टोसीलीजुमैब और प्लाज्मा थैरेपी की मान्यता

टोसीलीजुमैब और प्लाज्मा थैरेपी की मान्यता

नई दिल्ली—— केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए नया प्रोटोकॉल जारी किया है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने एंटी वायरल ड्रग रेमडेसिवीर, इम्यून सिस्टम बढ़ाने वाली दवा टोसीलीजुमैब और प्लाज्मा थैरेपी के जरिए जांच चिकित्सा के तहत इलाज की मंजूरी दी है.

मंत्रालय रेमडेसिवीर और प्लाजमा थैरेपी दोनों से इलाज करने पर रोक लगा दी थी. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस क्लीनिकल मैनेजमेंट प्रोटोकॉल की समीक्षा रिपोर्ट आने के बाद इन दवाओं को मंजूरी दी है.

कोरो ना मरीजों को शुरुआती स्टेज पर एंटी मलेरिया ड्रग हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन देने का सुझाव दिया है. हालांकि गंभीर मामलों में इसे देने से बचना चाहिए. ईसीजी के बाद ही रोगी को ये दवा दी जानी चाहिए.

रेमडेसिवीर एक न्यूक्लियोसाइड राइबोन्यूक्लिक एसिड (RNA) पोलीमरेज इनहिबिटर इंजेक्शन है.अफ्रीका के देशों में तेजी से फैलने वाली बीमारी इबोला के इलाज के लिए इसे अमेरिका की फार्मूस्यूटिकल कंपनी गिलियड साइंसेज ने बनाया था.

प्लाज्मा थैरेपी के जरिए भी रोगियों का इलाज संभव है. किसी वायरस की चपेट में आने के बाद इंसान का शरीर एंटी बॉडी जेनरेट करता है. एंटी बॉडी पर्याप्त होने पर शरीर में वायरस खुद-ब-खुद नष्ट हो जाता है. ऐसे में एक व्यक्ति के खून से प्लाज्मा में मौजूद एंटीबॉडी को दूसरे के शरीर में डालकर उसे ठीक किया जा सकता है.

Related post

फोन-पे को ट्रेडमार्क विवाद में अंतरिम राहत

फोन-पे को ट्रेडमार्क विवाद में अंतरिम राहत

दिल्ली उच्च न्यायालय ने फोन-पे को उसके डिजिटल भुगतान ब्रांड और एजीएफ फिनलीज इंडिया द्वारा ‘फोन…
बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर नोटिस

बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर नोटिस

गुजरात उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार, अहमदाबाद पुलिस आयुक्त और अन्य को एक व्यक्ति द्वारा दायर…
सीरिया: दुनिया को विद्रोहियों को शब्दों से नहीं, बल्कि कर्मों से आंकना चाहिए : शैलश कुमार

सीरिया: दुनिया को विद्रोहियों को शब्दों से नहीं, बल्कि कर्मों से आंकना चाहिए : शैलश कुमार

सीरिया में असद शासन के पतन ने इस संकटग्रस्त देश के लिए एक नया अध्याय खोल…

Leave a Reply