• July 28, 2022

डीजल अनुदान : 29 जुलाई से किसान का ऑनलाइन आवेदन :: 3 सिंचाई के लिए 1800 रुपए प्रति एकड़

डीजल अनुदान : 29 जुलाई से किसान का ऑनलाइन आवेदन  :: 3 सिंचाई के लिए 1800 रुपए प्रति एकड़

पटना——– मॉनसून की बेरुखी से बिहार के कई जिले सूखे की चपेट में हैं. इस हालात से निपटने और किसानों को मदद पहुंचाने के लिए सरकार ने कई बड़े फैसले किए हैं, जिससे किसानों को राहत मिल सकती है और वह सुखाड़ से निबट कर अपने खेतों में रोपनी कर सकता है. सुखाड़ जैसी स्थिति को देखते हुए सरकार ने निर्णय किया है कि किसानों को डीजल अनुदान दिया जाए. इसके लिए 29 जुलाई से किसान ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.

कृषि विभाग के मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि इस वर्ष 1 जून से 28 जुलाई तक राज्य में औसत से 41 प्रतिशत और 1 जुलाई से 28 जुलाई तक राज्य में औसत से 66 प्रतिशत सामान्य से कम बारिश हुई है. आलम यह है कि अभी तक मात्र 45 प्रतिशत धनरोपनी हुई है. इसी को देखते हुए किसानों के लिए बनाए गए कृषि फीडर से 16 घंटे तक बिजली दी जा रही है, ताकि वे पटवन कर सकें.

कृषि मंत्री ने ये भी बताया की सूखे जैसे हालात को देखते हुए खरीफ फसलों को डीजल चालित पंपसेट से पटवन करने के लिए सरकार ने किसानों को डीजल अनुदान योजना के तहत 60 रुपए प्रति लीटर की दर से डीजल देने का प्रावधान किया है.

यह अनुदान धान का बिचड़ा एवं जूट फसल की अधिकतम 2 सिंचाई के लिए 1200 रुपये प्रति एकड़ और खड़ी फसल में धान, मक्का अन्य खरीफ फसलों के अंतर्गत दलहनी, तेलहनी, मौसमी सब्जी, औषधीय एवं सुगन्धित पौधे की अधिकतम 3 सिंचाई के लिए 1800 रुपए प्रति एकड़ की दर से दिया जाएगा. प्रति किसान अधिकतम 8 एकड़ के लिए डीजल अनुदान दिया जाएगा.

Related post

धोखाधड़ी, जालसाजी व जान से मारने की धमकी  : मुख्यमंत्री महोदय का  पत्र सलग्न :

धोखाधड़ी, जालसाजी व जान से मारने की धमकी : मुख्यमंत्री महोदय का पत्र सलग्न :

रमाकांत उपाध्याय (आरा )—– प्रार्थी के जमीन के साथ हुई कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर धोखाधड़ी, जालसाजी…
क्या भारत एक स्वस्थ युवाओं का देश भी है?

क्या भारत एक स्वस्थ युवाओं का देश भी है?

डॉक्टर नीलम महेंद्र : वर्तमान  भारत जिसके विषय में हम गर्व से कहते हैं कि यह…
नेहरू से हमें जो सीखना चाहिए

नेहरू से हमें जो सीखना चाहिए

कल्पना पांडे————-इतने सालों बाद हमे शर्म से ये स्वीकार कर लेना चाहिए कि धार्मिक आडंबरों, पाखंड…

Leave a Reply