- February 3, 2017
नर्मदा सेवा यात्रा के 54वें दिवस
भोपाल (हेमलता शर्मा)———- ‘नमामि देवी नर्मदे”-सेवा यात्रा पूर्व निमाड़ खण्डवा जिले में चारखेड़ा से रवाना होकर सेल्दा, माण्डला, सहेलजा एवं ग्राम गुराड़िया होते हुए 54वें दिन ग्राम संत सिंगाजी पहुँची। यहाँ पर यात्रा के रात्रि विश्राम की समुचित व्यवस्थाएँ प्रशासन द्वारा की गई।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का माँ नर्मदा के प्रति लगाव और संतों के प्रति आस्था से सभी परिचित हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान नर्मदा सेवा यात्रा में शामिल होने सपत्निक संत सिंगाजी के समाधि-स्थल पर पहुँचे। उन्होंने आस्था के साथ समाधि पर पुष्प अर्पित किये। मुख्यमंत्री जन-संवाद कार्यक्रम में भी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्रामवासियों से कहा कि नर्मदा नदी मध्यप्रदेश की जीवन-रेखा है। धार्मिक रूप से वे हमारी माँ हैं। हम सब प्रदेशवासी उनके आँचल में हैं। उन्होंने कहा कि हम सबको नर्मदा नदी के दोनों तट पर अधिक संख्या में फलदार वृक्ष लगाना हैं। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से नर्मदा को स्वच्छ रखने की भी बात कही।
उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी में पूजन सामग्री विसर्जित न की जाये। प्लास्टिक की वस्तुओं का उपयोग न किया जाये। श्री चौहान ने प्रदेश को नशामुक्त बनाने के लिये जन-आंदोलन चलाने की भी बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा से माँ नर्मदा को स्वच्छ रखने का कार्यक्रम जन-आंदोलन बन चुका है।
माँ नर्मदे की आरती
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नर्मदा नदी पर संध्या आरती की। सामूहिक आरती में ग्रामीण शामिल हुए। संत सिंगाजी समाधि-स्थल पर भजन मण्डलियों ने भी नर्मदा नदी पर केन्द्रित भजनों की प्रस्तुति दी। सामूहिक आरती के बाद नर्मदे हर के जयघोष किये गये। कार्यक्रम में वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार, स्कूल शिक्षा मंत्री कुंवर विजय शाह, संस्कृति राज्य मंत्री श्री सुरेन्द्र पटवा, सांसद श्री नंदकुमार सिंह चौहान और पशुधन संवर्धन बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री संतोष जोशी भी मौजूद थे।