- February 12, 2020
देश भर में भारी मात्र में नशीली दवाओं और मादक द्रव्य एवं पदार्थ
पीआईबी———- प्रतिबंधित नशीली दवाओं और मादक द्रव्यों एवं पदार्थों के तस्करों को तगड़ा भटका देते हुए सीबीआईसी के अधीनस्थ सीमा शुल्क प्रकोष्ठों ने 24 जनवरी, 2020 को देश भर में जब्त की गई उन नशीली दवाओं और मादक द्रव्यों व पदार्थों (एनडीपीएस) की बड़ी मात्रा को नष्ट किया है, जिनका कारोबार प्रतिबंधित है। पहली बार देशव्यापी अभियान के तहत नशीली दवाओं और मादक द्रव्यों एवं पदार्थों को एक साथ नष्ट किया गया है।
जिन पदार्थों को नष्ट किया गया है उनमें गांजा (11,326 किलोग्राम या किग्रा), हेरोइन (251 किग्रा), एफेड्रिन (316 किग्रा), केटामाइन (321 किग्रा), उत्तेजक टैबलेट (3549), फेंसिडिल (25,400 बोतलें), एम्फेटैमिन (4,896 बोतलें), अन्य एनडीपीएस दवाएं (56 किग्रा), इत्यादि शामिल हैं जिनका मूल्य अंतर्राष्ट्रीय बाजार में लगभग 79 करोड़ रुपये है। इन मादक द्रव्यों एवं पदार्थों को भोपाल, पटना, लखनऊ, चेन्नई, पुणे, शिलांग, दिल्ली और मुम्बई में नष्ट किया गया।
इन दवाओं का सेवन करने वालों के शैक्षणिक, सामाजिक, मनोवैज्ञानिक, आर्थिक एवं शारीरिक विकास पर अत्यंत बुरा प्रभाव डालने के अलावा नशीली दवाएं इस तरह के लोगों से जुड़े परिवारों की आर्थिक स्थिति को भी तबाह कर देती हैं। नशीली दवाओं के सेवन से जुड़े व्यापक खतरों के प्रति आम जनता में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से बड़े पैमाने पर मीडिया कवरेज सुनिश्चित की गई, ताकि लोग देश भर में विभिन्न स्थानों पर जब्त मादक द्रव्यों एवं पदार्थों को व्यापक रूप से नष्ट करने से अवगत हो सकें।
सामान्य रूप से नशीली दवाओं के सेवन पर अंकुश के लिए बड़ी कार्रवाई करने और विशेषकर प्रतिबंधित मादक द्रव्यों के आयात पर शिकंजा कसने वाली एक सतर्क प्रवर्तन एजेंसी के रूप में उल्लेखनीय प्रयास करने के लिए सीमा शुल्क विभाग की भूरि-भूरि प्रशंसा इस अवसर पर की गई।