• June 1, 2019

द्वितीय विश्व युद्ध के शहिद पालुराम की अस्थियां 2 जून, 2019 को भारत आएंगी

द्वितीय विश्व युद्ध के शहिद पालुराम की अस्थियां 2 जून, 2019 को भारत आएंगी

चण्डीगढ़——– द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान 13 सितंबर 1944 को इटली में शहीद हुए हरियाणा के जिला हिसार के गांव नंगथला निवासी पालुराम की अस्थियां 2 जून, 2019 को भारत आएंगी। इन्हें 3 जून, 2019 को पूरे मान-सम्मान के साथ गांव नंगथला में उनके परिजनों को सौंपा जाएगा।

इस संबंध मजें जानकारी देते हुए सैनिक एवं अर्ध सैनिक कल्याण विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि द्वितीय विश्व युद्ध में ब्रिटिश सेना में तैनात हरियाणा के कई वीर जवानों ने अपनी कुर्बानी दी। ब्रिटिश सेना में तैनात हिसार जिला के गांव नंगथला निवासी सिपाही पालुराम पुत्र पतराम ने इटली के शहर पोगिओं आल्टों में चले युद्ध के दौरान 13 सितंबर 1944 को 19 वर्ष की आयु में अपनी जान की आहुति दी।

इनके कंकाल फ्लोरेंस के नजदीक पोगिओं आल्टों में मिले थे। इनकी पहचान बारे 2010 तक जांच चली।

उन्होंने बताया कि साल 2012 में डीएनए टेस्ट से पता चला कि वे 20-21 साल के गैर यूरोपियन जवान हैं। कई सबूतों जैसे युद्ध व गायब हुए जवानों की सूची से आखिरकार पता चला कि शहीद पालुराम सुपुत्र श्री पतराम 4/13 एफएफ राइफल के जवान थे। इनके बारे में आर्मी हैडक्वार्टर एजी ब्रांच ने सैनिक एवं अर्धसैनिक कल्याण विभाग के निदेशक के माध्यम से हिसार के जिला सैनिक बोर्ड को अवगत करवाया और शहीद पालुराम के परिवार व वारिसों के बारे में जानकारी मांगी गई।

उन्होंने बताया कि हिसार के जिला सैनिक बोर्ड ने पालुराम के परिवार के सदस्यों से संपर्क किया और उनके भतीजे रामजीलाल व पोते रमेश व ओमप्रकाश को इस संबंध में सूचित किया। कंकालों के रूप में मिले अवशेषों पर परिवार वालों की रजामंदी से पालुराम का अंतिम संस्कार इटली में ही करवाया गया।

भारतीय नेशनल डिफेंस अकादमी की टीम इटली गई हुई है जिसकी 2 जून को वापस भारत पहुंचने की उम्मीद है।

उन्होंने बताया कि एनसीडी की टीम के साथ सिपाही पालुराम की अस्थियां भी 2 जून को भारत पहुंचेंगी। अस्थियों को दिल्ली आर्मी हेडक्वार्टर से एकत्र किया जाएगा जिसके लिए एक जेसीओ व एक जवान की विशेष जिम्मेदारी लगाई गई है जो शहीद पालुराम की अस्थियों को सम्मान सहित 3 जून को उनके गांव नंगथला में उनके परिजनों को सौंपेंगे।

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