नवजात कन्या का शव: निर्दयी माॅ

नवजात कन्या का शव: निर्दयी माॅ

फिरोजाबाद (बनवारी लाल कुशवाह)-  आज सुबह एक निर्दयी माॅ ने अपने जिगर के टुकडे को फेंक दिया। शिकोहाबाद में स्टेशन रोड स्थित भोगनीपुर नहर में जनाने घाट के पास एक नवजात कन्या का शव उथले पानी में पड़ा होने पर वहां सनसनी फैल गई। कन्या को देखने के लिए वहां भीड़ एकत्र हो गई जिससे जाम लग गया। सूचना पर पुलिस पहुंच गई।DCIM100MEDIA

आज मंगलवार की सुबह अपना पाप छिपाने के लिए कोई नवजात कन्या को नहर के उथले पानी में डाल गया। आजकल नहर में पानी बहुत कम  है। जनाने घाट के पानी में कोई नवजात कन्या को फैंक गया। जब वहां के लोगों को पानी में नवजात कन्या दिखी उन्होंने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पुलिस पहुंच गई और कन्या के शव को बाहर निकलवा लिया। कन्या का नाल नाभि से जुड़ा हुआ था। फैंकने से कन्या के माथे पर चोट लग गई थी।

नवजात कन्या के शव को देखने से प्रतीत होता था कि कन्या जीवित थी लेकिन पानी में फैंके जाने से उसकी मौत हो गई। पुलिस ने नवजात कन्या के शव को नहर किनारे ही गढ्ढा खुदवाकर गढ़वा दिया।  इस दौरान नवजात कन्या का शव मिलने से वहां सनसनी फैल गई।  उसे देखने के लिए नहर पुल पर लोग एकत्र हो गये जिससे वाहनों का जाम लग गया।

Related post

यशपाल का आजादी की लड़ाई और साहित्य में योगदान

यशपाल का आजादी की लड़ाई और साहित्य में योगदान

  कल्पना पाण्डे———प्रसिद्ध हिन्दी कथाकार एवं निबंधकार यशपाल का जन्म 3 दिसम्बर 1903 को फिरोजपुर (पंजाब) में हुआ था। उनके…
साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

21 दिसंबर विश्व साड़ी दिवस सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”- आज से करीब  पांच वर्ष पूर्व महाभारत काल में हस्तिनापुर…
पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

उमेश कुमार सिंह——— गुरु गोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं। गुरु…

Leave a Reply