दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना ******* मछुआ प्रशिक्षण मानदेय दोगुना

दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना  ******* मछुआ प्रशिक्षण मानदेय दोगुना

राज्य शासन द्वारा दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना के उपभोक्ताओं के लिये कलेक्टरों की मांग के आधार पर जिलों को कुल 2964 क्विंटल खाद्यान्न आवंटित किया गया है। इसमें गेहूँ 1853 क्विंटल और चावल 1111 क्विंटल आवंटित किया गया है।

इस योजना में उपभोक्ताओं को गेहूँ और चावल एक रुपये प्रति किलोग्राम की दर से प्रदाय किया जाता है। खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने जिला कलेक्टर्स को निर्देश जारी किये हैं कि एफएक्यू गुणवत्ता का गेहूँ और चावल का ही प्रदाय किया जाये। योजना में खाद्यान्न प्राप्त करने के लिये नगरीय निकाय द्वारा अधिकृत व्यक्ति को ही म.प्र. स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन के प्रदाय केन्द्रों से खाद्यान्न प्रदाय किया जाये।

******** मछुआ प्रशिक्षण मानदेय दोगुना **********

पशुपालन, मछुआ कल्याण और मत्स्य विकास मंत्री श्री लाखन सिंह यादव की अध्यक्षता में आज मत्स्य महासंघ की कामकाज समिति की बैठक समपन्न हुई।

बैठक में मत्स्य महासंघ के जलाशयों में कार्य करने वाले मछुआरों को प्रशिक्षण के दौरान मिलने वाले मानदेय को 150 रुपये से बढ़ाकर 300 रुपये प्रति दिन करने का निर्णय लिया गया। इसी प्रकार, प्रशिक्षण के दौरान भोजन,आवास एवं अन्य व्यवस्थाओं के व्यय को 100 से बढ़ाकर 200 रुपये प्रति दिन प्रति प्रशिक्षणार्थी निर्धारित करने का भी निर्णय लिया गया।

मंत्री श्री यादव ने कहा कि मत्स्य विकास के क्षेत्र में मत्स्य महासंघ द्वारा इस वर्ष बेहतर कार्य हुआ है। उन्होंने कहा कि अभी और बेहतर करने की जरूरत है।

मंत्री श्री यादव ने ग्वालियर जिले के तिघरा जलाशय में अवैध मत्स्याखेट की शिकायतों के संबंध में निर्देश दिये कि जलाशय का सीमांकन कर यह सुनिश्चित करें कि जलाशय का कितना क्षेत्र वन विभाग में है और कितना मत्स्य विभाग का है। इस संबंध में विस्तृत प्रतिवेदन तैयार किया जाये।

श्री यादव ने कहा कि मत्स्य महासंघ द्वारा संचालित गतिविधियों की नियमित समीक्षा भी सुनिश्चित की जाये।

बैठक में मत्स्य संघ के अधिकारी-कर्मचारियों को वेतन पुनरीक्षण नियम-2017 में लागू शासन के नियमानुसार गेच्युटी की राशि की अधिकतम सीमा राशि 20 लाख रुपये करने को भी स्वीकृति दी गई। इस मौके पर मत्स्य महासंघ के कामकाज से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर भी चर्चा हुई।

बैठक में प्रमुख सचिव मत्स्य विकास श्री अश्विनी राय और प्रबंध संचालक मत्स्य महासंघ श्री महेन्द्र सिंह धाकड़ सहित समिति के सदस्य और संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

Related post

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

साड़ी: भारतीयता और परंपरा का विश्व प्रिय पोशाक 

21 दिसंबर विश्व साड़ी दिवस सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”- आज से करीब  पांच वर्ष पूर्व महाभारत काल में हस्तिनापुर…
पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

पुस्तक समीक्षा :कमोवेश सभी कहानियां गोरखपुर की माटी की खुशबू में तर-बतर है

उमेश कुमार सिंह——— गुरु गोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं। गुरु…
पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

पुस्तक समीक्षा : जवानी जिन में गुजरी है,  वो गलियां याद आती हैं

उमेश कुमार सिंह :  गुरुगोरखनाथ जैसे महायोगी और महाकवि के नगर गोरखपुर के किस्से बहुत हैं।…

Leave a Reply