- April 13, 2023
जी20 एम्पॉवर बैठक 5 और 6 अप्रैल 2023 को केरल के तिरुवनंतपुरम में संपन्न
प्रतिनिधियों द्वारा प्रस्तावित इच्छित परिणामों में भारत की अध्यक्षता के तहत जी20 एम्पावर के सभी तीन विषयों – महिला उद्यमिता: समानता और अर्थव्यवस्था के लिए एक जीत, शिक्षा: महिला सशक्तिकरण के लिए एक गेम-चेंजिंग पाथवे और महिला नेतृत्व को बढ़ावा देने के लिए जमीनी स्तर पर साझेदारी को शामिल किया गया। इन सभी के पीछे डिजिटल तकनीक की शक्ति रही है।
यह दूसरी जी20 एम्पावर बैठक 11 और 12 फरवरी, 2023 को आयोजित पहली बैठक के बाद हुई, जहां वित्तीय समावेशन और व्यवसाय त्वरण, मेंटरशिप, एसटीईएम, कॉर्पोरेट महिला सशक्तिकरण और डिजिटल समावेशन पर विचार-विमर्श करने के लिए पांच कार्यसमूहों का गठन किया गया था। जी20 एम्पावर सरकार और निजी क्षेत्र के बीच एक साझेदारी होने के साथ, कार्यसमूहों ने निजी क्षेत्र की प्रतिबद्धताओं के साथ-साथ सरकारों के लिए सुझाए गए कार्यों के लिए सिफारिशें तैयार कीं। इन सिफारिशों में मुख्य कार्रवाइयां शामिल हैं, जिन्हें महिलाओं के नेतृत्व में विकास को निर्देशित करने के लिए जी20 एम्पॉवर की परिकल्पना की गई है।
प्रतिनिधिमंडलों ने केपीआई को आगे ले जाने और पिछले प्रेसीडेंसी के तहत विकसित द बेस्ट प्रैक्टिसेज प्लेबुक में जोड़ने पर चर्चा की।
भारत की अध्यक्षता के तहत, जी20 एम्पॉवर ने एक मेंटरशिप प्लेटफॉर्म पर चर्चा की है, जिसे ई-प्लेटफॉर्म के माध्यम से मेंटरशिप और क्षमता निर्माण तक पहुंच को बढ़ाकर और सक्षम करके सभी स्तरों पर महिलाओं के नेतृत्व को बढ़ावा देने का प्रस्ताव दिया गया है। यह भारत सरकार के नीति आयोग के महिला अधिकारिता मंच पर आयोजित किया जाएगा। यह एक वैश्विक मेंटरिंग और क्षमता-निर्माण पोर्टल के रूप में काम करेगा, जो जी20 देशों की महिला सलाहकारों और सलाहकारों के बीच संरचित ज्ञान-विनिमय की सुविधा प्रदान करता है। यह एसटीईएम, बिजनेस लीडरशिप और एंटरप्रेन्योरशिप जैसे क्षेत्रों को लक्षित करने वाले मौजूदा विषय-विशिष्ट मेंटरशिप पोर्टल्स के एग्रीगेटर के रूप में भी काम करेगा। इस मंच के माध्यम से प्रदान की जाने वाली मेंटरशिप, नेटवर्किंग, ज्ञान साझा करने, क्षमता निर्माण और सर्वोत्तम प्रथाओं के माध्यम से, छोटे, मध्यम और बड़े उद्यमों के साथ-साथ जमीनी स्तर की महिला उद्यमियों को शीघ्र सफलता प्राप्त होगी।
डिजिटल कौशल के साथ-साथ शिक्षा और कौशल में लैंगिक असमानता ने व्यापक रूप से महिलाओं के सफल होने की क्षमता को प्रभावित किया है, यह अंतर विशेष रूप से एसटीईएम के मामले में बड़ा है – जो कि सबसे तेजी से बढ़ने वाली और उच्चतम वेतन वाली नौकरियों और उद्यमिता के अवसर वाला क्षेत्र है। जी20 एम्पॉवर के प्रस्ताव शिक्षा और कौशल की असमानता को पाटने की कोशिश करेंगे और बाद में किशोरियों तथा युवा महिलाओं को आवश्यक कौशल के साथ शिक्षा से काम पर सफलता प्राप्ति के लिए सशक्त बनाएंगे।
इस दिशा में, एक शिक्षा और अपस्किलिंग पोर्टल के रूप में एक डिजिटल समावेशन प्लेटफॉर्म विकसित किया गया है, जो विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में महिलाओं को डिजिटल, तकनीकी और वित्तीय ज्ञान प्राप्त करने में सक्षम करेगा तथा भविष्य में नौकरियों और उद्यमिता के लिए महत्वपूर्ण होगा। यह 120 से अधिक अंतरराष्ट्रीय और भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होगा और उपरोक्त क्षेत्रों में वैश्विक सामग्री और पाठ्यक्रमों के एक समूह के रूप में काम करेगा। यह मार्गदर्शन करने, सामग्री प्रदान करने और इंटर्नशिप तथा नौकरियों के साथ महिलाओं को एक साथ लाने में मदद करेगा। विचार-विमर्श के दौरान मंच की रूपरेखा प्रस्तुत की गई और उस पर चर्चा की गई।
इस बात को ध्यान में रखते हुए कि महिला उद्यमियों द्वारा सामना की जाने वाली कुछ सबसे बड़ी बाधाएं ऋण की उपलब्धता और बाजार तक पहुंच के आसपास हैं, जी20 एम्पॉवर ने इन क्षेत्रों में प्रभावशाली सिफारिशें प्रस्तावित की हैं। ये महिला-पुरुष आधारित एक ठोस और समावेशी वित्तीय मॉडल जैसे पूल किए गए क्रेडिट फंड, क्रेडिट गारंटी और सरकारी तथा निजी क्षेत्र में ‘गर्व से महिलाओं के स्वामित्व वाली’ मुहर के माध्यम से महिला-पुरुष आधारित उत्तरदायी खरीद को प्रोत्साहित करने पर जोर देते हैं। इससे न केवल महिला उद्यमियों का एक अधिक जीवंत इकोसिस्टम तैयार होगा, बल्कि महिला उद्यमियों के महिला श्रमिकों को रोजगार देने की उच्च संभावना होने के कारण, इससे महिला श्रम बल की भागीदारी भी बढ़ेगी।
इसके अलावा, जी20 एम्पॉवर की सिफारिशें एक ऐसी दुनिया की परिकल्पना करती हैं, जहां देखभाल का बोझ महिलाओं की आर्थिक भागीदारी को नहीं रोकती है। सब्सिडी वाली चाइल्डकैअर की उपलब्धता, स्कूल सिस्टम में क्रेच की सुविधा को जोड़ने, और कार्यस्थलों पर नर्सिंग रूम/क्रेच सुविधाएं प्रदान करने सहित अन्य मुद्दों पर विचार-विमर्श में केयर इकोसिस्टम को एक मजबूत स्थान मिला।
जी20 एम्पॉवर ने यह भी सिफारिश की कि निजी क्षेत्र, किशोरियों के लिए महिलाओं के स्कूल-टू-वर्क को बढ़ावा देने और पारंपरिक क्षेत्रों से परे कैरियर-विकास के अवसरों को छात्रवृत्ति, एसटीईएम में कॉर्पोरेट फैलोशिप, गैर-पारंपरिक व्यावसायिक क्षेत्रों, अनुसंधान एवं विकास क्षेत्र में एसटीईएम स्नातकों के लिए शिक्षुता सहित किशोरियों और युवा महिलाओं के लिए प्रतिबद्ध करता है।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जी20 एम्पॉवर ने माना कि सभी स्तरों पर निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में महिलाओं की भागीदारी और प्रतिनिधित्व महिलाओं की अलग-अलग जरूरतों और शासन में मुद्दों की प्राथमिकता तथा सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के स्थानीयकरण के लिए महत्वपूर्ण है। इसकी पहल ऑनलाइन प्लेटफॉर्म, सार्वजनिक-निजी भागीदारी और विशेष रूप से वैज्ञानिक तथा गैर-पारंपरिक क्षेत्रों में महिलाओं और लड़कियों के लिए आजीवन सीखने और डिजिटल प्रवाह के लिए पहल सहित जमीनी स्तर सहित सभी स्तरों पर महिलाओं को स्किलिंग, रीस्किलिंग और अपस्किलिंग में अंतराल को भर देगी।
जी-20 एम्पॉवर के संकल्प पर भी चर्चा की गई। भारत ने नेतृत्व के पदों पर महिलाओं की उन्नति का समर्थन करने के लिए संकल्प में कुछ अतिरिक्त प्रावधानों का प्रस्ताव किया है। भारत की अध्यक्षता में जी20 एम्पॉवर अधिवक्ताओं के नेटवर्क का विस्तार करने का प्रयास जारी रहेगा।
इन और कई अन्य प्रतिबद्धताओं और पहलों के माध्यम से, जी20 एम्पॉवर का प्रस्ताव एक ऐसी दुनिया के निर्माण में तेजी लाएगा, जहां महिलाओं के पास आवश्यक कौशल, संसाधनों तक पहुंच, सहायक बुनियादी ढांचा और पर्यावरण तथा महिलाओं के नेतृत्व में विकास की दिशा में एक परिवर्तनकारी बदलाव के लिए मेंटरशिप है।