- April 21, 2018
देश के संस्थानों की विश्वसनीयता ताक–दीपक सानन
शिमला————– सेवानिवृत भाप्रसे अधिकारी दीपक सानन ने शिमला के हिपा में 12वें नागरिक सेवाएं दिवस के अवसर पर अपने सम्बोधन में कहा कि देश के संस्थानों की विश्वसनीयता ताक पर है। उन्होंने आशा जताई कि लोकतांत्रिक संस्थानों में उत्पन्न होने वाली चुनौतियों से तंत्र में सुधार होगा।
उन्होंने आशा जताई कि तकनीक विशेषकर सूचना-प्रौद्योगिकी के उपयोग े से तंत्र में पारदर्शिता सुनिश्चित होगी तथा लोगों को सेवाएं प्रदान करने की व्यवस्था के लिये बेहतर विकल्प मिलेंगे। इससे प्रशासन के कार्यों में किसी व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने के अधिकारों पर भी अंकुश लग सकेगा।
प्रशासनिक सुधार विभाग की सचिव डा. पुर्णिमा चौहान ने कहा कि सूचना का अधिकार अधिनियम तथा लोक सेवा गारन्टी अधिनियम के आने से नई चुनौतियां भी सामने आई हैं। देश में बदलती परिस्थितियों के चलते समाज की आकांक्षाएं तथा अपेक्षाएं भी बढ़ गई हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की भूमिका प्रशासन को सुविधा प्रदान करने की बन रही है।
उन्होंने कहा कि नीति निर्धारण में नागरिकों की फीडबैक महत्वपूर्ण है ताकि नागरिकों की अपेक्षाओं को पूरा किया जा सके। शासन की जटिलताओं को कम करने के लिए समाज के प्रत्येक भाग में विश्वास सृजित किए जाने की आवश्यकता है।
हिप्पा के निदेशक श्री सी.पी. वर्मा ने अपने स्वागत भाषण के दौरान भारत में नागरिक सेवाओं के इतिहास तथा इनकी भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जनमानस की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए मौलिक परिवर्तन की आवश्यकता है। उन्होंने नागरिक सेवाओं में गुणवत्ता लाने के लिए नागरिक सेवा अधिकारियों से आत्म विश्लेषण करने की अपील की।
आईजीएमसी शिमला के न्यूरोलॉजी के एसोसिएट प्रो. डा. सुधीर शर्मा ने स्ट्रोक के कारणों, रोकथाम व उपचार पर विस्तृत प्रस्तुति दी।
सूचना प्रौद्योगिकी के विशेषज्ञ शैलेन्द्र कौशल नेअपनी प्रस्तुति में कहा कि मुख्यमंत्री डैशबोर्ड में 39 विभिन्न सेवाओं को ऑनलाईन समेकित गया है। भाप्रसे के सेवानिवृत श्रीनिवास जोशी तथा के.आर.भारती ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए।
स्वयंसेवी संस्था के प्रतिनिधि डा. लाल सिंह ने अपनी प्रस्तुति में ग्रामीण जीवन की बेहतरी के लिए अपने नवाचारों को सांझा किया।