- October 29, 2014
निवेश के लिए मिशन-मोड एप्रोच: आधारभूत ढांचे के सुदृढ़़ीकरण के लिए पांच एमओयू- -मुख्यमंत्री
जयपुर – मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की उपस्थिति में मंगलवार को सीएमओ के कांफ्रेंस हॉल में प्रदेश में प्राकृतिक गैस का आधारभूत ढांचा विकसित करने, युवाओं के तकनीकी प्रशिक्षण, राज्य के महत्वपूर्ण पर्यटन व धार्मिक स्थलों को हवाई मार्ग से जोडऩे, पांच हजार मेगावाट के मेगा सोलर पार्क विकसित करने और इसके लिये संयुक्त उपक्रम कम्पनी बनाने के लिये राज्य सरकार एवं इन क्षेत्रों में कार्य कर रही देश और दुनिया की प्रसिद्घ कम्पनियों के बीच पांच महत्त्वपूर्ण एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर किये गये।
श्रीमती राजे ने इस मौक़े पर कहा कि सरकार में आते ही हमने प्रदेश में निवेश का अनुकूल माहौल बनाने के लिए ”मिशन-मोड एप्रोच” से कार्य आरम्भ किया, जिसके सुखद परिणाम अब सामने आने लगे हैं। सेन्ट गोबेन, होण्डा, जेसीबी जैसी कम्पनियों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि आज विश्व की नामी-गिरामी कम्पनियां प्रदेश में निवेश के लिये आ रही हैं। उन्होंने इन एमओयू को प्रदेश के विकास की दृष्टि से मील का पत्थर बताया और उम्मीद जताई कि सभी कम्पनियां राज्य सरकार के साथ मिलकर तेज गति से कार्य करेगी।
श्रीमती राजे ने कहा कि युवाओं में कौशल का विकास कर उन्हें रोजगार से जोडऩा हमारी प्राथमिकता है। हम राज्य में एक विश्वस्तरीय स्किल यूनिवर्सिटी स्थापित करने जा रहे हैं। उन्होंने उद्यमियों का आह्वान किया कि वे युवाओं में कौशल विकास के लिए अपने हाथ बढ़ाये। अपनी हाल की सिंगापुर यात्रा का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने कौशल विकास के क्षेत्र में आईटीई सिंगापुर का काम देखा है। इस संस्थान ने हमारे युवाओं को दक्ष बनाने में अपनी दिलचस्पी जाहिर की है। उद्यमियों को प्रदेश में सुरक्षित निवेश का भरोसा दिलाते हुए उनसे प्रदेश के आधारभूत ढांचे को विकसित करने में राज्य सरकार के साथ सहभागी बनने का आह्वान भी किया।
इस मौके पर प्रदेश के युवाओं के तकनीकी प्रशिक्षण के लिये ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में विश्व प्रसिद्घ कम्पनी टोयटा, राज्य में प्राकृतिक गैस का आधारभूत ढांचा विकसित करने के लिये आरएसपीसीएल-गेल गैस लिमिटेड के संयुक्त उपक्रम के द्वारा रीको के साथ, पांच हजार मेगावाट क्षमता के मेगा सोलर पार्क के लिये सन एडीसन इण्डिया व इतनी ही क्षमता के सोलर पार्कों के चरणबद्घ विकास के लिये संयुक्त उपक्रम कम्पनी गठित करने के उद्देश्य से आईएलएण्डएफएस एनर्जी डवलपमेंट कम्पनी एवं आरआरईसी के बीच तथा प्रदेश में इन्ट्रा-स्टेट एयर सर्विसेज के लिये ओआईएस एयरो स्पेस प्रा.लि. व राज्य सरकार के सिविल एविएशन विभाग के मध्य एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये।
इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री श्री गजेन्द्रसिंह खींवसर तथा तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री कालीचरण सराफ, मुख्य सचिव श्री राजीव महर्षि सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी तथा एमओयू में शामिल कम्पनियों के प्रतिनिधिगण भी उपस्थित थे।
गेल इंडिया की सबसिडरी कम्पनी व रीको के मध्य एमओयू :
राज्य में प्राकृतिक गैस का आधारभूत ढांचा विकसित होगा
मुख्यमंत्री की उपस्थिति में आरएसएमएमएल की सबसिडरी कम्पनी आरएसपीसीएल (राजस्थान स्टेट पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लि.) तथा गेल इण्डिया की सबसिडरी गैल गैस लिमिटेड के संयुक्त उपक्रम आरएसपीसीएल-गेल गैस लि. के द्वारा रीको के साथ एमओयू किया गया। इस एमओयू पर आरएसपीसीएल-गैल गैस लिमिटेड की ओर से एमडी श्री रवि अग्रवाल एवं राज्य सरकार की ओर से रीको की एमडी श्रीमती वीनू गुप्ता ने हस्ताक्षर किये।
इस संयुक्त उपक्रम कम्पनी के द्वारा राज्य में पाइप लाइन के जरिये औद्योगिक, व्यावसायिक, घरेलू तथा चार पहिया वाहनों को प्राकृतिक गैस व सीएनजी उपलब्ध कराई जाएगी। इस एमओयू से राजस्थान में विशेष चयनित स्थानों पर गैस आधारित आधारभूत ढांचा एवं विभिन्न व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से सहयोग करके एक मंच से औद्योगिक क्षेत्रों, नेशनल एवं स्टेट हाइवे तथा व्यावसायिक प्रतिष्ठान के लिए प्राकृतिक गैस के विपणन की योजना तैयार की जायेगी।
प्रथम चरण में मेगा सीएनजी स्टेशन नीमराणा और डॉटर स्टेशन कूकस में गैस वितरण की व्यवस्था चालू की जाएगी। दूसरे चरण में संघनित प्राकृतिक गैस जयपुर, अजमेर, सीकर एवं उदयपुर में शुरू कर जयपुर-अजमेर मार्ग, जयपुर-कोटा मार्ग, जयपुर-सीकर मार्ग और कोटा उदयपुर मार्गों पर सीएनजी की व्यवस्था की जाएगी। तृतीय चरण में संयुक्त उपक्रम द्वारा तरल प्राकृतिक गैस दाहेज (गुजरात) से प्राप्त कर राज्य में उन क्षेत्रों को आपूर्ति की जायेगी जहां पर प्राकृतिक गैस की पाइप के द्वारा जोडऩे की योजना नहीं है ।
आरएसपीसीएल-गैल गैस लिमिटेड के इस संयुक्त उपक्रम का गठन वर्ष 2013 में किया गया था। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने राज्य बजट-2014 में आरएसपीसीएल-गैल गैस लिमिटेड के द्वारा नीमराना में मेगा सीएनजी प्लांट एवं कूकस में बूस्टर डॉटर प्लांट लगाने की घोषणा की थी।
बीते दिनों मुख्य सचिव व गैल इंडिया प्रबंधन की एक उच्च स्तरीय बैठक में संयुक्त उपक्रम कम्पनी को राजस्थान में स्वच्छ एवंं सुरक्षित प्राकृतिक गैस उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गए थे। संयुक्त उपक्रम कम्पनी को सुदृढ़ करने के लिए कोटा भौगोलिक क्षेत्र एवं भरतपुर शहर के अधिकार को आरएसपीसीएल-गैल गैस लिमिटेड को स्थानान्तरण करने के निर्देश दिये गये एवं कम्पनी के संयुक्त उपक्रम के निदेशक मण्डल ने इस योजना के प्रारूप का अनुमोदन कर कम्पनी की अधिकृत पूंजी 5 लाख से 40 करोड़ की गई।
सीएनजी (संघनित प्राकृतिक गैस) एक पर्यावरण सुरक्षित ईधन है जिसमें गंधक व सीसा जैसे अपशिष्ट पदार्थ मिश्रित नहीं होते हैं। इसके प्रति उत्पादों से भी किसी प्रकार का प्रदूषण नहीं होता है। यह प्राकृतिक गैस हवा से हल्की एवं उपयोग करने मेेंं पूर्णतया सुरक्षित है। यह एक कम लागत का किफायती ईंधन है। साथ ही इसकी क्षमता पैट्रोल एवं डीजल से ज्यादा है। पाइप के माध्यम से उपलब्धता निरन्तर बनी रहती है व इसके उपयोग से गैस सिलेण्डरों की हैडलिंग से मुक्ति मिलती है।
महत्त्वपूर्ण पर्यटन व धार्मिक स्थलों को हवाई मार्ग से जोडऩे के लिये एमओयू
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की उपस्थिति में राज्य के महत्वपूर्ण पर्यटन एवं धार्मिक स्थलों को हवाई मार्ग से जोडऩे तथा पर्यटन गतिविधियों को बढावा देने के उद्देश्य से राज्य सरकार एवं वायुसेवा प्रदाता कम्पनी मैसर्स ओआईएस एयरोस्पेस प्रा.लि. के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये। राज्य सरकार की ओर से सिविल एविएशन विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्री अजीत कुमार सिंह तथा कम्पनी की ओर से सीओओ श्री बी.एल. ठकराल ने हस्ताक्षर किए।
इस एमओयू के माध्यम से राज्य के विभिन्न धार्मिक एवं पर्यटक स्थलों को वायुमार्ग से जोडऩे के लिये हेलीकॉप्टर अथवा वायुयान उपलब्ध हो सकेंगे, जिससे पर्यटन गतिविधियों को बढावा मिलेगा वहींंं औद्योगिक एवं शैक्षणिक गतिविधियों का मार्ग भी प्रशस्त होगा।
आज जयपुर एवं राज्य के अन्य शहरोंं जैसे उदयपुर, जोधपुर एवं कोटा के लिये कोई वायुसेवा उपल्ब्ध नहीं है। इस एमओयू के क्रियान्वयन के बाद राजस्थान में महत्वपूर्ण शहर राजधानी से वायुमार्ग द्वारा जुड़ जायेंंगे। ओआईएस एयरोस्पेस प्रा.लि. महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल एवं मुख्य शहरों को वायु मार्ग से जोडऩे के लिये हेलीकॉप्टर अथवा वायुयान उपलब्ध करायेगा। राजस्थान सरकार का यह प्रयास रहेगा कि आने वाले समय में राज्य मेंं उपलब्ध हवाई पट्टियोंं का पूर्ण विकास कर यहां भी हवाई यातायात की सुविधा राज्य के नागरिकों एवं पर्यटकों को उपलब्ध कराई जाये।
सन एडिसन इण्डिया के साथ एमओयू :5 हजार मेगावाट के सोलर पार्क स्थापित होंगे
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की उपस्थिति में राज्य में 5 हजार मेगावाट सोलर क्षमता के मेगा सोलर पार्क की स्थापना के लिए सन एडिसन इण्डिया के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। सन एडिसन इण्डिया की ओर से कम्पनी के प्रबन्ध निदेशक श्री राहुल साखे तथा आरआरईसी की ओर से प्रबन्ध निदेशक श्री बी.के. दोसी ने अनुबंध पर हस्ताक्षर किए।
इस एमओयू का मुख्य उद्देश्य राज्य में 5 हजार मेगावाट सोलर क्षमता की स्थापना है जिसके तहत शुरूआत में 31 दिसम्बर, 2016 तक 500 से 1000 मेगावाट क्षमता के सोलर पी.वी. प्रोजेक्ट्स की स्थापना होगी। एमओयू के तहत राज्य सरकार सरकारी भूमि के चिन्हीकरण एवं आंवटन, विद्युत निस्तारण के निर्माण, राजस्थान निवेश एवं प्रोत्साहन नीति-2014 तथा राजस्थान सौर ऊर्जा नीति-2014 के तहत उपलब्ध रियायतें एवं लाभ आदि सुविधाएं उपलब्ध कराएगी।
राज्य सरकार द्वारा इस एमओयू की निगरानी व सहायता के लिए एक उच्चाधिकार प्राप्त निगरानी समिति का गठन किया जाएगा। सन एडिसन इण्डिया एक अग्रणी सोलर फोटो वोल्टिक ऊर्जा डवलपर, निवेशक एवं फोटो वोल्टिक परिसम्पत्तियों की मालिक एवं संचालक कम्पनी है। इस समूह द्वारा विश्व स्तर पर 1.4 गीगावाट पी.वी. क्षमता परिसम्पत्तियों की स्थापना की जा चुकी है। यह कम्पनी सोलर पम्प योजना के क्रियान्वयन के लिए पहले से स्थापित विद्युत/डीजल वाटर पम्प्स को सोलर वाटर पम्प से प्रतिस्थापित करने की कार्य योजना एवं नीति बनाने में मदद करने के साथ-साथ दिसम्बर, 2014 तक इस संबंध में तकनीकी सलाह पत्र तैयार कर राज्य सरकार को प्रस्तुत करेगी।
आईएल एण्ड एफएस के साथ एमओयू : सोलर पार्क के लिये संयुक्त उपक्रम
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की मौजूदगी में राज्य सरकार तथा आईएल एण्ड एफएस एनर्जी डवलपमेंट कम्पनी लि. के साथ चरणबद्घ तरीके से 5 हजार मेगावाट क्षमता के सोलर पार्क विकसित करने के उद्देश्य से संयुक्त उपक्रम कम्पनी बनाने के लिए समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए गए।
राज्य सरकार की ओर से आरआरईसी के एमडी श्री बी.के. दोसी तथा आईएलएफएस की ओर से कम्पनी के एमडी श्री हरि शंकरन ने हस्ताक्षर किए। यह कम्पनी सोलर पार्क से विकास के लिए उपयोगी भूमि के चिन्हीकरण, डिजाइन एवं अन्य आधारभूत सुविधाओं को विकसित करने के साथ-साथ सम्भावित सोलर ऊर्जा उत्पादकों एवं अन्य को विपणन का कार्य भी करेगी। यह कम्पनी भारत की प्रमुख आधारभूत ढांचागत विकास एवं वित्तीय कम्पनियों में से एक है जिसका फोकस इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को व्यावसायिक रूप से विकसित करना है।
टोयटा के साथ एमओयू : युवाओं को मिलेगा तकनीकी प्रशिक्षण
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की उपस्थिति में प्रदेश के युवाओं को ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में विश्व प्रसिद्घ टोयटा कम्पनी द्वारा संचालित टोयटा टैक्नीकल एज्यूकेशन प्रोग्राम के तहत कार एवं अन्य छोटे वाणिज्यिक वाहनों की बॉडी रिपेयरिंग एवं पेन्टिग का प्रशिक्षण उपलब्ध करवाने के लिए करार हुआ। टोयटा टेक्नीकल एज्यूकेशन प्रोग्राम दञ्ज-ञ्जश्वक्क½ के तहत यह नि:शुल्क प्र्रशिक्षण शाहपुरा (जयपुर) की राजकीय आईटीआई में शुरू किया जाएगा।
राज्य सरकार की ओर से निदेशक प्रशिक्षण श्री ए.के. आनन्द तथा टोयटा कम्पनी की ओर से टोयटा किर्लाेस्कर मोटर एक्सीलेंस सेंटर के मुखिया श्री नीरज शर्मा ने हस्ताक्षर किया। इस एमओयू के तहत शाहपुरा आईटीआई में टोयटा द्वारा 42 लाख रुपए की लागत से अत्याधुनिक ऑटो बॉडी रिपेयर एवं पेन्ट शॉप की स्थापना की जाएगी।
प्रशिक्षण के लिए सालाना 8 लाख रुपए कीमत का आवश्यक उच्च गुणवत्ता का इको फ्रेण्डली रंग टोयटा द्वारा उपलब्ध करवाया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा 10 लाख रुपए व्यय कर शाहपुरा वर्कशॉप की मरम्मत एवं विकास करवाया जाएगा। आईटीआई के प्रशिक्षकों को टोयटा के गुडगांव स्थित प्रसिद्घ किर्लोस्कर मोटर एक्सीलेंट सेंटर में प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षणार्थियों को टोयटा डीलरों के साथ अपे्रंटिस प्रशिक्षण के साथ एनसीवीटी सर्टिफिकेट तथा टोयटा द्वारा विश्व में मान्यता प्राप्त सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा।
सफल प्रशिक्षणार्थियों को टोयटा द्वारा रोजगार प्रदान करने की सुविधा भी दी जाएगी। राजस्थान में टोयटा का यह प्रथम सेन्टर होगा। कम्पनी ने अन्य आईटीआई में भी यह प्रोग्र्राम शुरू करने की मंशा जाहिर की है।
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