देश में पहली बार : मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम

देश में पहली बार : मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम

महिलाओं में नेतृत्व क्षमता विकसित करने के लिए देश में पहली बार बनाए गए मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम का महात्मा गाँधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय में महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि चित्रकूट विश्वविद्यालय के साथ शुरू किये गये इस पाठ्यक्रम के जरिए हम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भावना के अनुरूप प्रदेश में महिलाओं की समान साझीदारी सुनिश्चित करेंगे। श्रीमती सिंह ने विश्वविद्यालय में स्थापित किए गए महिला सुविधा केन्द्र का भी शुभारंभ किया।

श्रीमती माया सिंह ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सामाजिक-आर्थिक गतिविधियों के क्रियान्वयन के लिए बहुत समय से दक्ष और प्रशिक्षित मानव संसाधन की जरूरत महसूस की जा रही थी। इस दिशा में कोई निर्धारित पाठ्यक्रम न होने पर मुख्यमंत्री की पहल पर चित्रकूट विश्वविद्यालय के साथ इसकी शुरूआत की गई है। उन्होंने बताया कि यह पाठ्यक्रम तीन वर्षीय होगा जिसमें 75 प्रतिशत स्थान महिलाओं के लिए आरक्षित रहेंगे। ‘बैचलर ऑफ सोशल वर्क इन कम्युनिटी लीडरशिप’ की स्नातक उपाधि इस पाठ्यक्रम के जरिए दी जायेगी।

श्रीमती सिंह ने कहा कि पाठ्यक्रम के शुरू होने से महिलाओं के कॅरियर का निर्माण तो होगा ही वे सामुदाय स्तर पर भी नेतृत्व कर पायेगी। उन्होंने कहा कि इससे शासन की योजनाओं का लाभ समुदाय तक पहुँचाने में ये महिलाएँ महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करेंगी।

महिला-बाल विकास मंत्री ने चित्रकूट विश्वविद्यालय के संस्थापक समाजसेवी राष्ट्रऋषि स्व. नानाजी देशमुख का स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने इस विश्वविद्यालय के जरिए सर्वोदय की प्रेरणा को साकार किया है। उन्होंने पं. दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद के विचार को मूर्त रूप देने के लिए दीनदयाल शोध संस्थान की स्थापना की, जो देश को आत्म-निर्भर बनाने की दिशा में एक अभिनव संकल्पना है।

मंत्री श्रीमती सिंह ने मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम के लिए 51 जिले से चुने गए परामर्शदाताओं के लिए तैयार की गई प्रशिक्षण मार्गदर्शिका का भी विमोचन किया। समारोह को कुलपति प्रो. नरेशचंद्र गौतम, प्रमुख सचिव महिला-बाल विकास श्री बी.आर. नायडू एवं एकीकृत बाल विकास परियोजना की आयुक्त श्रीमती पुष्पलता सिंह ने भी संबोधित किया।

प्रलय श्रीवास्तव

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