- April 15, 2015
डॉ. भीमराव अम्बेडकर जयन्ती समारोह बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर के आचरण को जीवन में उतारें – सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री
जयपुर – सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि भारत को महापुरुषों की भूमि इस लिए कहते हैं क्योकि यहां बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जैसे युग पुरुष ने जन्म लिया। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब को सच्ची श्रद्घांजलि देने के लिए हमें उनके बताये आचरण को आत्मसात करते हुए जीवन में उतारना होगा।
डॉ. चतुर्वेदी मंगलवार ऑल इंडिया एससी/एसटी रेलवे एम्पलॉइज एसोसिएशन (उत्तर -पश्चिम रेलवे) की ओर से जयपुर के अरावली सभागृह में डॉ. भीमराव अम्बेडकर की 125वीं जयन्ती समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने विषम परिस्थितियों, सामाजिक प्रताडऩा और भेदभाव के बावजूद समाज में व्याप्त कुरीतियों को मिटाने के लिए संघर्ष किया। उन्हीं की बदौलत भारत को ऐसा संविधान मिला, जो आज दुनिया के लिए अद्वितीय है। उनके योगदान को देश कभी भी भुला नहीं सकता।
परिवहन राज्य मंत्री श्री बाबूलाल वर्मा ने इस मौके पर कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने एक प्रगतिशील समाज की परिकल्पना की थी। उसे मूर्त रूप देने के लिए समाज के हर तबके को खुद से कमजोर वर्ग के तबके लिए सहयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि समाज का सक्षम तबका अगर कमजोर तबके का सहारा बन गया तो देश को उन्नति करने से कोई भी नहीं रोक सकता और यही बाबा साहेब के लिए हमारी ओर से सच्ची श्रद्घांजलि होगी।
जयपुर के सांसद श्री रामचरण बोहरा ने कहा कि बाबा साहेब ने कुरीतियों से लडऩे के लिए शिक्षा को अपना हथियार बनाया। वे कहते थे कि शिक्षा के जरिए ही समाज में जागरुकता लाई जा सकती है। हमें भी शिक्षा पर पूरा ध्यान देना होगा। श्री बोहरा ने कहा कि समाज के सभी वर्गों को शिक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए। हमें समाज के हर व्यक्ति को पढऩे और योग्यता हासिल करने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
कार्यक्रम की शुरुआत में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. अरुण चतुर्वेदी और परिवहन राज्य मंत्री श्री बाबूलाल वर्मा ने बाबा साहेब अम्बेडकर की फोटो पर माल्यार्पण कर, दीप प्रज्जवलित किया।
समारोह में जयपुर जिला प्रमुख श्री मूलचंद मीणा, उत्तर-पश्चिम रेलवे के महाप्रबन्धक प्रबंधक श्री अनिल सिंघल, मण्डल रेल प्रबन्धक सुश्री अंजली गोयल सहित रेलवे विभाग के उच्च अधिकारी मौजूद थे।
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