- July 21, 2020
नेपाल एवं गंडक नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिष-तैयार रहने का निर्देष
पटना :- नेपाल एवं गंडक नदी के जलग्रहण क्षेत्र में हो रही भारी वर्षापात के कारण गंडक नदी के जलश्राव (डिस्चार्ज) एवं नदी के जलस्तर में काफी वृद्धि होने की संभावना है। भारी वर्षापात के कारण पष्चिम चम्पारण, पूर्वी चम्पारण, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, वैषाली एवं सारण जिले में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
मुख्यमंत्री श्री नीतीष कुमार ने इन क्षेत्रों में भारी वर्षापात एवं संभावित बाढ़ की स्थिति को देखते हुये आपदा प्रबंधनविभाग एवं सभी संबंधित जिलाधिकारियों को पूरी तरह अलर्ट में रहने का निर्देष देते हुये कहा कि गंडक नदी के जलश्राव वाले क्षेत्रों में निचले इलाकों में रहने वाले लोगों का निष्क्रमण कराकर उन्हें चिन्हित ऊॅचे एवं सुरक्षित स्थानों पर पहुॅचाने की कार्रवाई सुनिष्चित करें। साथ ही मुख्यमंत्री ने राहत एवं बचाव कार्य के लिये पूरी तरह तैयार रहने का भी निर्देष दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि निष्क्रमित आबादी के बीच साहाय्य कार्य पूरी तत्परता के साथ करें ताकि उन्हें किसी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़े।
उन्होंने कहा कि एस0ओ0पी0 के अनुसार इनके लिये सारी व्यवस्था सुनिष्चित की जाय। निष्क्रमित आबादी वाले क्षेत्रों में अगर कोई कंटेनमेंट जोन चिन्हित हो तो उनके लिये अलग आपदा राहत केन्द्र बनाकर उन्हें सहायता पहुॅचायी जाय। ऐसे लोगों को सामान्य बाढ़ पीड़ितों से पृथक रखने की व्यवस्था सुनिष्चित करें।
उन्होंने कहा कि यह सुनिष्चित किया जाय कि राहत केन्द्रों पर सोषल डिस्टेंसिंग एवं मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन क्षेत्रों से आबादी का निष्क्रमण हो रहा है, उन क्षेत्रों में पषुओं के लिये भी समुचित चारे की व्यवस्था भी सुनिष्चित की जाय।
उन्होंने निर्देष दिया है कि जल संसाधन विभाग अपने सभी अभियंताओं को आक्रमण्य स्थलों पर पूरी तरह अलर्ट रखें ताकि तटबंधों की पूर्ण सुरक्षा की जा सके।
मुख्यमंत्री ने निर्देष दिया कि जिलों में पूर्व से प्रतिनियुक्त एन0डी0आर0एफ0 एवं एस0डी0आर0एफ0 की टीमों को भी पूरी तरह अलर्ट मोड में रखा जाय ताकि किसी भी प्रतिकूल स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके।