- March 25, 2018
तृतीय कृषि शिखर सम्मेलन-2018 –किसान रत्न से पुरस्कृत तो महिला स्कूटी से
चंडीगढ़————– – हरियाणा के रोहतक में आयोजित किए जा रहे तृतीय कृषि नेतृत्व शिखर सम्मेलन-2018 हरियाणा भर से आए हजारों किसानों के लिए काफी लाभदायक साबित हो रहा है।
हिसार के समीप मुकलान गांव में सेफ एग्रो के नाम से चावल, गेहूं, दालों व मसालों का प्रसंस्करण कर रहे किसान इंद्रजीत सिंह ने बताया कि जैविक खेती किसानों के लिए फायदेमंद तो है, लेकिन किसान जागरूक नहीं होने के कारण अपने उत्पाद को सही कीमत पर बेच नहीं पाता।
प्रगतिशील किसान उद्यमी इंद्रजीत सिंह ने बताया कि रासायनिक खाद की बजाय प्राकृतिक खाद का प्रयोग करने से फसल में कीड़ा लग ही जाता है, जिससे उत्पाद का दाना फीका व खुरदरा नजर आता है।
मेवात में फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी चला रहे मोहम्मद जमशेद —
सोसायटी से 1457 सदस्य जुड़े हुए हैं और अन्य आम किसानों से उनकी आय बेहतर है। उन्होंने गुरूग्राम में अपनी सोसायटी का बिक्री केंद्र स्थापित किया हुआ है।
जमशेद ने बताया कि आज एक अकेला किसान भूमि जोत कर अच्छी आय नहीं कमा नहीं सकता, जितनी वह समूह बनाकर उसके माध्यम से कमाई कर सकता है।
उन्होंने बताया कि सोसायटी का नूंह में प्रशिक्षण केंद्र है और यहां नियमित रूप से विशेषज्ञों द्वारा किसानों को हरी सब्जियों व बागवानी फसलों की ट्रेनिंग दी जाती है।
जिला चरखी दादरी के गांव मेहड़ा निवासी संदीप —-
अपने गांव में ही वेदकौर फार्मर क्लब के नाम से दुग्ध संग्रहण केंद्र बनाया हुआ है। पचास रूपए प्रति किलो के हिसाब से वह रोजाना सवा तीन सौ किलो दूध की सप्लाई कर देते हैं।
ग्रीन फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी के प्रतिनिधि पंकज ——
किसानों के सहयोग से उगाई गई आर्गेनिक सब्जियां दादरी से प्रतिदिन दिल्ली द्वारका के रिहायशी इलाकों में खूब पंसद की जा रही हैं। इससे किसानों को भी अपनी फसल के उचित दाम मिल जाते हैं। दिल्ली, गुरूग्राम जैसे महानगरों में गांवों आई गोभी,ब्रोकलिन, देसी टमाटर, शिमला मिर्च, हरी मिर्च इत्यादि स्टाल लगाते ही बिक जाती हैं।
पलवल के किसान कर्णसिंह —–
सूखे पत्ते, कूड़ा-कर्कट, बुरादा, गन्ना मिल का निकला अवशेष मिलाकर बढिया खाद बन सकती है। किसानों को जैविक खेती की तरफ ध्यान देना चाहिए, ना कि डीएपी यूरिया का अधिक इस्तेमाल करना चाहिए।
——————रत्न पुरुस्कार से पुरस्कृत रत्न किसान————
पुरस्कृत होने वाले किसानों में फतेहाबाद के आनंदवीर को फल रत्न, गुरूग्राम के चांद सिंह को सब्जी रत्न, यमुनानगर के कृष्णलाल को फूल रत्न, कुरूक्षेत्र के सुल्तान सिंह को मशरूम रत्न, कुरूक्षेत्र दादुल गांव के किसान हरबीर सिंह को नर्सरी रत्न, हिसार के मुकेश सोनी को औषधीय फसल रत्न, झज्जर के विनय कुमार मसाला फसल रत्न, सोनीपत के गांव बाजीदपुर में कोल्ड स्टोरेज चला रहे आशीष गुप्ता, पंचकुला में जैविक उत्पाद बेच रहे विनीत गुप्ता व जींद के शहद विक्रेता अनिल सिंह को उद्यमी रत्न से सम्मानित किया गया। इन सभी को एक-एक लाख रूपए का पुरस्कार दिया गया।
———–51 हजार रूपए, प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह——
पानीपत के रामप्रताप, पलवल के ओमबीर सिंह, गुरूग्राम के रमन सूद, नारनौल की श्रीमति भावना देवी, पंचकुला के अश्विनी सर्राफ, फतेहबाद के नरेंद्र, झज्जर के भीम सिंह डागर, नूंह के इजहारूल हसन, रोहतक के राजेश कुमार, फरीदाबाद के सुखवीर, हिसार के सुरेंद्र सिंह, कुरूक्षेत्र के गुरमेल ङ्क्षसह, जींद के राजबीर, रेवाड़ी के विकास, करनाल के संदीप, कैथल के विरेंद्र कुमार मेहता, चरखी दादरी के महेंद्र, भिवानी के सुनील, सिरसा के मनोज कुमार, अंबाला के सुरेंद्र शर्मा, सोनीपत के दिनेश कुमार, यमुनानगर के अंग्रेज सिंह, पलवल के रणबीर सिंह को श्रेष्ठ बागवानी किसान के पुरस्कार से सम्मानित किया। इसी प्रकार, हिसार के इन्द्रजीत सिंह, डा. विनोद बेनीवाल, भिवानी के संदीप, अंबाला के गौरव व जींद के अनिल को श्रेष्ठ क्रियाशील एफपीओ से सम्मनित किया गया।
——————–मत्स्य रत्न अवार्ड———————
झज्जर के वेदपाल व रोहतक के विकास दुहन को मत्स्य रत्न अवार्ड से सम्मानित किया। प्रगतिशील किसानों में करनाल के सुलतान सिंह, रोहतक के बलवान सिंह, सोनीपत के वजीर सिंह, ग्ररूग्राम के मुकेश कुमार, नारनौल के मुमताज, फरीदाबाद के प्रताप सिंह, हिसार के नविन्द्र कुमार, सिरसा के नरेश कुमार, कुरूक्षेत्र के पृथ्वी सिंह, अंबाला के जोगेन्द्र सिंह, जींद के कुलदीप, भिवानी के सुरेश, रेवाडी के राकेश कुमार, कैथल के किताब सिंह, यमुनानगर के राजेन्द्र कुमार, पानीपत के राजेन्द्र, झज्जर के सुरेश, फतेहाबाद के कृष्ण, पंचकुला के मनोहर लाल, पलवल के अब्दुल रजाक, मेवात के शाहिद और चरखी दादरी के ओमबीर महराणा को सम्मानित किया गया
——————-टोहाना व अंबाला में दो पशु चिकित्सा महाविद्यालय ———
महाविद्यालयों में वीएलडीए का प्रशिक्षण दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि पशु अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी को दूर करने के लिए सरकार का यह सार्थक प्रयास है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित पशु अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी दूर की जायेगी।
इस अवसर पर सहकारिता मंत्री मनीष कुमार ग्रोवर, हरियाणा सफाई कर्मचारी आयोग के चेयरमैन रामअवतार वाल्मीकि, राजकमल, राजकुमार कपूर, रणबीर ढाका, बंसी विज, जोगेंद्र सैनी, पूर्व अध्यक्ष सुरेंद्र बंसल, धर्मबीर हुड्डा, सूबे सिंह, सूरजमल, महासिंह, राजकुमार, जगत ङ्क्षसह बूरा व सेवानिवृत जिला न्यायवादी बलवान सिंह सहित अनेकों गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
————तृतीय कृषि नेतृत्व शिखर सम्मेलन-2018 ————–
चार किसानों को ईनाम में ट्रेक्टर, मिनी ट्रेक्टर, बुलेट मोटर साइकिल तथा स्कूटी दी गई। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने केंद्रीय कृषि एवम किसान कल्याण मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला तथा हरियाणा के कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ की उपस्थिति में सम्मेलन में आए किसानों का लक्की ड्रा निकाला गया।
मेगा प्राइज सोनालिका ट्रेक्टर के विजेता सिरसा जिला के गांव अहमदपुर धारीवाल के युवा किसान विनोद ।
भिवानी जिला के गांव नीमड़ीवाली में आर्गेनिक फार्मिंग किसान सुभाष —–महिंद्रा मिनी ट्रेक्टर ।
जिला रोहतक के गांव मसूदपुर के किसान जोगेंद्र ————बुलेट मोटर साइकिल।
महिला किसान गांव सांघी निवासी रेशमा पत्नी जोगेंद्र सिंह स्कूटी।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने सभी विजेताओं को उनके वाहनों की चाबी सौंपी।
मेला में आने वाले किसानों को प्रोत्साहन स्वरूप प्रतिदिन चार ईनाम दिए जाएंगे। ईनाम के लिए किसानों को मेला में प्रवेश करते ही पंजीकरण कराना होगा।