द्वारा बेटी बचाओ अभियान और लाड़ली लक्ष्मी योजना को पूरे विश्व में सराहा गया था। बेटी और बचपन दोनों को बचाये रखना समाज की जवाबदारी है।

श्री कैलाश सत्यार्थी ने कहा कि मैं भारतीय हूँ और अंतिम साँस तक भारतीय रहूँगा। श्री सत्यार्थी ने कहा कि फिल्मों में आज जिस बड़े पैमाने पर अश्लीलता दिखाई जा रही है उस पर फिल्म सेंसर बोर्ड को लगाम लगाना चाहिए। फिल्मों में अश्लीलता का बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है और उनका भविष्य खराब हो रहा है। श्री सत्यार्थी ने कहा कि बच्चों को शिक्षा, रक्षा और सम्मान देने तथा उन पर हो रहे जुल्म को रोकने वे पूरे समर्पित भाव से कार्य करते रहेंगे।

इस अवसर पर राजस्व मंत्री श्री रामपाल सिंह, मुख्य सचिव श्री अन्टोनी डिसा, लोकायुक्त श्री पी.पी. नावलेकर, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्रीमती अनुराधा शंकर सिंह, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष श्री अरूण यादव, गणमान्य नागरिक, वरिष्ठ अधिकारी तथा पत्रकार उपस्थित थे।

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